BJP को वोट देने वाले मस्जिद के मौलवी ने बताया Yogi को क्यों प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं ?
Akhilesh और Owaisi जैसे विपक्षी नेता योगी को मुस्लिम विरोधी बताने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं लेकिन इसके बावजूद यूपी के मुसलमान योगी को ही प्रधानमंत्री क्यों बनाना चाहते हैं, वजह जानकर दंग रह जाएंगे !

अपनी सरकार के काम के दम पर लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाल रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भले ही जनता जनार्दन का भारी समर्थन मिलता रहा हो।लेकिन देश की राजनीति में उनके विरोधियों की भी कमी नहीं है। यूपी में जहां सपा। बसपा जैसी सियासी पार्टियां लगातार योगी सरकार का विरोध करती रही हैं। तो वहीं दूसरी तरफ हजारों किलोमीटर दक्षिण भारत के शहर हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी भी योगी सरकार के सबसे बड़े विरोधी माने जाते हैं।और योगी को मुस्लिम विरोधी बताने का कोई मौका नहीं छोड़ते। जिन्हें अब यूपी की मस्जिद के एक मौलवी ने समझा दिया कि वो योगी सरकार से इतने खुश हैं कि उन्हें अब देश का प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।
जी हां। आपने बिल्कुल सही सुना। ओवैसी और अखिलेश जैसे नेता भले ही योगी आदित्यनाथ का विरोध करते रहे हों। लेकिन इसी यूपी में कुछ मुसलमान ऐसे भी हैं जो बीजेपी को वोट भी देते हैं। और योगी को देश का प्रधानमंत्री भी बनाना चाहते हैं। कुछ ऐसे ही मुसलमान हैं राम नगरी अयोध्या की एक मस्जिद के मौलवी फैयाज। जो बेखौफ होकर अयोध्या में बीजेपी को वोट देते हैं। क्योंकि उन्हें मोदी और योगी सरकार का काम पसंद है।
कुछ लोगों को लगता है कि मुसलमान सीएम योगी के खौफ में उनकी तारीफ करते हैं। ऐसी सोच वालों को भी मौलवी फैयाज ने जवाब दे दिया कि अगर मोदी और योगी रहेंगे तो गरीबों की मदद होगी और अगर ये नहीं रहेंगे तो फिर से गुंडे बदमाश पैदा हो जाएंगे।
मौलवी फैयाज का बयान बता रहा है कि धीरे धीरे ही सही मोदी और योगी सरकार पर मुसलमानों का भरोसा बढ़ता जा रहा है। और ये भरोसा भी इस कदर है कि अब तो मौलवी फैयाज चाहते हैं कि योगी आदित्यनाथ को देश का प्रधानमंत्री बनना चाहिए।
एक तरफ हैदराबादी सांसद असदुद्दीन ओवैसी हैं जो लगातार योगी को मुस्लिम विरोधी बताने का एजेंडा चलाते रहते हैं। और आज तक यूपी में ना तो एक भी विधानसभा सीट जीत पाए और ना ही एक भी लोकसभा सीट जीत पाए। क्योंकि धीरे धीरे मौलवी फैयाज जैसे मुसलमान भी अब मोदी और योगी सरकार के काम से खुश हैं। और उन्हें वोट भी देने लगे हैं। इसीलिये मुरादाबाद की जिस कुंदरकी सीट पर मुसलमानों की सबसे ज्यादा आबादी है उस सीट पर भी बीजेपी जीतने लगी है। और इस जीत पर योगी ने कहा था कि भूले भटके लोगों को अब अपना गोत्र और जाति याद आने लगी है।
एक तरफ जहां ओवैसी जैसे कुछ सियासी विरोधी नेता सीएम योगी को मुस्लिमों का सबसे बड़ा विरोधी नेता बताने का एजेंडा चलाते रहते रहे हों। लेकिन सीएम योगी का तो साफ कहना है कि मुसलमानों से मेरा वही रिश्ता है जैसा मुझसे उनका व्यवहार है, वह मुझसे प्यार करते हैं मैं उनसे प्यार करता हूं। यानि जैसा व्यवहार मुसलमान सीएम योगी के साथ करेंगे वैसा ही व्यवहार वो भी मुसलमानों के साथ करेंगे। बात यहीं खत्म नहीं होती। मोदी सरकार हो या योगी सरकार। योजनाओं का लाभ पहुंचाने में भी कभी किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं करती है। शायद यही वजह है कि यूपी के मुसलमान भी अब योगी को प्रधानमंत्री बनाना चाहते हैं।