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Cast Census: …तो क्या अब Rahul Gandhi को भी बतानी होगी जाति ?

Modi सरकार ने पूरे देश में जाति जनगणना कराने का ऐलान किया तो सबसे ज्यादा चर्चा किसी नेता की हुई तो वो हैं उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ, जो नारा दिया करते थे कि बंटोगे तो कटोगे, एक रहोगे तो सेफ रहोगे, लेकिन लगता है अब योगी से पंगा लेना विपक्ष को भारी पड़ रहा है, क्योंकि अब तो लोग राहुल गांधी से ही उनकी जाति पूछने लगे हैं !

02 May, 2025
( Updated: 02 May, 2025
03:10 PM )
Cast Census: …तो क्या अब Rahul Gandhi को भी बतानी होगी जाति ?
देश की आजादी के बाद दशकों तक कांग्रेस सत्ता में रही. लेकिन इसके बावजूद जाति जनगणना कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाई. ये काम भी लगता है मोदी सरकार के हिस्से में ही आना था. इसीलिये 30 अप्रैल को ही मोदी सरकार ने ऐलान कर दिया कि हम कराएंगे पूरे देश में जाति जनगणना. और इस एक ऐलान के बाद सबसे ज्यादा चर्चा किसी नेता की हो रही है. तो वो हैं उत्तर प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ. जो नारा दिया करते थे कि बंटोगे तो कटोगे. एक रहोगे तो सेफ रहोगे.

जबसे मोदी सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान किया है. सोशल मीडिया पर योगी के ऐसे बयानों की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. लोग सवाल उठा रहे हैं कि एक तरफ सीएम योगी कह रहे हैं कि बंटोगे तो कटोगे. एक रहोगे तो सेफ रहोगे. और दूसरी तरफ मोदी सरकार ही जाति जनगणना कराने का ऐलान कर रही है. तो वहीं इसी बीच सीएम योगी का एक और बयान तेजी से वायरल होने लगा. जब उन्होंने डंके की चोट पर कहा था कि मैं क्षत्रिय कुल में पैदा हुआ हूं और मुझे इस पर गर्व है.

दरअसल जैसे ही मोदी सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान किया. पत्रकार ममता त्रिपाठी ने सीएम योगी की एक वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा "योगी जी पहले से जानते थे कि आने वाले वक्त में भारतीय जनता पार्टी जातीय जनगणना कराएगी, इसीलिए वो खुलकर जाति स्वाभिमान की बातें करते थे, रोटी, कपड़ा और मकान, सबसे ऊपर जाति जनगणना का काम"

पत्रकार ने जिस इंटरव्यू को शेयर किया. उस इंटरव्यू में सीएम योगी से दरअसल पूछा गया था कि आप पर राजपूतों की राजनीति करने के आरोप लगते हैं. जिस पर सीएम योगी ने जवाब दिया था कि "क्षत्रिय जाति में पैदा होना कोई अपराध थोड़े ही है, इस देश की ये ऐसी जाति है जिसमें भगवान भी जन्म लिये हैं और बार-बार जन्म लिये हैं तो अपनी जाति पर स्वाभिमान हर व्यक्ति को होना चाहिए"

इतना ही नहीं साल 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव के वक्त भी सीएम योगी ने अपनी जाति पर बात करते हुए कहा था कि "किसी जाति में जन्म लेना बुरा है क्या ? मैं क्षत्रिय कुल में पैदा हुआ हूं, इसमें कौन सी बुरी बात है, मैंने उसके बाद संन्यास लिया है एक योगी के रूप में लोक कल्याण के कार्यों में लगा हुआ हूं और सच्चा क्षत्रिय तो वही है जो छत्र बनकर गरीब, दीन दुखियों की रक्षा के लिए अपने आप को होम कर ले, इसमें बुरा क्या है ?

क्षत्रिय कुल में पैदा होने पर गर्व करने वाले सीएम योगी आदित्यनाथ का ये बयान बता रहा है कि वो तो डंके की चोट पर खुद को क्षत्रिय बताते है.और मोदी सरकार के जाति जनगणना कराने के फैसले का समर्थन भी करते हैं. इसीलिये 30 अप्रैल को ही उन्होंने एक ट्वीट में कहा "140 करोड़ देशवासियों के समग्र हित में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में CCPA द्वारा जाति जनगणना को आगामी जनगणना में शामिल किए जाने का निर्णय अभूतपूर्व और स्वागत योग्य है, वंचित, पिछड़े और उपेक्षित वर्गों को सही पहचान और सरकारी योजनाओं में उनकी उचित भागीदारी दिलाने की दिशा में यह एक निर्णायक पहल है, आदरणीय प्रधानमंत्री जी का हार्दिक आभार, जिनके नेतृत्व में भाजपा सरकार ने सामाजिक न्याय और डेटा-आधारित सुशासन को वास्तविकता में बदलने का यह ऐतिहासिक निर्णय लिया है"

सीएम योगी ने जाति जनगणना कराए जाने का समर्थन भी किया. और अपनी जाति भी बता दी कि वो क्षत्रिय कुल में पैदा हुए हैं. और इस बात का उन्हें गर्व है. लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है कि दूसरों की जातियां पूछने को बेताब राहुल गांधी ने उस वक्त अपनी जाति क्यों नहीं बताई जब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने उनकी जाति पूछ ली थी. तब तो कांग्रेस से लेकर सपा तक. सबने हंगामा मचाया था.  

बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने सिर्फ जाति पूछ ली थी. वो भी राहुल गांधी का नाम तक नहीं लिया. लेकिन इसके बावजूद पूरे विपक्ष ने समझ लिया कि राहुल गांधी से उनकी जाति पूछी गई है. हालांकि फिर भी राहुल गांधी ने अपनी जाति नहीं बताई. और पूरे सदन में हंगामा मचा दिया. यही वजह है कि जैसे ही मोदी सरकार ने जाति जनगणना कराने का ऐलान किया. लोग पूछने लगे 

अभी तो सिर्फ बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने बिना नाम लिये राहुल गांधी से उनकी जाति पूछी थी तब पूरा विपक्ष बौखला गया था. अब तो जनता भी विपक्षी नेताओं से जाति पूछ रही है. क्योंकि अब तो सरकार ने भी जाति जनगणना कराने का ऐलान कर दिया है. तो क्या अब भी राहुल गांधी या अखिलेश यादव सवाल पूछेंगे कि आपने जाति कैसे पूछ ली. या फिर उन्हें भी अपनी जाति बताने पड़ेगी. 

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