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सोने की चमक घटी, जेब पर बोझ हल्का! देखिए लेटेस्ट रेट्स शहर दर शहर

देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹95,500 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गई है. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसका भाव थोड़ा अधिक ₹95,650 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया. 22 कैरेट सोना फिलहाल मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु में ₹87,540 प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है, जबकि दिल्ली में इसका भाव ₹87,690 है.
सोने की चमक घटी, जेब पर बोझ हल्का! देखिए लेटेस्ट रेट्स शहर दर शहर
Photo by:  Google

Today Gold Price: सोमवार को घरेलू बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में हल्की गिरावट देखने को मिली है, जिससे आम निवेशकों और ज्वेलरी खरीदने वालों के बीच चर्चा तेज हो गई है. देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने की कीमत ₹95,500 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गई है. वहीं, राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इसका भाव थोड़ा अधिक ₹95,650 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया. 22 कैरेट सोना फिलहाल मुंबई, चेन्नई, हैदराबाद और बेंगलुरु में ₹87,540 प्रति 10 ग्राम की दर से बिक रहा है, जबकि दिल्ली में इसका भाव ₹87,690 है.

चांदी की कीमतों में भी नरमी, चेन्नई में सबसे महंगी

चांदी की बात करें तो दिल्ली, मुंबई और कोलकाता जैसे शहरों में इसका भाव ₹97,900 प्रति किलो तक फिसल गया है. यह कीमत करीब ₹100 की गिरावट को दर्शाती है. हालांकि चेन्नई में चांदी अब भी सबसे ऊंचे स्तर ₹1,08,900 प्रति किलो पर बिक रही है, जिससे क्षेत्रीय मूल्य असमानता स्पष्ट हो जाती है. इस गिरावट का एक मुख्य कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में आई अस्थिरता और डॉलर की कमजोरी है, जिससे अन्य मुद्राओं में सोने और चांदी की खरीदारी बढ़ी है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने में तेजी, लेकिन डॉलर कमजोर

वैश्विक स्तर पर, स्पॉट गोल्ड की कीमत में 0.2% की बढ़त दर्ज की गई और यह $3,245.01 प्रति औंस पर पहुंच गई. इसी तरह, अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स 0.3% की उछाल के साथ $3,252.00 प्रति औंस पर कारोबार कर रहा है. डॉलर की अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले 0.1% की गिरावट से सोना और भी आकर्षक निवेश विकल्प बन गया है.यही कारण है कि निवेशक अभी भी सोने की ओर झुकाव दिखा रहे हैं, भले ही कीमतों में हल्का उतार-चढ़ाव बना हुआ हो.

पिछले महीने लखटकिया सोना बना था चर्चा का विषय

पिछले महीने भारत में पहली बार सोने की कीमत ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार पहुंची थी, जिसे 'लखटकिया सोना' नाम दिया गया. इस ऐतिहासिक उछाल के पीछे अंतरराष्ट्रीय तनाव, आर्थिक अनिश्चितता और निवेशकों की बढ़ती रुचि जैसे कारण शामिल थे. हालांकि अब भाव में कुछ गिरावट आई है, लेकिन विशेषज्ञ मानते हैं कि दीर्घकालिक निवेश के लिहाज से सोना अब भी सुरक्षित विकल्प बना हुआ है.

भारत में सोने की मांग का एक बड़ा हिस्सा सांस्कृतिक और पारंपरिक कारणों से जुड़ा होता है. अक्षय तृतीया, शादी-ब्याह का सीजन और अन्य धार्मिक अवसरों पर सोने की खरीदारी शुभ मानी जाती है. यही वजह है कि कीमतों में थोड़ी गिरावट आने के बावजूद बाजार में इसकी मांग बनी हुई है. व्यापारी उम्मीद कर रहे हैं कि आने वाले दिनों में कीमतों में स्थिरता आएगी और यह एक बार फिर निवेशकों और ग्राहकों के लिए आकर्षक बनेगा.

क्या करें निवेशक?

हालात को देखते हुए कहा जा सकता है कि अगर आप दीर्घकालिक निवेश की सोच रहे हैं, तो यह समय सोने में निवेश के लिए एक उपयुक्त अवसर हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और डॉलर की कमजोरी जैसे कारक अगले कुछ हफ्तों में सोने की कीमतों को और प्रभावित कर सकते हैं. हालांकि अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से बचने के लिए सोच-समझकर और सलाह के बाद निवेश करना उचित रहेगा.

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