पर्यटकों की सुरक्षा को लेकर महाराष्ट्र में बना 'टूरिज्म सुरक्षा बल', फडणवीस सरकार का बड़ा फैसला
महाराष्ट्र सरकार ने 'महाराष्ट्र पर्यटन सुरक्षा बल' की स्थापना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देना और पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर करना है. यह पहल पर्यटन नीति 2024 के तहत की गई है इसे 18 लाख रोज़गार उत्पन्न करने की योजना के साथ जोड़ा गया है

पहलगाम आतंकी हमले के बाद जहां एक और पूरे देश का ख़ून खौल रहा है. हर कोई उन तस्वीरों का इंतज़ार कर रहा है. जब पाकिस्तान से बदला लिया जाएगा. उसके आतंक और आतंक के आका को नस्त-ए-नाबूद किया जाएगा. पीएम मोदी तो एक्शन में जुटे ही है. लेकिन महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी लगातार मोर्चा संभाले हुए हैं.पाकिस्तानियों को महाराष्ट्र से खदेड़ने के साथ साथ फडणवीस सरकार ने सबसे पहले पहलगाम में पीड़ित परिवारों की मदद की. ना सिर्फ आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिवार वालों के लिए 50-50 लाख के मुआवजे, बच्चों की फ्री शिक्षा और सरकारी नौकरी का ऐलान किया.. बल्कि वहां फंसे पर्यटकों को वापस लाने के लिए विशेष विमान तक उतार दिए. इसी बीच देवेंद्र फडणवीस सरकार का एक और ऐसा फैसला सामने आया है. जिसकी चारों तरफ़ तारीफ़ हो रही है.दरअसल
फडणवीस सरकार ने प्रदेश में पर्यटकों की सुरक्षा को बढ़ाने के लिए पर्यटन सुरक्षा बल का गठन किया है.
पर्यटन सुरक्षा बल को टूरिज्म मित्र भी कहा जाएगा.
महाराष्ट्र पर्यटन और सांस्कृतिक मामले के विभाग की और से सर्कुलर जारी कर जानकारी दी गई.
एक मई से पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर इसे शुरू किया जाएगा.
यह बल 25 अप्रैल से 31 अगस्त कर कार्यरत रहेगा.
अब समझिए क्यों महाराष्ट्र सरकार ने इतना बड़ा कदम उठाया और पर्यटन सुरक्षा बल का गठन किया.. दरअसल पर्यटकों के सुरक्षा में इजाफा करने के लिए ये कदम उठाया गया है जिससे पर्यटक अगर घूमने आते हैं ये सुरक्षा बल इनकी सुरक्षा तो करेगी ही साथ ही साथ सारी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाएगा..बता दें कि MTSF की शुरूआत महाराष्ट्र की नई पर्यटन नीति 2024 के तहत ली गई है. सरकार इसके लिए ज़रिए एक लाख रुपये के निजी निवेश को आकर्षित करना चाहती है साथ ही 18 लाख लोगों को सीधे या परोक्ष से रोज़गार देना चाहती है MTSF का मुख्य उद्देश्य है कि प्रदेश में आए पर्यटकों को महफ़ूज़ महसूस करवाना.. साथ ही उन्हें राज्य की सांस्कृतिक विरासत, परंपराओं की जानकारी दी जा सके.. क्योंकि जबसे पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला हुआ है 26 बेकसूर मारे गए हैं.. तबसे पर्यटकों में ख़ौफ़ का माहौल है. लोग सिर्फ जम्मू कश्मीर ही नहीं.. बल्कि दूसरे राज्यों के पर्यटक स्थल पर जाने से पहले सोच रहे हैं.. तो ऐसे में लोगों की मदद के लिए ख़ुद फडणवीस ने मोर्चा सँभाल लिया है.. वैसे भी देवेंद्र फडणवीस ऐसे पहले मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने पहलगाम आतंकी हमले में अपने राज्य के साथ साथ दूसरे राज्यों के पर्यटकों को सुविधा पहुंचाने के लिए तुरंत कदम उठाए. बिना रुके बिना हिचके युद्ध स्तर पर काम में जुट गए.और जिस पाकिस्तान के पाले आतंकियों ने ये कायराना हरकत की उसके खिलाफ काफी भड़के हुए नज़र आए..सीएम देवेंद्र फडणवीस ने तो महाराष्ट्र में ठहरे पाकिस्तानियों को तुरंत खदेड़ने का काम शुरू कर दिया..
जैसे ही केंद्र सरकार की तरफ़ से पाकिस्तानियों को भगाने की गाइडलाइन आई. तुरंत फडणवीस ने भी मोर्चा संभाल लिया. पाकिस्तानियों को तो खदेड़ा ही.. साथ ही साथ पर्यटकों के लिए धाकड़ कदम उठा लिया..
MTSF की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सतारा जिले से की जाएगी.
यहां से 1 मई तक महाबलेश्वर महोत्सव का आयोजन होना है.
इस महोत्सव में स्थानीय पुलिस राज्य सुरक्षा निगम के साथ मिलकर MTSF के 25 जवानों की तैनाती करेंगे. इन जवानों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
सरकार ने आवश्यक वाहनों की व्यवस्था और वरिष्ठ अधिकारियों की नियुक्ति का निर्देश दिया है जो इस बल की जिम्मेदारियों की निगरानी करेंगे
महाराष्ट्र सरकार की तरफ़ से पर्यटकों की सुरक्षा से लिए उठाए गए कदम की जमकर तारीफ़ हो रही है.. क्योंकि ये कदम पर्यटन को बढ़ावा देने में भी बड़ी भूमिका निभाएगा.. सुरक्षा के साथ साथ लोगों को रोज़गार भी मिलेगा.