ऋषिकेश घूमने जा रहे हैं तो ट्रिप प्लान में मनसा देवी मंदिर को जोड़ना न भूलें, जानिए रूट और दर्शन का समय
अगर आप ऋषिकेश की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो केवल गंगा आरती या एडवेंचर स्पोर्ट्स तक सीमित न रहें. उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित मनसा देवी मंदिर एक ऐसा धार्मिक स्थल है, जिसे ऋषिकेश यात्रा में शामिल करना न सिर्फ श्रद्धा का विषय है बल्कि एक सुंदर ट्रैवल अनुभव भी है.
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अगर आप ऋषिकेश की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो केवल गंगा आरती या एडवेंचर स्पोर्ट्स तक सीमित न रहें. उत्तराखंड के हरिद्वार जिले में स्थित मनसा देवी मंदिर एक ऐसा धार्मिक स्थल है, जिसे ऋषिकेश यात्रा में शामिल करना न सिर्फ श्रद्धा का विषय है बल्कि एक सुंदर ट्रैवल अनुभव भी है.
मनसा देवी मंदिर: आस्था और शक्ति का प्रतीक
मनसा देवी मंदिर देवी शक्ति के एक रूप – मनसा माता को समर्पित है. यह मंदिर ‘सिद्ध पीठों’ में से एक माना जाता है और कहा जाता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई मुरादें अवश्य पूरी होती हैं. मंदिर हर की पौड़ी से करीब 2.5 किमी दूर शिवालिक पर्वत की चोटी पर स्थित है और यहां से पूरे हरिद्वार शहर का सुंदर नज़ारा देखने को मिलता है.
मंदिर तक पहुंचने के रास्ते
1. पैदल मार्ग:
आप हर की पौड़ी से पैदल यात्रा कर सकते हैं. लगभग 1.5 किमी की सीढ़ियों वाला रास्ता है, जो भक्तों के लिए एक आध्यात्मिक अनुभव प्रदान करता है.
2. रोपवे (उड़न खटोला):
अगर आप कम समय में मंदिर पहुंचना चाहते हैं या बुजुर्ग यात्री साथ हैं, तो रोपवे बेस्ट ऑप्शन है.
- फीस: ₹100 से ₹150 (आवागमन)
- समय: सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक
- इस यात्रा में आपको पूरे हरिद्वार का एरियल व्यू मिलता है.

मंदिर के दर्शन का समय
- गर्मी के समय: सुबह 5 बजे से रात 9 बजे तक
- सर्दियों में: सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तकदोपहर 12:00 से 1:30 बजे तक
- आरती के चलते मंदिर का मुख्य गर्भगृह दर्शन के लिए बंद हो सकता है.
ऋषिकेश से कैसे पहुंचें मनसा देवी मंदिर?
ऋषिकेश से दूरी: मनसा देवी मंदिर ऋषिकेश से लगभग 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है.
कैसे जाएं :
- कैब / टैक्सी: ₹800–₹1200 तक का खर्च
- लोकल बस / शेयर ऑटो: सस्ता विकल्प, लेकिन समय अधिक लग सकता है
- ट्रेन: ऋषिकेश से हरिद्वार तक लोकल ट्रेन भी उपलब्ध है, फिर वहां से पैदल या रोपवे से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है.

कब जाएं मंदिर दर्शन के लिए?
- नवरात्रि, गंगा दशहरा और श्रावण मास के दौरान यहां भारी भीड़ रहती है. अगर आप शांत वातावरण चाहते हैं तो सामान्य दिनों या सप्ताह के मध्य में जाएं.
- सुबह का समय सबसे उपयुक्त रहता है — कम भीड़ और ठंडी हवा के साथ दर्शन करने का अलग ही अनुभव मिलता है.
क्यों खास है यह मंदिर?
- यह मंदिर उन तीन सिद्ध पीठों में से एक है – दूसरी दो हैं चंडी देवी और माया देवी.
- माता मनसा को नागों की देवी भी माना जाता है, और विशेष रूप से नाग पंचमी के दिन यहां हजारों श्रद्धालु दर्शन को आते हैं.
- मंदिर परिसर के पास प्रसाद, पूजा सामग्री और स्मृति चिह्न खरीदने के लिए कई दुकानें उपलब्ध हैं.


यात्रा टिप्स
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- बुजुर्गों और बच्चों के लिए रोपवे सुविधाजनक है.
- गर्मी के मौसम में पानी की बोतल और टोपी जरूर साथ रखें.
- मंदिर में कैमरा और मोबाइल फोन प्रतिबंधित हो सकता है, इसलिए नियमों का पालन करें.
- सुबह जल्दी जाएं ताकि गर्मी और भीड़ दोनों से बचा जा सके.
ऋषिकेश सिर्फ साहसिक खेलों और योग की भूमि नहीं है, बल्कि आस्था की भी गहराई लिए है. अगर आप अपनी ट्रिप को और अधिक पवित्र और यादगार बनाना चाहते हैं, तो मनसा देवी मंदिर को ज़रूर अपनी यात्रा में शामिल करें. यहां न केवल दिव्यता है, बल्कि हरिद्वार और गंगा घाट का सौंदर्य भी देखने को मिलता है, जो हर यात्री के मन को छू जाता है.
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