CM Mamata ने कहा ‘भोगी’ तो CM Yogi बोले- पहले अपने गिरेबान में झाकिए !
CM Yogi की बात पर सीएम ममता बनर्जी इस कदर बौखला गईं कि शायद ये बात भी भूल गईं कि सीएम योगी भी उन्हीं की तरह संवैधानिक पद पर बैठे एक मुख्यमंत्री हैं, इसीलिये उन पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए भोगी कह दिया जिस पर जल्द ही सीएम योगी ने भी जोरदार पलटवार किया !

उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में जो लोग जानते हैं. वो ये बात भी अच्छी तरह से जानते होंगे कि बात जब सियासी वार पलटवार की आती है तो सीएम योगी कभी कुछ उधार नहीं रखते हैं. अगर सामने वाला नेता वार करता है तो वक्त आने पर सीएम योगी भी जोरदार पलटवार जरूर करते हैं. कुछ ऐसा ही एक बार फिर हुआ जब मुर्शिदाबाद दंगे पर बुरी तरह घिरीं सीएम ममता बनर्जी दंगाइयों की अकड़ तोड़ने की बजाए सीएम योगी पर ही अपना गुस्सा उतारने लगीं और मुसलमानों के साथ बैठक के दौरान सीएम योगी को ही भोगी कह दिया. क्योंकि उन्होंने दंगाइयों की अकड़ तोड़ने के लिए बस इतना कह दिया था कि लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं.
सीएम योगी की बात पर सीएम ममता बनर्जी इस कदर बौखला गईं कि शायद ये बात भी भूल गईं कि सीएम योगी भी उन्हीं की तरह संवैधानिक पद पर बैठे एक मुख्यमंत्री हैं. इसीलिये उन पर व्यक्तिगत हमला बोलते हुए भोगी कह दिया.जिस पर जल्द ही सीएम योगी ने भी जोरदार पलटवार किया.और ऐसा पलटवार किया कि उन्हें अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत तक दे डाली.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सीएम योगी ने ममता के भोगी वाले बयान पर पलटवार करते हुए सबसे पहले खुद की सादगी के सबूत देते हुए कहा कि "ममता जी मुझे भोगी कह रही हैं मैं उनसे पूछता हूं कोई भोगी क्या इतना ही पैसा रखता है? मेरे पास तो एक जोड़ी कपड़े, एक झोला, और कुछ किताबें हैं, मैंने सांसारिक सुखों का त्याग कर दिया है, मैं एक साधु हूं और साधु की जिंदगी सादगी की होती है"
गोरक्षनाथ मठ के महंत होने के नाते योगी आदित्यनाथ ने कुछ इसी अंदाज में पहले ममता को समझाया कि वो भोगी नहीं एक योगी ही हैं.तो वहीं दूसरी तरफ एक नेता के तौर पर भी ममता पर जोरदार पलटवार करते हुए कहा कि "जिन्होंने सत्ता के लिए भ्रष्टाचार को गले लगाया, जिनके मंत्री जेल में हैं, वे मुझे भोगी कह रहे हैं, ममता जी, पहले अपने गिरेबान में झांकिए, बंगाल में भ्रष्टाचार की गंगा बह रही है, आपके मंत्री स्कूल भर्ती घोटाले में जेल में हैं, आपके नेता मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसे हैं, आपने बंगाल को लूटने का ठेका ले रखा है और मुझे भोगी कह रही हैं?
सीएम योगी ने जिस तरह से जोरदार पलटवार किया.उसे देख कर लग रहा है कि सीएम ममता बनर्जी ने योगी को भोगी बोल कर गलत नेता से पंगा ले लिया. क्योंकि पलटवार में माहिर सीएम योगी ने उन्हें एक साधु होने का मतलब भी समझा दिया और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर उन्हें घेर कर एक मंझे हुए नेता होने का सबूत भी दे दिया.
कैसे जला मुर्शिदाबाद ?
8 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हिंसा भड़की.
9 अप्रैल को बोलीं CM ममता- बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं होगा.
10 अप्रैल को हिंसा फैलाने के लिए 22 लोगों को गिरफ्तार किया गया.
11 अप्रैल को मुर्शिदाबाद में विरोध ने हिंसक रूप ले लिया.
12 अप्रैल को हिंसक भीड़ ने पिता-बेटे की, हिंसा में 3 की मौत हो गई.
13 अप्रैल को धुलियान से 500 लोगों के पलायन की खबर आई.
14 अप्रैल को 24 परगना में पुलिस की गाड़ियां जला दी गईं.
15 अप्रैल को हिंसा में बांग्लादेशी कनेक्शन सामने आया.
16 अप्रैल को CM ममता ने इमामों और मौलानाओं के साथ बैठक की.
17 अप्रैल को ममता सरकार ने हिंसा पर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की.
18 अप्रैल को राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष मुर्शिदाबाद पहुंचीं.
वक्फ संशोधन कानून के विरोध के नाम पर मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा पर ममता सरकार बुरी तरह घिर गई है. क्योंकि समय रहते बंगाल पुलिस प्रशासन दंगे पर काबू नहीं कर सका. और हालात सरकार के हाथ से बाहर चले गये. जिसकी वजह से कलकत्ता हाईकोर्ट को पैरामिलिट्री फोर्स उतारने का आदेश देना पड़ा. तब जाकर हालात सामान्य हो पाए हैं. हालांकि मुर्शिदाबाद के हिंदुओं में अभी भी डर का माहौल है. उन्हें तो ममता सरकार की पुलिस पर भी भरोसा नहीं है. इसीलिये बीएसएफ कैंप की मांग कर रहे हैं…
पीड़ितों का ये बयान बता रहा है कि मुर्शिदाबाद में हिंदुओं का क्या हाल है. और ये कोई पहली बार नहीं है. इससे पहले भी पश्चिम बंगाल से हिंदुओं के त्योहारों पर हिंसा की खबरें आती रही हैं. तो वहीं चुनावों के दौरान भी हिंसा की कई खबरें आ चुकी हैं.और अब वक्फ संशोधन कानून के विरोध के नाम पर बंगाल में हिंसा हो रही है. इस पर आपका क्या कहना है अपनी राय हमें कमेंट कर जरूर बताएं. साथ ही मुर्शिदाबाद में हिंदुओं के हालात जानने के लिए देखिये NMF NEWS की ये ग्राउंड जीरो रिपोर्ट.