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Covid-19 के बढ़ते केसों में क्या फिर से शुरू करें काढ़ा और गिलोय? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

भारत में Covid-19 के बढ़ते मामलों के बीच इम्युनिटी को मजबूत रखना बेहद जरूरी हो गया है. इस लेख में जानिए कोरोना के ओमिक्रॉन और उसके सब-वैरिएंट्स के बारे में, साथ ही गिलोय और काढ़ा जैसे घरेलू नुस्खों के फायदों और सावधानियों के बारे में. जानिए कैसे सही तरीके से काढ़ा-गिलोय का सेवन करें और कोरोना से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतें.

14 Jun, 2025
( Updated: 14 Jun, 2025
05:48 PM )
Covid-19 के बढ़ते केसों में क्या फिर से शुरू करें काढ़ा और गिलोय? जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट्स

भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ते दिख रहे हैं. बीते कुछ हफ्तों में केसों में आई तेजी ने एक बार फिर लोगों को सतर्क कर दिया है. खास बात ये है कि इस बार भी संक्रमण के पीछे वायरस के नए रूप ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स NB.1.8.1 और XFG — को जिम्मेदार माना जा रहा है.

हालांकि इन वेरिएंट्स से होने वाले लक्षण आमतौर पर हल्के बताए जा रहे हैं, फिर भी बुजुर्ग, पहले से बीमार या कमजोर इम्युनिटी वाले लोगों के लिए ये लहर खतरा बन सकती है.

क्यों जरूरी है इम्यून सिस्टम का मजबूत होना?

इम्युनिटी यानी रोगों से लड़ने की प्राकृतिक क्षमता. विशेषज्ञों के अनुसार, जब शरीर का इम्युन सिस्टम मजबूत होता है, तो वायरस चाहे कोई भी हो, वो आसानी से शरीर पर हावी नहीं हो पाता. इसीलिए कोरोना जैसे संक्रमण से बचाव के लिए भी इम्युनिटी को मजबूत बनाए रखना जरूरी है.

डॉक्टरों का कहना है कि इम्युनिटी को एक दिन में नहीं बढ़ाया जा सकता. इसके लिए लगातार सही खानपान, व्यायाम, नींद और कुछ आयुर्वेदिक उपायों को अपनाना जरूरी है.

क्या गिलोय और काढ़ा फिर से फायदेमंद हो सकते हैं?

कोरोना की शुरुआत के समय जिन घरेलू नुस्खों को खूब अपनाया गया, उनमें गिलोय का रस और औषधीय काढ़ा सबसे प्रमुख थे.

गिलोय (Tinospora cordifolia):

  • गिलोय एक औषधीय बेल है, जिसे आयुर्वेद में 'अमृता' भी कहा जाता है.
  • इसमें इम्यूनोमॉड्यूलेटरी गुण होते हैं, जो शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा को सक्रिय करते हैं.
  • कुछ रिसर्च में गिलोय को शुगर लेवल नियंत्रित करने, लिवर और किडनी की कार्यक्षमता बनाए रखने में भी उपयोगी पाया गया है.

औषधीय काढ़ा:

  • तुलसी, अदरक, काली मिर्च, दालचीनी और मुलेठी जैसे हर्ब्स से तैयार काढ़ा गले की खराश, जुकाम और हल्के बुखार से राहत दिला सकता है.
  • ये बलगम कम करने और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक माना गया है.

डॉक्टरी सलाह क्यों जरूरी है?

  • हालांकि गिलोय और काढ़ा जैसी चीजें फायदेमंद हैं, लेकिन इनका अनियंत्रित या बिना जरूरत सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है.
  • गर्मियों में ये चीजें शरीर की गर्मी और बढ़ा सकती हैं.
  • यदि आप पहले से किसी बीमारी से पीड़ित हैं या दवाएं ले रहे हैं, तो किसी भी तरह का नया उपाय शुरू करने से पहले डॉक्टर की राय जरूर लें.

सुरक्षित सेवन कैसे करें?

  • दिन में एक बार आधा कप काढ़ा पीना पर्याप्त होता है.
  • 10-15 ml गिलोय का रस गुनगुने पानी के साथ लिया जा सकता है, लेकिन इसकी मात्रा व्यक्ति की उम्र और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है.

सजग रहें, लेकिन घबराएं नहीं

कोरोना का नया उछाल एक चेतावनी है कि वायरस पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है. इसलिए सावधानी जरूरी है. इम्युनिटी बढ़ाने के उपायों को अपनाना समझदारी है, लेकिन किसी भी घरेलू उपाय को इलाज का विकल्प न समझें.

संतुलित जीवनशैली, पोषणयुक्त आहार और डॉक्टर की सलाह के साथ ही कोरोना जैसी बीमारियों से मुकाबला संभव है.

डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य जानकारी के उद्देश्य से तैयार किया गया है. इसमें दी गई जानकारी किसी भी प्रकार की चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. किसी भी स्वास्थ्य संबंधी निर्णय से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.

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