पाकिस्तान के साथ शांति की सिद्धारमैया ने दी सलाह तो तेजस्वी सूर्या ने दिया तगड़ा जवाब
कर्नाटक सीएम सिद्धारमैया ने पाकिस्तान के साथ युद्ध नहीं करने की दी सलाह तो भड़के बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या. वहीं सिद्धारमैया के अन्य बयानों को लेकर सियासत भी तेज हो गई है.

कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया के हालिया बायन पर सियासत तेज़ हो गई है. बीजेपी सांसद तेजस्वी सूर्या ने उनके बयान पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि सिद्धारमैया का बयान काफी आपत्तिजनक है, युद्ध और कार्रवाई का फैसला लेना सरकार का काम है, न कि उनका.
तेजस्वी सूर्या ने सिद्धारमैया को घेरा
तेजस्वी सूर्या ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का यह बयान कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, बेहद निंदनीय और आपत्तिजनक है. यह फैसला लेने वाले हम कौन होते हैं? यह फैसला लेना सेना और सरकार के नेतृत्व का काम है... मुख्यमंत्री को यह समझना चाहिए कि वह एक ऐसे राज्य का प्रतिनिधित्व करते हैं जहां के 3 नागरिकों की इन आतंकवादियों द्वारा बेरहमी से हत्या की गई है. कम से कम वह सख्त कार्रवाई की मांग तो कर ही सकते हैं..."
#WATCH | बेंगलुरू: कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान पर भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या ने कहा, "मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का यह बयान कि हमें पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करनी चाहिए, बेहद निंदनीय और आपत्तिजनक है। यह फैसला लेने वाले हम कौन होते हैं? यह फैसला लेना सेना… pic.twitter.com/W1N7nhT7B7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 27, 2025
सिद्धारमैया ने क्या कहा था
कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कार्रवाई को लेकर हुए सवाल के जवाब में कहा कि युद्ध की कोई जरूरत नहीं है. हम इसके पक्ष में नहीं हैं. हमें कड़े कदम उठाने चाहिए. सुरक्षा बढ़ाई जानी चाहिए. कर्नाटक सीएम ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए शनिवार को कहा कि हमले के बाद हुई सर्वदलीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को वहां होना चाहिए था. वह बिहार में चुनाव प्रचार करने गए थे. ऐसे में सवाल है कि उनके लिए क्या महत्वपूर्ण है? वह लोगों को टोपी (गुमराह) पहना रहे हैं.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद क्या-क्या हुआ?
आतंकियों ने 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल - पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में लोगों (ज्यादातर पर्यटक) पर अंधाधुंध गोलियां चला दी थीं. हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. बीते दिनों नई दिल्ली ने इस्लामबाद के खिलाफ कई सख्त कूटनीतिक और रणनीतिक कदम उठाए हैं. इनमें 1960 के सिंधु जल समझौते को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने, अटारी इंटिग्रेटेड चेक पोस्ट को बंद करने, पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीजा सेवाओं को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने, जैसे कई कदम उठाए हैं. भारत के इन फैसलों के बाद पाकिस्तान ने शिमला समझौते को स्थगित करना और भारतीय उड़ानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने जैसे कुछ कदम उठाए हैं. इसके साथ ही अब तक करीब 8 आतंकियों के घर नष्ट किए गए हैं. कई जगहों से आतंकी गिरफ्तार भी हुए हैं और सरकार अगली कार्रवाई के लिए रणनीतिक विकल्प तैयार कर रही है.