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असम में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन, पुलिस पर किया पथराव

13 अप्रैल को कछार जिले के सिलचर शहर में वक्फ संशोधन को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था. इस दौरान बिना प्रशासन की अनुमति के सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने लाठी चार्ज किया.

Created By: NMF News
15 Apr, 2025
( Updated: 15 Apr, 2025
10:35 AM )
असम में वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन, पुलिस पर किया पथराव
देशभर में वक्फ कानून लागू होने के बाद से ही इसको लेकर विरोध देखा जा रहा है. देश के कई हिस्सों में हिंसक घटनाएं हो रही है. पश्चिम बंगाल में हिंसा में लगातार उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है. मासूम लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं. लेकिन अब पश्चिम बंगाल के बाद हिंसा की आग असम में भी देखने को मिल रहा है. असम के कछार जिले में वक्फ बिल के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए.  प्रदर्शन में शामिल लोगों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया. जरा ये तस्वीर देखे.

वक्फ कानून को लेकर बंगाल के मुर्शिदाबाद में विरोध प्रदर्शन अभी थमा भी नहीं कि असम में भी इसकी आग दिखने लगी है. घटना रविवार, 13 अप्रैल की है. कछार जिले के सिलचर शहर में वक्फ संशोधन को लेकर विरोध प्रदर्शन हो रहा था. इस दौरान बिना प्रशासन की अनुमति के सैकड़ों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए. इन प्रदर्शनकारियों की संख्या करीब 300 से 400 थी. विरोध रैली शुरू में शांतिपूर्ण रही. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं और नारे लगा रहे थे कि यह कानून "इस्लाम विरोधी" है. साथ ही कहा कि अगर इसे वापस नहीं लिया गया तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे. इस पर पुलिसकर्मियों ने रैली को रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षाकर्मियों पर ही पथराव करना शुरू कर दिया. पुलिस ने बहुत समझाने की कोशिश की. जब भीड़ और उग्र  होने लगी तो पुलिस को मजबूरन लाठीचार्ज करके भीड़ को तितर-बितर कराना पड़ा.


इस घटना के बाद पुलिस के तरफ से बयान आया कि हालात अभी काबू में है. कुछ लोगों ने असम में माहौल खराब करने की कोशिश की लेकिन वक्त रहते स्थिति पर काबू पा लिया गया. असम के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है. शांति भंग करने की कोशिश करने वाले सभी अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी. अभी तक किसी की भी गिरफ्तारी नहीं होने की बात कही. 

आयोजकों ने की हमले की निंदा

इस बीच प्रदरर्शन करने वाले कुछ लोगों का कहना है कि एक शांतिपूर्ण विरोध रैली का आयोजन किया गया था. लेकिन कुछ हुड़दंगियों ने माहौल खराब करने की कोशिश की. उन्होंने पथराव की घटना की निंदा करते हुए कहा कि हम पुलिस के खिलाफ नहीं हैं और पुलिस पर पथराव करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा. अगर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करती है, तो हमें खुशी होगी."

पहले ही सीएम हेमंता ने जताई थी आशंका 
इस घटना पर असम के मुख्यमंत्री पहले ही उपद्रव का दावा कर चुके थे. उन्होंने 12 अप्रैल को कहा था कि असम में पुलिस के पास एक पुख्ता खुफिया जानकारी है कि वक्फ बिल के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय के विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ गड़बड़ी हो सकती है. इस दौरान उन्होंने पुलिस प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया था.

देश के कई हिस्सों में विरोध

देश के अलग-अलग जगहों पर मुसलमान वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ सड़कों पर उतरे हुए हैं. पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हिंसक हो जाने के बाद तीन लोगों की मौत हो गई. 150 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि शांति बनाए रखने के लिए केंद्रीय बलों को तैनात किया जाए. वहीं त्रिपुरा में अधिनियम के खिलाफ पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.

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