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इजरायली दूतावास के पास गोलीबारी, बंदूकधारी की मौत, 3 पुलिसकर्मी घायल !

मीडिया की खबरों के मुताबिक यह इलाका इजरायल के खिलाफ अक्सर होने वाले प्रदर्शनों का केंद्र रहा है। यहां गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई के विरोध में बड़ी रैलियां देखी गई हैं।7 अक्टूबर 2023 में इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

24 Nov, 2024
( Updated: 24 Nov, 2024
06:35 PM )
इजरायली दूतावास के पास गोलीबारी, बंदूकधारी की मौत, 3 पुलिसकर्मी घायल !
जॉर्डन में रविवार तड़के इजरायली दूतावास के पास एक बंदूकधारी ने गोलीबारी की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गोलीबारी में तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए जबकि बंदूकधारी मौके पर मारा गया।मीडिया रिपोर्ट्स के मताबिक हमलावर ने अम्मान के रबियाह क्षेत्र में पुलिस गश्ती दल पर गोलीबारी की थी। वह पुलिस की जवाब गोलीबारी में मारा गया। मामले की जांच जारी है।

चश्मदीदों के मुताबिक गोलियों की आवाज सुनाई देने के बाद जॉर्डन पुलिस ने दूतावास के पास के इलाके को घेर लिया था।मीडिया की खबरों के मुताबिक यह इलाका इजरायल के खिलाफ अक्सर होने वाले प्रदर्शनों का केंद्र रहा है। यहां गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाई के विरोध में बड़ी रैलियां देखी गई हैं।

7 अक्टूबर 2023 में इजरायल में हमास के बड़े हमले के जवाब में यहूदी राष्ट्र ने फिलिस्तीनी ग्रुप के कब्जे वाली गाजा पट्टी में सैन्य अभियान शुरू किया था। हमास के हमले में करीब 1200 लोग मारे गए थे जबकि 250 से अधिक लोगों को बंधक बनाया गया था। इजरायली हमलों ने गाजा में बड़े पैमाने पर तबाही मचाई है और हजारों फिलिस्तीनियों की मौत हुई है।

गाजा में इजरायली सैन्य कार्रवाइयों के बाद से अरब देशों में आम जनता का बड़ा वर्ग फिलिस्तीन के समर्थन में विरोध प्रदर्शन करता रहा है।जॉर्डन के आबादी में बड़ी संख्या फिलिस्तीनी मूल के लोगों की है। वहीं ऐसे लोग भी कम नहीं है जो 1948 में इजरायल की स्थापना के बाद जॉर्डन भाग आए थे।

टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक मार्च में, जॉर्डन की राइट पुलिस को सैन्य अभियान के विरोध में दूतावास की ओर मार्च कर रहे सैकड़ों प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े थे।जॉर्डन में इजरायली राजदूत रोजेल राचमैन 7 अक्टूबर 2023 के बाद सुरक्षा कारणों से इजरायल में ही हैं।

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