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महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, जेपी नड्डा ने की घोषणा, जानें कैसा है राजनीतिक करियर?

एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन का नाम फाइनल किया है. रविवार देर शाम बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने उनके नाम पर अंतिम मुहर लगाई. राधाकृष्णन बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक है.

18 Aug, 2025
( Updated: 06 Dec, 2025
12:57 AM )
महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन होंगे एनडीए की ओर से उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार, जेपी नड्डा ने की घोषणा, जानें कैसा है राजनीतिक करियर?

एनडीए ने उपराष्ट्रपति पद के लिए महाराष्ट्र के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को बतौर उम्मीदवार चुना है. वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं. उन्होंने अब तक 5 बार लोकसभा चुनाव लड़ा है. इनमें 2 में जीत और 3 में हार मिली है. वह झारखंड के भी राज्यपाल रहे हैं. इसके अलावा तमिलनाडु के प्रदेश अध्यक्ष की भी भूमिका निभाई है. बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन की आखिरी तिथि 21 अगस्त है. राधाकृष्णन के नाम की घोषणा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने की. 

कौन हैं सीपी राधाकृष्णन?

बता दें कि सीपी राधाकृष्णन का पूरा नाम चंद्रपुरम पोन्नुसामी राधाकृष्णन है. उनका जन्म 20 अक्टूबर 1957 को तमिलनाडु के तिरुप्पुर में हुआ. वह बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं में से एक है. राधाकृष्णन ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत आरएसएस और जनसंघ से की.

साल 1998 में पहली बार सांसद बने 

राधाकृष्णन पहली बार साल 1998 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और अपने पहले ही चुनाव में उन्होंने शानदार जीत हासिल की. उसके बाद 1999 में भी वह सांसद चुने गए. हालांकि, उसके बाद अगले 3 चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा. अपने राजनीतिक जीवन में वह 5 बार लोकसभा का चुनाव लड़े, जिनमें 2 में जीत और 3 में हार मिली. वह साल 2003 से 2006 तक तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे. 

2024 में महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल बने 

सीपी राधाकृष्णन को साल 2024 में महाराष्ट्र के 24वें राज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया गया. इसके अलावा वह झारखंड के भी राज्यपाल रहे. यहां पर उन्होंने कई वर्षों तक कार्य किया.

93 दिन की रथ यात्रा में शामिल रहे

साल 2004 से 2007 के बीच तमिलनाडु के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए, उन्होंने 93 दिन की रथ यात्रा निकाली थी. उनकी इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य नदियों को जोड़ना, आतंकवाद के खिलाफ जागरूकता फैलाना और अस्पृश्यता का उन्मूलन था. केंद्र सरकार में वस्त्र उद्योग के स्थाई समिति के अध्यक्ष भी रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने कई वित्तीय एवं सार्वजनिक उपक्रमों से संबंधित समितियों में भी बड़ी भूमिका निभाई है. 

नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त 

बता दें कि उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के चयन और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है. इनमें अगर विपक्ष अपनी तरफ से उम्मीदवार की घोषणा करता है, तो 9 सितंबर को चुनाव होगा. वर्तमान में एनडीए को लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों को मिलाकर पूर्ण बहुमत प्राप्त है. ऐसे में अगर चुनाव की स्थिति बनती है, तो सत्तारूढ़ गठबंधन के उम्मीदवार की जीत तय है. 

निर्वाचन मंडल की प्रभावी संख्या 781

वर्तमान में निर्वाचक मंडल की प्रभावी संख्या कुल 781 है. इनमें सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों शामिल हैं. एनडीए को 422 सदस्यों का समर्थन प्राप्त है. जानकारी के लिए बता दें कि उपराष्ट्रपति का चुनाव गुप्त मतदान होता है, इसमें कोई भी पार्टी व्हिप लागू नहीं करती.

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दिया था इस्तीफा 

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बता दें कि पिछले महीने जुलाई में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने स्वास्थ्य कारणों का हवाला देकर अचानक से अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक पत्र लिखकर कहा था कि 'स्वास्थ्य की प्राथमिकता और चिकित्सकीय परामर्श का पालन करते हुए, मैं संविधान के अनुच्छेद 67(क) के अंतर्गत भारत के उपराष्ट्रपति पद से तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा सौंप रहा हूं. मैं भारत की महामहिम राष्ट्रपति के रूप में आपको, आपके निरंतर समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे मधुर एवं सहयोगपूर्ण संबंधों के लिए अपनी गहन कृतज्ञता प्रकट करता हूँ.'

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