'आग से खेल रहे हैं पुतिन...', बड़बोले ट्रंप ने फिर थपथपाई अपनी पीठ, कहा- मैं ना होता तो रूस में बहुत बुरा हो चुका होता
ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा पुतिन को यह एहसास नहीं है कि अगर मैं नहीं होता तो रूस में बहुत बुरी चीज पहले ही हो चुकी होती. पुतिन लगातार आग से खेल रहे हैं. यह बयान तब सामने आया है, जब बीते 100 घंटे से रूस लगातार यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. जिससे यूक्रेन की राजधानी समेत 30 से ज्यादा शहरों में तबाही मची है.

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने दूसरे कार्यकाल में क्रेडिटजीवी बनने का चस्का लगा हुआ है. जिसके चलते वह खबरों के सुर्खियों में लगातार बने रहते हैं. ट्रंप ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा दावा कर दिया है. उन्होंने कहा पुतिन को यह एहसास नहीं है कि अगर मैं नहीं होता तो रूस में बहुत बुरी चीज पहले ही हो चुकी होती. पुतिन लगातार आग से खेल रहे हैं.
रूस का कब्जा बढ़ा
राष्ट्रपति ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है, जब बीते 100 घंटे से रूस लगातार यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रहा है. जिससे यूक्रेन की राजधानी समेत 30 से ज्यादा शहरों में तबाही मची है. रूस का दावा है कि बफर जोन बढ़ाया गया है. साथ ही कुर्स्क क्षेत्र से यूक्रेन की सेना को पूरी तरह से खदेड़ दिया गया है. इसके अलावा रूस के फाइटर जेट ने सैनिकों के लिए आगे का रास्ता भी तैयार कर दिया है.जिससे पुतिन की सेना ने सूमी और खारकीव के इलाकों में संपूर्ण कब्जा करके रूस का झंडा लगा दिया है. इसके बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की की मुद्रा में आ चुके हैं.
पुतिन ने जारी किया फरमान
पुतिन के सख्त तेवर के बाद रूस की सेना ने जिस तरह से अपने कब्जे को बढ़ाया है. वो जेलेंस्की को सरेंडर की मुद्रा में ला चुका है. इससे जेलेंस्की तभी बच सकते हैं जब नाटो फ्रंटलाइन पर आकर रूस से टकराएगा. ऐसे में अगर यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की युद्धविराम कर लेते हैं तो, कुछ वक्त के लिए भारी तबाही से वह बच सकते हैं. लेकिन जेलेंस्की ठीक वैसा ही कदम बार-बार उठा रहे हैं, जो पुतिन चाहते हैं. यूक्रेन के पास हथियार की कमी है. युद्धविराम करने से लगातार इनकार किया जा रहा है, जो संकटकाल को बढ़ा रहा है. वहीं दूसरी तरफ पुतिन लगातार हथियारों के प्रोडक्शन पर ध्यान दे रहे हैं. यूक्रेन को इस बात का एकदम भी अंदाजा नहीं था कि युद्धविराम की संभावना खत्म होते ही एक बार फिर रूस इस तरह से आक्रामक रवैया अपनाते हुए बड़ा हमला करेगा. इस दौरान नाटो देशों को भी यूक्रेन को हथियार देने का समय तक नहीं मिला.
नई प्लानिंग पर काम कर रहे पुतिन
यूक्रेन को लेकर पुतिन एक बार फिर एक्शन मोड में है और उन्हें नए ब्लूप्रिंट के साथ काम कर रहे हैं. पुतिन ने बफर जोन का दायरा बढ़ाया है. जिससे रूसी सैनिक तेजी से यूक्रेन की सेना को खदेड़ रहे हैं. अगर ऐसे ही पुतिन काम करते रहे तो जून में आधे से ज्यादा यूक्रेन को बफर जोन में बदल दिया जाएगा. पिछले 100 घंटे से लगातार रूस की सेना यूक्रेन पर आग बरसा रही है. सबसे खास बात यह है कि कुर्स्क में यूक्रेन में जो तबाही मचाई है. उसका बदला रूस ले रहा है. इसके लिए रूस ने यूक्रेन के बॉर्डर वाले इलाके चुने हैं. कुर्स्क का बदला रूस ने सूमी में तबाही मचाकर ली है. इन सब के बीच सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शांति वार्ता की सारी कोशिश नाकाम साबित हुई है.
पुतिन का क्यों बढ़ा गुस्सा
दरअसल बीते दिनों दोनों देशों के बीच शांति वार्ता के दौरान यूक्रेन युद्धविराम पर तैयार नहीं हुआ. इसको लेकर पुतिन का गुस्सा और भी ज्यादा बढ़ गया और उन्होंने मौके को भांपते हुए यूक्रेन के विनाश का फरमान जारी कर दिया. अब रूस की सेना जो तबाही मचा रही हैं उससे उबरने में यूक्रेन को सालों लग जाएगा.