उत्तर प्रदेश में सरयू नदी के तट पर बसी मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या, जिसका एक समृद्ध इतिहास रहा है। सप्तपुरियों में से एक अयोध्या का इतिहास कहता है की इस जगह को ऋषि मनु ने बसाया था जिसे ईश्वर का नगर कहा गया है। इस जगह की अहमियत बेहद ज़्यादा है लेकिन पिछले कई वर्षों से अयोध्या, मंदिर और मस्जिद के विवादों में ही घिरा रहा।आखिरकार राम लला का मंदिर उनकी जन्मभूमि में बनाने का निर्णय लिया गया।
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04 May, 202405:47 AMAyodhya Ram Mandir - भव्य और दिव्य राम मंदिर को जिसने देखा देखता ही रह गया !
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26 Apr, 202405:42 AMकैसे और कितने पैसों में आप घूम सकते हैं Lakshadweep? Activities And Places To Visit
भारत के दक्षिण-पश्चिम किनारे पर स्थित यह द्वीप समूह एक अद्वितीय पर्यटन स्थल है जहाँ का सौंदर्य और स्वच्छ वातावरण लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यहाँ के पर्यटन स्थलों में मिनिकॉय, कवरत्ती और अमिनी प्रमुख हैं। लक्षद्वीप जाने से पहले आपको एक परमिट लेने की ज़रुरत है।
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26 Apr, 202405:07 AMUttarakhand में महादेव का रहस्यलोक ‘लाखामंडल’, जहां मरे इंसान ज़िंदा हो जाते थे!
देहरादून के विकास नगर से चकराता होते हुए हमारी टीम लाखामंडल के रास्ते पर चल पड़ी। सड़क के साथ बहती यमुना नदी इस यात्रा को सुखद और यादगार अनुभव में तब्दील कर देती है। करीब साढ़े तीन घंटे में Being Ghumakkad की टीम देहरादून से लाखामंडल पहुंच सकी।
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25 Apr, 202411:06 AMPakistan Border पर फाइव स्टार सुविधाओं वाला अद्भुत गांव, Jaisalmer का ये ‘जादू’ नहीं देखा तो क्या देखा
अगर आप जैसलमेर आ रहे हैं और यहाँ के कल्चर, मौसम और sand dunes का असली experience लेना चाहते हैं तो आपको रुकना चाहिए यहाँ के camps में। जी हाँ, जैसलमेर में सेम ड्यून्स और उसके आस-पास के गांवों में बने लैविश कैंप्स रेगिस्तान में रुकने का exotic experience पर्यटकों को प्रदान करते हैं।
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25 Apr, 202410:12 AMTanot Mata Mandir: Border पर आखरी हिन्दू मंदिर, जहां Indian Army करती है पूजा
जैसलमेर के रण में रहने वाली इन अद्भुत देवी की अनुकंपा को नज़दीक से समझने के लिए Being Ghumakkad की टीम जैसलमेर के लक्ज़री टेंट में एक रात बिताकर सुबह-सुबह भारत-पाकिस्तान सीमा की ओर बढ़ चली, जहां तनोट माता निवास करती हैं। जैसलमेर शहर से तनोट मंदिर करीब 120 किलोमीटर दूर है।
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25 Apr, 202409:45 AMKuldhara गांव में 200 साल से वीरान पड़े हैं 400 घर, भूतों ने यहां किसी को बसने नहीं दिया?
पुरातात्विक साक्षों के मुताबिक कुलधरा के इन खंडहरों के बीच एक दीवार पर दो तारीखें लिखी हुई मिलीं। जो दो व्यक्तियों के निधन की तारीख के रूप में लिखी गयी प्रतीत होतीं हैं। ये तारीखें साल 1235 और 1238 ईसवी हैं। इसी बात से अनुमान लगाया गया कि कुलधरा गांव का इतिहास करीब इतना पुराना तो होगा ही। Being Ghumakkad के सामने सवाल इसके बाद भी बरकरार था कि आखिर इतना पुराना गांव होने के बाद भी कुलधरा की ये टूटी-फूटी दरों-दीवारें सन्नाटे के साये में क्यों गुजर रही हैं।
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25 Apr, 202408:36 AMDhoni की क़िस्मत बदलने वाली देवड़ी माँ का रहस्य, 700 साल से कर रही मनोकामना पूरी
भक्ति और भगवान में विश्वास करने वाले पहचान गए होंगे, जान गए होंगे ये झारखंड में देउड़ी या कहें दिउरी माता का मंदिर है। वो मंदिर जो हाल के वर्षों में क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी के चलते आस्था का नया केंद्र बनकर प्रसिद्ध हो गया है।
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25 Apr, 202408:20 AMसतयुग में बसे जागेश्वर धाम में विनाश की दस्तक, देवदार के पेड़ लाएंगे प्रलय
जब से जागेश्वर के दारुका वन में देवदार के पेड़ों पर लाल रंग के निशान लगे हैं, हर किसी के मन में तरह-तरह के सवाल जन्म ले रहे हैं। विरोध की चिंगारी उत्तराखंड से होते हुए देश भर में फैल गयी है। सोशल मीडिया में ये चिंगारी शोला बनती जा रही है।
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25 Apr, 202407:53 AMभादरिया माता: Pakistan की हिंगलाज माता से कनेक्शन, राष्ट्रपति भी नहीं रोक सके यहां आने से कदम
राजस्थान में हरियाली कम देखने को मिलती है, लेकिन Being Ghumakkad की टीम हरे-भरे खेतों के बीच से होकर गुजरी। जैसलमेर पहुंचने से करीब 80 किलोमीटर पहले मिला विशाल द्वार। यहीं से शुरू हो जाता है भादरिया राय मंदिर।
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25 Apr, 202407:40 AMयहां किया तंत्र-मंत्र का अनुष्ठान, बनेंगे बिगड़े काम, बिना सिर वाली छिन्नमस्तिका मां के चमत्कार
छिन्नमस्तिका मंदिर की यात्रा का आरंभ हुआ हार्ट ऑफ झारखंड यानी रांची से। यहां से कांके होते हुए टीम Being Ghumakkad सिकदरी घाटी पहुंच गयी। रांची से सिकदरी घाटी करीब पचास किलोमीटर दूर है। जिसे घुम्मकड़ों की टोली ने करीब एक घंटा 15 मिनट में पूरा कर लिया। घुम्मकड़ी के चाहने वाले यहां रुककर ज़रूर फोटो-सेशन करते हैं।