The Great Wall of China दुनिया की सबसे बड़ी और प्रसिद्ध दीवार है. यह इतिहास, संस्कृति और वास्तुकला का अनोखा उदाहरण है. आइए जानते हैं इसकी 10 खास बातें.
यह दीवार लगभग 21,196 किलोमीटर लंबी है. यह कई हिस्सों में फैली हुई है और अलग‑अलग राजवंशों ने इसे बनाया. इतनी लंबाई इसे दुनिया की सबसे बड़ी संरचना बनाती है.
दीवार का निर्माण लगभग 7वीं सदी ईसा पूर्व शुरू हुआ. कई राजाओं और सम्राटों ने इसे अलग‑अलग समय में बनाया. इसकी मरम्मत और विस्तार सदियों तक चलता रहा.
यह दीवार दुश्मनों से रक्षा के लिए बनाई गई थी. विशेष रूप से उत्तरी घुमंतू जनजातियों से बचाव के लिए. सैन्य चौकियाँ और गश्ती मार्ग भी इसमें शामिल थे.
पत्थर, मिट्टी, ईंट और लकड़ी का उपयोग किया गया. जहाँ पत्थर उपलब्ध नहीं थे वहाँ कच्ची मिट्टी से दीवार बनाई गई. स्थानीय संसाधनों का इस्तेमाल कर इसे खड़ा किया गया.
कई लोगों का मानना है कि इसे अंतरिक्ष से देखा जा सकता है. लेकिन वैज्ञानिकों के अनुसार यह संभव नहीं है. फिर भी इसकी विशालता सच में अद्भुत है.
हर साल लाखों पर्यटक यहाँ घूमने आते हैं. यह इतिहास और वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है. यहाँ ट्रैकिंग और फोटोग्राफी का भी आनंद लिया जाता है.
समय और प्रकृति के कारण कई हिस्से टूट चुके हैं. चीन सरकार इसे संरक्षित करने के लिए लगातार काम कर रही है. कुछ हिस्से अब विश्व धरोहर स्थल के रूप में संरक्षित हैं.
1987 में इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया. यह मानव सभ्यता की उपलब्धियों का प्रतीक है. यह विश्वभर से शोधकर्ताओं को आकर्षित करता है.
The Great Wall of China इतिहास, परिश्रम और मानव कल्पना का अद्वितीय उदाहरण है. यह न केवल रक्षा की दीवार थी, बल्कि संस्कृति का प्रतीक भी है. अगर आप इतिहास प्रेमी हैं तो इसे जरूर देखिए!