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महाराष्ट्र चुनाव से पहले देवेंद्र फडणवीस ने साधा निशाना, कहा-"‘वोट जिहाद' का जवाब मतों के 'धर्मयुद्ध' से !

राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग भी काफ़ी तेज़ हो चुकी है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव प्रचार केदौरान निशाना साधते हुए कहा कि "वोट जिहाद" का जवाब मतों के "धर्मयुद्ध" से दिया जाना चाहिए।

10 Nov, 2024
( Updated: 10 Nov, 2024
11:43 AM )
महाराष्ट्र चुनाव से पहले देवेंद्र फडणवीस ने साधा निशाना, कहा-"‘वोट जिहाद' का जवाब मतों के 'धर्मयुद्ध' से !
महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों का आग़ाज़ लगभग हो चुका है और जनता के बीच अपनी पार्टी की पैठ को मज़बूत करने के लिए नेता एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रहे है। इस चुनाव में दो बड़े गठबंधन के जिनके बीच इस चुनाव में कड़ा मुक़ाबला देखा जाएगा। एक तरफ़ महाविकास अघाड़ी और दूसरी तरफ़ महायुति है यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार महाराष्ट्र की जनता किसके साथ जाती है। इन सबके बीच राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच ज़ुबानी जंग भी काफ़ी तेज़ हो चुकी है। इसी कड़ी में महाराष्ट्र के मौजूदा उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने चुनाव प्रचार केदौरान निशाना साधते हुए कहा कि "वोट जिहाद" का जवाब मतों के "धर्मयुद्ध" से दिया जाना चाहिए। इसके साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने महायुति गठबंधन के उम्मीदवार अतुल सावे (औरंगाबाद पूर्व), संजय शिरसाट (औरंगाबाद पश्चिम) और प्रदीप जायसवाल (औरंगाबाद मध्य) के समर्थन में आयोजित एक रैली में कहा इस शहर का नाम अब कोई नहीं बदल सकता। 



वोट जिहाद का क्यों किया ज़िक्र 

उपमुख्यमंत्री ने राज्य की मौजूदा चुनावी स्थिति को देखते हुए कहा कि एआईएमआईएम (ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन) की रैली में किसी ने पूछा कि संभाजी महाराज कौन थे। संभाजी महाराज नौ साल तक अपराजित रहे इसलिए हमने शहर को उनका नाम दिया है.’इस शहर को पहले औरंगाबाद के नाम से जाना जाता था। इसका नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज के बाद मराठा साम्राज्य के दूसरे शासक रहे संभाजी के नाम पर रखा गया।इसके आगे उन्होंने कहा कि फडणवीस ने कहा,‘‘राज्य में अब वोट जिहाद शुरू हो गया है। हमने लोकसभा चुनाव में देखा था, धुले में हम 1.90 लाख वोट से आगे थे, लेकिन मालेगांव (विधानसभा क्षेत्र) में 1.94 लाख वोट थे और हम केवल 4,000 वोट से हार गए. यह वोट जिहाद ही हमारी हार का कारण बना क्योंकि हम एकजुट नहीं थे। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘बंटेंगे तो कटेंगे’ का संदेश दिया है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि ‘एक रहेंगे तो ‘सेफ’ रहेंगे। 


उद्धव ठाकरे पर साधा निशाना 

चुनावी रली को संबोधित करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि यह चुनाव यह दिखाने का अवसर है कि छत्रपति संभाजीनगर एक भगवा किला था. फडणवीस ने शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और भाजपा के पूर्व सहयोगी उद्धव ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा कि दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने इस शहर को ‘संभाजीनगर’ नाम दिया था और ‘‘अब कुछ लोगों को बाल ठाकरे को हिंदू हृदय सम्राट कहने में शर्म आती है और वे उन्हें ‘जनाब’ बाल ठाकरे कहते हैं।" इसके साथ ही फडणवीस ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM पर निशाना साधते हुए कहा कि यह उन लोगों के सपनों को कुचलने का चुनाव है जो शहर में रजाकारों का शासन लाने की कोशिश कर रहे हैं। रजाकार हैदराबाद राज्य के तत्कालीन शासक निजाम की कुख्यात मिलिशिया थी। उस समय औरंगाबाद भी इसका हिस्सा था। उन्होंने कहा कि अगर वे वोट जिहाद कर रहे हैं, तो संभाजीनगर को वोट के लिए 'धर्म-युद्ध' करने को तैयार रहना चाहिए।


ग़ौरतलब है कि महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए सिंगल फ़ेज़ में 20 नवंबर को मतदान होना है जबकि वोटों की गिनती 20 नवंबर को होगी तब जाकर यह स्थिति साफ़ होगी की इस चुनवमें जनता का आशीर्वाद किसे प्राप्त होता है और महाराष्ट्र की सत्ता की चाभी किसके हाथ आती है। 

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