पाकिस्तान के खिलाफ भारत का एक्शन सिर्फ स्थगित हुआ है... PM मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें
भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर समझौते के बाद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रात 8 बजे देश को संबोधन किया. उन्होंने कहा जिन लोगों ने महिलाओं के माथे से सिंदूर मिटाया, हमने उन्हें ही मिटा दिया है. इसके अलावा उन्होंने सीजफायर समझौते को लेकर पाकिस्तान को साफ कह दिया है कि यह मिलिट्री एक्शन सिर्फ स्थगित हुआ है. मतलब अभी हम बस पाकिस्तान के रवैए को देखेंगे, उसके बाद आगे का एक्शन तय होगा. पीएम मोदी के इस बयान की 10 प्रमुख बातें पढ़े.

सोमवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने 22 मिनट के संबोधन में वो शब्द कहे जो न सिर्फ देश के नागरिकों में आत्मविश्वास भरने वाले थे, बल्कि भारत की आतंकवाद के प्रति नीति को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी स्पष्ट संदेश देने वाले थे. यह संबोधन उस ऐतिहासिक सैन्य कार्रवाई 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद हुआ जिसमें भारत ने पाकिस्तान के भीतर आतंकवादी ठिकानों पर सटीक और निर्णायक हमला किया. इस संबोधन की हर एक बात देश के भविष्य, सुरक्षा और आत्मगौरव से जुड़ी थी. यह सिर्फ एक भाषण नहीं, बल्कि राष्ट्र की सुरक्षा नीति का ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है, ऐसे में आइए एक नजर डालते हैं PM मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातों पर.
PM मोदी के संबोधन की 10 बड़ी बातें
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य ताकत का प्रदर्शन
प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत अब किसी भी कीमत पर आतंकवाद को सहन नहीं करेगा. उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पाकिस्तान के अंदर घुसकर 100 से अधिक खतरनाक आतंकियों को मौत के घाट उतारा, जो वर्षों से भारत के खिलाफ षड्यंत्र रच रहे थे. यह कार्यवाही सिर्फ एक सैन्य ऑपरेशन नहीं थी, यह भारत की तरफ से एक सख्त और साफ संदेश था कि अब आतंक और उसके सरपरस्तों को बख्शा नहीं जाएगा.
परमाणु धमकी नहीं चलेगी
प्रधानमंत्री मोदी ने एक और ऐतिहासिक बात कही जिसने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा. उन्होंने दो टूक कहा कि भारत अब किसी भी प्रकार की "परमाणु ब्लैकमेलिंग" को बर्दाश्त नहीं करेगा. यह वाक्य न केवल पाकिस्तान बल्कि उन सभी देशों के लिए चेतावनी था जो आतंक को अपनी रणनीतिक नीति का हिस्सा मानते हैं. भारत अब हर हमले का जवाब अपनी शर्तों पर देगा.
दुश्मन को सीने पर प्रहार
प्रधानमंत्री ने बताया कि पाकिस्तान सीमा पर हमला करने की योजना बना रहा था लेकिन भारत ने उससे पहले ही उसके "सीने पर वार" कर दिया. भारतीय सेना और वायुसेना ने मिलकर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर हमला किया जिससे न केवल उनका ढांचा ध्वस्त हुआ, बल्कि उनकी हिम्मत भी टूट गई. यह हमला सिर्फ शारीरिक रूप से नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी पाकिस्तान को झकझोरने वाला था.
बेटियों का सिंदूर मिटाने वालों को जवाब
पीएम मोदी ने कहा कि आतंकियों को अब यह समझ आ गया होगा कि भारत की बेटियों और माताओं का सिंदूर मिटाने की कोशिश करने वालों का अंजाम क्या होता है. ऑपरेशन सिंदूर न सिर्फ एक सामरिक कार्रवाई थी बल्कि यह एक सांस्कृतिक और भावनात्मक बदला था, जिसने हर भारतीय के हृदय में गर्व और गौरव की भावना भर दी.
सटीक हमलों का विज्ञान
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय वायुसेना और ड्रोन ने इतने सटीक तरीके से हमले किए कि आतंकवादी सोच भी नहीं पाए कि भारत इस तरह का जवाब दे सकता है. यह एक सैन्य रणनीति का उत्कृष्ट उदाहरण था जहां विज्ञान, तकनीक और साहस का अनूठा संगम देखने को मिला. इस अभियान में भारतीय वैज्ञानिकों और रक्षा अनुसंधान संस्थानों की भूमिका भी प्रशंसनीय रही.
सैनिकों की बहादुरी को सलाम
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश की सेना को सलाम किया और कहा कि ऑपरेशन सिंदूर में हमारे सैनिकों ने अद्भुत वीरता और अनुशासन का परिचय दिया. उन्होंने कहा कि जब देश एकजुट होता है तो किसी भी चुनौती का सामना किया जा सकता है और भारत ने यह कर के दिखाया है.
नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि
पीएम मोदी ने कहा कि भारत हमेशा अपने नागरिकों की रक्षा के लिए तैयार रहेगा और इसके लिए अगर कोई भी साहसी फैसला लेना पड़े तो सरकार पीछे नहीं हटेगी. यह संदेश स्पष्ट था कि चाहे कोई भी राजनीतिक दबाव हो या अंतरराष्ट्रीय आलोचना, भारत की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी.
पाकिस्तान को अंदर से खत्म करेगा आतंक
प्रधानमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि पाकिस्तान की सेना और सरकार खुद आतंकवाद को पाल रही है और यही आतंक एक दिन उन्हें भीतर से खत्म कर देगा. यह शब्द एक भविष्यवाणी की तरह थे, जो इस सच्चाई को उजागर करते हैं कि आतंक का पोषण करने वाले देश खुद भी उसकी आग में जलते हैं.
'आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते'
अंत में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट कहा कि "आतंक और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते." यह संदेश उन सभी देशों और संगठनों के लिए था जो भारत पर बातचीत का दबाव बनाते हैं जबकि असल में आतंकवाद पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं करते. यह वक्तव्य भारत की विदेश नीति की रीढ़ बन सकता है जिसमें संप्रभुता और सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाएगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह संबोधन न केवल एक सैन्य अभियान की जानकारी देने वाला भाषण था, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भरता, आत्मबल और रणनीतिक दृढ़ता का जीवंत उदाहरण था. इसने दुनिया को दिखा दिया कि नया भारत न केवल बात करता है बल्कि कर के दिखाता है. 'ऑपरेशन सिंदूर' का नाम अब सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि एक प्रतीक बन चुका है एक ऐसे भारत का प्रतीक जो अब चुप नहीं बैठता, जवाब देता है, और जब देता है तो दुश्मन के सीने पर देता है.