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भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को 23 मिनट तक रखा था जाम, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर नई जानकारी आई सामने

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में सैन्य कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और रडार को तबाह किया. इसके अलावा पाकिस्तानी सेना के हर हमले को नाकाम करने में भारत ने स्वदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया. जो यह दर्शाता है कि अब देश आतमनिर्भरता में कितना आगे जा चुका है.

15 May, 2025
( Updated: 15 May, 2025
03:07 PM )
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को 23 मिनट तक रखा था जाम, ऑपरेशन सिंदूर को लेकर नई जानकारी आई सामने
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना की 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत एयर स्ट्राइक की कार्रवाई ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया. भारतीय सेना की इस कार्रवाई ने पाकिस्तान की सरकार और आर्मी की ऐसी नींद उड़ाई कि अभी तक वो इससे ऊबर नहीं पाए है. 

भारतीय वायुसेना ने आतंकी हमले का बदला लेने के लिए एयर स्ट्राइक करते हुए महज 23 मिनट के अंदर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर न सिर्फ मिसाइल की बरसात की बल्कि पाकिस्तान की चीन निर्मित एयर डिफेंस सिस्टम को भी पूरी तरीके से ब्लॉक करते हुए अपने अभियान को सफलतापूर्वक अंजाम दिया. इसके साथ ही पाकिस्तान सेना की जवाबी कार्रवाई का भी भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया. इस दौरान नूर खान और रहीम यार खान जैसे प्रमुख पाकिस्तानी एयरबेस को भारतीय वायुसेना निशाना बनाया और "लॉइटरिंग म्यूनिशन" यानी आत्मघाती ड्रोन का प्रभावी इस्तेमाल कर पाकिस्तान के रडार, मिसाइल सिस्टम और हाई-वैल्यू टारगेट्स को पूरी तरह खत्म का दिया. बता दें लॉइटरिंग म्यूनिशन एक ऐसा हथियार प्रणाली है जो अपने निर्धारित लक्ष्य के क्षेत्र में चक्कर लगाकर उपयुक्त लक्ष्य की तलाश कर हमला करती है. 

सरकार और सेना ने दिए सबूत 

ऑपरेशन सिंदूर को लेकर किसी तरह का कोई प्रश्न चिन्ह न रहें इसलिए आतंकी ठिकानों से लेकर पाकिस्तानी एयरबेस की तबाह की तमाम सबूत सरकार ने पेश किए है. भारत पर हमला करने के लिए पाकिस्तान ने चीन मूल की PL-15 मिसाइल, तुर्की मूल की यूएवी 'यिहा', क्वाडकॉप्टर और लंबी दूरी वाले रॉकेट भी इस्तेमाल किए थे. भारतीय सेना की इलेक्ट्रॉनिक वाॅरफेयर सिस्टम और स्वदेशी एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के तमाम अत्याधुनिक हथियारों के हमले को बड़े ही उन्नत तरीके से निष्क्रिय किया. सरकार की तरफ से यह बताया गया कि सेना द्वारा पाकिस्तान पर किए गए सभी जवाबी हमले सफलतापूर्वक पूरे हुए. भारत की सैन्य रणनीति, सतर्कता और हथियार प्रणाली की दक्षता इस बात को दर्शाती है कि पाकिस्तान भारत के आगे कहीं भी टिक नहीं सकता. लॉन्ग रेंज ड्रोन से लेकर गाइड म्यूनिशन तक भारत-पाक तनाव के बीच स्वदेशी तकनीक का उपयोग करते हुए भारतीय सेना ने पूरे तरीके से आत्मनिर्भरता का परिचय देते हुए पूरी दुनिया के सामने एक नई मिसाल पेश की है. भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर सभी जवाबी कार्रवाई नियंत्रण रेखा या अंतरराष्ट्रीय सीमा को पार किए बिना किया है. पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई को लेकर भारतीय सेना अलर्ट थी. यही वजह है कि वायुसेना काउंटर- यूएएस (ड्रोन रोधी) इलेक्ट्रॉनिक युद्ध उपकरणों और एयर डिफेंस सिस्टम के अनूठे मिश्रण को अपनाया जिससे पाकिस्तान पूरी तरीके से अनभिज्ञ था.

भारत एयर डिफेंस सिस्टम ने किया कमाल

भारत की सैन्य कार्रवाई के जवाब में पाकिस्तान ने कई शहरों को निशाना बनाते हुए ड्रोन और मिसाइल के जरिए हमला करने का प्रयास किया. इनमें श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, आदमपुर, भुज, लुधियाना, अमृतसर जैसे शहर थे लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम और इंटीग्रेटेड काउंटर-यूएएस ने बड़ी ही आसानी से पाकिस्तानियों के ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही निष्क्रिय कर दिया. वही भारतीय सशस्त्र बलों ने 8 मई की सुबह पाकिस्तान के कई शहरों में मौजूद एयर डिफेंस सिस्टम को पूरी तरीके से ध्वस्त कर दिया. जिसने पाकिस्तान की वायुसेना को भारी नुकसान हुआ.

मल्टी-लेयर सुरक्षा प्रणाली 

भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक की जानकारी देते हुए सरकार ने कहा, महज 23 मिनट के अंदर पाकिस्तान के चीनी एयर डिफेंस सिस्टम को फेल करते हुए मिशन को पूरा किया गया, जो इस बात को दर्शाता है कि भारत की तकनीक श्रेष्ठ है. 
*काउंटर-अनमैंड एरियल सिस्टम
*कंधे पर रखकर चलाने वाले हथियार
*प्रभावी एयर डिफेंस प्रणालियां
*आधुनिक वायु रक्षा हथियार प्रणालियां
पाकिस्तान की वायुसेना ने जब 9 और 10 में की रात भारतीय एयरफील्ड्स और लॉजिस्टिक ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया, तब इन्हीं रक्षा प्रणालियों के इस्तेमाल से सेना ने पाक की नापाक कोशिशों को नाकाम किया. बताते चलें की यह प्रणालियां पिछले एक दशक से निरंतर सरकारी निवेश से विकसित हो रही है और अब ऑपरेशन सिंदूर के तहत यह सार्थक साबित हुई. इन्हीं प्रणालियों के चलते भारत के सैन्य ढांचे को दुश्मन के वार से बचाया जा सका. ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने पुरानी और नई दोनों प्रकार की वायुरक्षा प्रणालियों का बखूबी प्रयोग किया. जिनमें "Pechora, OSA -AK, LLAD" गन सिस्टम थे. इसके साथ ही भारत में स्वदेशी तकनीक जैसे 'आकाश' मिसाइल प्रणाली का भी शानदार प्रदर्शन किया. जो कई लक्ष्य को एक साथ सफलतापूर्वक भेदने में कामयाब रहा. जानकारी देते चलें कि 'आकाश' एक छोटी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है जो संवेदनशील क्षेत्रों और महत्वपूर्ण ठिकानों को हवाई हमलों से बचाती है.

स्वदेशी तकनीक का बजा डंका

भारत और पाकिस्तान के बीच भले ही अब सेट फायर हो गया हो लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के की सफलता ने स्वदेशी तकनीक की निर्बाध एकीकरण की मिसाल पेश की. पाकिस्तान के ड्रोन से लेकर मिसाइल हमलों को जिस तरीके से निष्क्रिय किया वह बताता है कि अब आत्मनिर्भरता में भारत कितना आगे जा चुका है.

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