'ये मोदी का भारत है, हर आतंकी को चुन-चुनकर मारेंगे', पहलगाम के गुनहगारों को अमित शाह का सख्त संदेश
22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले में भारत के 27 जवान शहीद हो गए. इसके बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है. गृहमंत्री अमित शाह ने साफ शब्दों में कहा है कि हर आतंकी को चुन-चुनकर मारा जाएगा और यह नरेंद्र मोदी का भारत है जो कायराना हमलों का सिर्फ जवाब नहीं, हिसाब करता है.

22 अप्रैल 2025 को हुए पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद से देश की राजधानी दिल्ली में हलचल तेज है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृहमंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ इमरजेंसी मीटिंग ले रहे हैं. इस मीटिंग में भारत ने यह स्पष्ट कर दिया कि अब कार्रवाई सिर्फ शब्दों की नहीं, बल्कि हथियारों की होगी.
जिसके बाद अब गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पाकिस्तान और उसके आतंकियों को खुली चेतावनी दे दी. उन्होंने कहा, "आज कोई ये ना समझ ले कि हमारे 27 लोगों को मारकर वो ये लड़ाई जीत गए हैं. हर व्यक्ति को जवाब भी मिलेगा और जवाब लिया भी जाएगा. कोई कायराना हमला करके सोचता है कि ये हमारी जीत है, तो ये समझ ले कि चुन-चुन कर बदला होगा. ये नरेंद्र मोदी का भारत है." शाह का यह बयान न केवल एक राजनीतिक प्रतिक्रिया थी, बल्कि एक स्पष्ट नीति का ऐलान भी था. उन्होंने यह भी कहा कि भारत आतंकवाद के खिलाफ तब तक अपनी लड़ाई जारी रखेगा जब तक इसकी जड़ें पूरी तरह खत्म नहीं कर दी जातीं.
सईद के खिलाफ पुख्ता सबूत, अब बचेगा नहीं
इस हमले के बाद भारतीय एजेंसियों ने जांच तेज कर दी और जल्द ही लश्कर-ए-तैयबा के चीफ और 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद की भूमिका उजागर हुई. सूत्रों के अनुसार, सईद ने न केवल इस हमले की साजिश रची थी बल्कि इसके लिए आतंकी फंडिंग और ट्रेनिंग में भी अहम भूमिका निभाई.
भारतीय खुफिया एजेंसियों को पता चला है कि सईद इस समय पाकिस्तान के लाहौर के जोहर टाउन इलाके में घर नंबर 116 E में छिपा हुआ है. उसे पाकिस्तानी सेना और ISI की कड़ी सुरक्षा में रखा गया है. लेकिन अब भारत ने ठान लिया है कि चाहे उसे कहीं भी छिपा दिया जाए, इस बार हाफिज सईद बचेगा नहीं.
भारत के दो घातक हथियार
भारतीय वायुसेना के पास अब राफेल जैसे आधुनिक लड़ाकू विमान हैं जो लंबी दूरी तक सटीक निशाना लगाने वाली स्कैल्प मिसाइलों से लैस हैं. स्कैल्प मिसाइल की रेंज करीब 300 किलोमीटर है और यह दुश्मन के इलाके में गहराई तक घुसकर टारगेट को खत्म करने में सक्षम है. बालाकोट स्ट्राइक के समय भारत ने मिराज-2000 का इस्तेमाल किया था, लेकिन अब राफेल के साथ हमले की ताकत कई गुना बढ़ गई है.
इसके साथ ही भारत के पास MQ-9 रीपर ड्रोन और स्वदेशी DRDO रुस्तम-2 जैसे घातक ड्रोन मौजूद हैं. ये ड्रोन बिना किसी जमीनी सेना के दखल के दुश्मन के ठिकाने पर सटीक हमला कर सकते हैं. अमेरिका ने ऐसे ही ड्रोन से ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी को मारा था और भारत भी अब उसी राह पर चलने को तैयार है.
भारत के एक्शन से डरे आतंकी
भारत की सख्त रणनीति और तेज़ कार्रवाई के चलते पाकिस्तान में खलबली मच गई है. पाक सरकार ने हाफिज सईद को बचाने के लिए उसे घनी आबादी वाले इलाके में छिपा दिया है ताकि भारत अगर हमला करे तो आम नागरिकों की मौत हो और भारत की अंतर्राष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचे. लेकिन भारतीय एजेंसियों ने ऐसी रणनीति बनाई है जिससे बिना किसी मासूम की जान लिए सईद को खत्म किया जा सके. भारत अब सैन्य एक्शन के साथ-साथ कूटनीतिक और आर्थिक मोर्चे पर भी पाकिस्तान को घेरने में लगा है.
वैसे आपको बता दें कि भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को कई स्तरों पर घेरना शुरू कर दिया है. सबसे पहले भारत ने पाकिस्तानी विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया. इसके अलावा अटारी बॉर्डर से पाक नागरिकों की एंट्री रोक दी गई. भारत में मौजूद पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया. भारत सरकार ने पाकिस्तान के साथ SAARC वीजा छूट योजना को भी तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इसके अलावा सिंधु जल संधि को भी सस्पेंड करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. ये सारे कदम न केवल पाकिस्तान पर दबाव बनाने के लिए हैं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को और मजबूत करते हैं.
पहलगाम हमले ने भारत को झकझोर कर रख दिया है, लेकिन यह झटका देश को कमजोर करने के लिए नहीं, बल्कि और भी मजबूत करने के लिए बना है. गृह मंत्री अमित शाह की चेतावनी, राफेल और ब्रह्मोस की ताकत, MQ-9 रीपर की निगरानी और भारतीय सेना की सर्जिकल क्षमताएं अब आतंकियों के ताबूत में आखिरी कील ठोकने जा रही हैं.