भारत से नहीं हुई कोई सीधी बातचीत, पाकिस्तान आर्मी ने NSA बातचीत से किया इनकार
पाकिस्तान आर्मी ने भारत से किसी भी प्रकार की सीधी बातचीत से इनकार किया है, जबकि भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर के तहत आतंकी ठिकानों पर करारा जवाब दिया। NSA स्तर की बातचीत की अफवाहों को दोनों देशों ने खारिज किया है, वहीं सीमा पर पाकिस्तान के ड्रोन हमलों के बाद भारतीय सेना पूरी तरह अलर्ट पर है।

लाहौर में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डायरेक्टर जनरल लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने शुक्रवार को साफ-साफ शब्दों में कहा कि भारत और पाकिस्तान के नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर्स (NSA) के बीच किसी भी तरह की सीधी बातचीत नहीं हुई है। यह बयान उस समय आया जब मीडिया में यह खबरें चल रही थीं कि भारत द्वारा ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ शुरू किए जाने के बाद दोनों देशों के NSA आपस में संपर्क में आए हैं।
जनरल चौधरी ने कहा “मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच कोई सीधा संपर्क नहीं हुआ है।” यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि पाकिस्तान आधिकारिक रूप से इस बात को नकार रहा है कि भारत के NSA अजीत डोभाल और पाकिस्तान के NSA असीम मलिक के बीच किसी भी प्रकार की कोई बातचीत हुई है।
ऑपरेशन सिन्दूर के बाद बढ़ा तनाव
इस पूरे घटनाक्रम की पृष्ठभूमि में ‘ऑपरेशन सिन्दूर’ है, जो भारत द्वारा आतंकी ठिकानों पर की गई लक्षित सैन्य कार्रवाई का नाम है। इस ऑपरेशन के अंतर्गत भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ढांचों को निशाना बनाया। ये हमले उस दर्दनाक घटना के दो हफ्ते बाद हुए, जिसमें तीन आतंकियों ने जिनमें से दो पाकिस्तान के थे और लश्कर-ए-तैयबा के एक सहयोगी संगठन से जुड़े थे कश्मीर के पहलगाम में 25 पर्यटकों और एक स्थानीय घोड़ा-पालक की बेरहमी से हत्या कर दी थी। इस बर्बर हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया और भारत सरकार को कठोर कदम उठाने पर मजबूर कर दिया।
हालांकि भारत के जवाबी हमलों के बाद, पाकिस्तान ने शुक्रवार को एक बार फिर अपनी उकसावे वाली नीति अपनाते हुए 26 जगहों पर ड्रोन हमले किए। ये हमले जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक किए गए। पाकिस्तान की यह हरकत न केवल युद्धविराम का उल्लंघन है, बल्कि भारत की सुरक्षा के लिए सीधा खतरा भी है। इस बात की जानकारी भारतीय रक्षा मंत्रालय ने देते हुए बताया कि हमारी सेनाएं पूरी तरह सतर्क हैं और सभी ड्रोन हमलों का मुकाबला करने के लिए आधुनिक काउंटर-ड्रोन सिस्टम का इस्तेमाल कर रही हैं। कोई भी ड्रोन भारतीय सीमा में घुस नहीं पा रहा और उन्हें समय रहते मार गिराया जा रहा है।
NSA बातचीत की अफवाह कहां से फैली?
इस पूरे विवाद की जड़ तब शुरू हुई जब पाकिस्तान के डिप्टी प्राइम मिनिस्टर और विदेश मंत्री इशाक डार ने तुर्की के एक समाचार चैनल TRT World को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि भारत और पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच फोन पर बातचीत हुई है। हालांकि, उन्होंने बातचीत के विषय में कोई जानकारी नहीं दी और न ही इसे प्रमाणित किया। TRT World ने यह भी दावा किया कि यह बातचीत भारत द्वारा किए गए ऑपरेशन सिन्दूर के तुरंत बाद हुई थी। मीडिया में यह खबरें आग की तरह फैल गईं और कई विश्लेषकों ने इस पर अपनी टिप्पणियाँ देनी शुरू कर दीं।
हालांकि भारत ने तुरंत इन दावों का खंडन किया। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने गुरुवार को एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, “मेरे पास ऐसी कोई जानकारी नहीं है कि भारत और पाकिस्तान के NSA के बीच कोई बातचीत हुई हो।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार किसी भी स्तर पर पाकिस्तान से सीधे संपर्क में नहीं है, विशेषकर ऐसे समय में जब सीमा पर हालात बेहद संवेदनशील हैं।
दोनों देशों के बीच रिश्तों का नाजुक दौर
भारत और पाकिस्तान के बीच का रिश्ता वर्षों से तनावपूर्ण रहा है। कारगिल युद्ध से लेकर पुलवामा हमला, और अब पहलगाम की यह घटना हर बार पाकिस्तान की तरफ से आतंकवाद को समर्थन मिलने के प्रमाण सामने आए हैं। भारत की ओर से बार-बार यह साफ किया गया है कि जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन से आतंकवाद का समर्थन बंद नहीं करता, तब तक कोई बातचीत संभव नहीं है।
भारत की नीति बिल्कुल स्पष्ट है 'आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते'। NSA स्तर पर बातचीत की अफवाहें भले ही फैलाई जा रही हों, लेकिन ज़मीनी सच्चाई यही है कि सीमा पर गोलियां चल रही हैं, ड्रोन गिराए जा रहे हैं, और सैनिक अलर्ट पर हैं। भारत अपनी सुरक्षा को लेकर अब कोई समझौता नहीं करेगा।