'तानाशाही सरकार को जड़ से उखाड़ फेंको...', इजरायली पीएम ने ईरान की जनता से की अपील, कहा- हमारी लड़ाई आम लोगों के खिलाफ नहीं
इजरायल और ईरान के बीच तनाव जारी है. मिडिल ईस्ट के दोनों देशों के बीच युद्ध जैसा माहौल बना हुआ है. पिछले 24 घंटे में 178 ईरानी नागरिकों की मौत हुई है. इस बीच इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरानी जनता से खास तानाशाही को उखाड़ फेंकने की खास अपील की है. दूसरी तरफ नेतन्याहू के बयान से भड़के ईरान के सुप्रीम लीडर ने भी उन्हें धमकी देते हुए कहा कि आपके लिए जहन्नुम तैयार है.

फिलीस्तीन को बर्बाद करने के बाद अब इजरायल ने अपना अगला कदम एक और देश की तरफ बढ़ा दिया है. मिडिल ईस्ट में अब एक और युद्ध छिड़ गया है. यह लड़ाई इजरायल और ईरान के बीच की है. 13 जून को हुए इजरायली हवाई हमले में ईरान के 178 नागरिकों की मौत हो चुकी है. पिछले 24 से 48 घंटे के अंदर इजरायल लगातार हवाई हमले कर रहा है. वहीं इजरायल के हवाई हमले का करारा जवाब देते हुए ईरान ने भी उसकी कई रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया है. दोनों देशों की लड़ाई सिर्फ युद्ध के मैदान तक ही नहीं बल्कि जुबानी जंग के रूप में भी तब्दील हो चुकी है. इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान की जनता से खास अपील करते हुए तानाशाही को उखाड़ फेंकने की बात कही है. वहीं इस बयान पर भड़के ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई ने भी करारा जवाब देते हुए कहा है कि आपके लिए जहन्नुम तैयार है. ईरान के साथ परमाणु डील में लगे अमेरिका को इस लड़ाई की वजह से बड़ा घाटा हुआ है. क्योंकि ट्रंप की ईरान के साथ परमाणु डील अब खतरे में है.
तानाशाही को जड़ से उखाड़ फेंको - नेतन्याहू
ईरान पर हवाई हमले के बाद इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सीधे ईरान की जनता को संबोधित करते हुए कहा है कि 'उन्हें मौजूदा शासन के खिलाफ खड़े होने की जरूरत है. यह लड़ाई ईरान की जनता के खिलाफ नहीं बल्कि वहां की तथाकथित सरकार के खिलाफ है. जो पूरी तरीके से तानाशाही पर निर्भर है. मुझे पूरा विश्वास है कि इजराइल का यह मिलिट्री ऑपरेशन आपकी आजादी के रास्ते को साफ करेगा. यह समय बुराई और दमनकारी शासन के खिलाफ है. ईरान के लोगों को एकजुट खड़े होने का है. ईरानी सरकार जिसने आपका 50 साल तक उत्पीड़न किया. उसी ने आपके मुल्क को तबाह किया है.'
'ईरानी सरकार ने 46 साल से लोगों को दबाया है'
इजरायली प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हमारी जंग ईरान की तानाशाही के खिलाफ है. जिसने यहां की जनता को 46 सालों से दबाया है. इजरायल के ऑपरेशन का उद्देश्य ईरानी सरकार के परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को जड़ से उखाड़ फेंकना है. जैसे ही हमारा उद्देश्य पूरा होगा, आपकी आजादी का रास्ता साफ हो जाएगा.
हम इजरायल को बर्बाद करके रहेंगे - ईरान
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बयान से भड़के ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्लाह अली खामनेई ने कहा है कि 'इजरायल ने युद्ध की शुरुआत कर दी है. अब इजरायल इस जंग से बाहर नहीं निकल सकता. इजरायल को यह नहीं सोचना चाहिए की हमले के बाद सब कुछ खत्म हो गया है. उनका यह हमला युद्ध की शुरुआत है. हम उनके द्वारा किए गए अपराध से उन्हें बचकर जाने नहीं देंगे. इस अपराध के साथ इजरायल ने खुद को दर्दनाक भाग्य के लिए तैयार कर लिया है. उन्हें इसका सामना निश्चित रूप से करना पड़ेगा. ईरान के खिलाफ युद्ध में इजरायल के हाथ खून से सने पड़े हैं. हम इजरायल को बर्बाद कर देंगे, उनके लिए नर्क के दरवाजे खोल देंगे.
ईरान-इजरायल युद्ध में अब तक 178 की मौत
इजरायल ने तेहरान और कई अन्य शहरों में कई बैलिस्टिक मिसाइल हमले किए हैं. जिसका ईरान ने मिसाइल और ड्रोन हमले के साथ पलटवार किया है. इजराइल में लाखों लोगों ने बंकरों में शरण ले रखा है. मिसाइल हमले की वजह से देश भर में लगातार सायरन बज रहे हैं. ईरानी नागरिकों को भी सुरक्षित स्थान पर जाने के लिए कहा गया है. इजरायली हमले में अब तक 178 ईरानी नागरिकों की मौत हो चुकी है. वहीं 350 से ज्यादा लोग घायल हैं.
परमाणु खतरा खत्म होने तक ऑपरेशन राइजिंग जारी रहेगा - इजरायल
इजरायल और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. वही इजरायल ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि जब तक ईरान का परमाणु खतरा खत्म नहीं होता, तब तक उनका ऑपरेशन राइजिंग जारी रहेगा. हम अपने बैलिस्टिक मिसाइल हमले की क्षमता को और बढ़ाएंगे. सभी नागरिकों को बंकरों में रहने की सलाह दी गई है. जानकारी के लिए बता दें कि इजरायल का मुख्य टारगेट ईरान के सैन्य और परमाणु जगहों को निशाना बनाना है. दूसरी तरफ ईरान भी कहीं से भी पीछे नहीं हट रहा और अपनी तरफ से करारा जवाब दे रहा है.