मोदी सरकार ने 48 घंटे में पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का दिया आदेश, अब सीमा हैदर का क्या होगा?
पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने 48 घंटे के भीतर भारत में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है. इसके बाद अब सवाल उठने शुरू हो गए है कि नेपाल के रास्ते अवैध रूप से भारत में रह रही सीमा हैदर पर सरकार क्या कार्रवाई करेगी?

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए देश में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने का आदेश जारी किया है. इस फैसले के बाद सबसे अधिक चर्चा में सीमा हैदर आई है. ऐसे में अब सवाल उठा रहा है कि सीमा हैदर को लेकर सरकार क्या कदम उठाएगी. सरकार सीमा को वापस भेजेगी या फिर उसे अवैध रूप से भारत में रहने पर सजा मिलेगी?
नेपाल के रास्ते भारत आई थी सीमा
बुधवार की शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सीसीएस की बैठक में पाकिस्तान पर डिप्लोमेटिक स्ट्राइक काटे हुए मोदी सरकार ने कई महत्वपूर्ण फैसले लिए. जिसमें सिंधु जल समझौता स्थगित करने से लेकर 48 घंटे के अंदर पाकिस्तानियों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया. इस फैसले के बाद सबसे अधिक चर्चा में सीमा हैदर आई हैं. सीमा पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई थी और अब ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा में भारतीय युवक सचिन मीणा की पत्नी के रूप में रह रही है. सीमा हैदर नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से दाखिल हुई थी. भारत आने के बाद सीमा ने सचिन मीणा से शादी कर ली. दोनों की मुलाकात पबजी गेम के जरिए हुई थी और धीरे-धीरे यह रिश्ता प्रेम में बदल गया. सीमा अब सचिन के साथ रह रही है और दोनों का एक बच्चा भी है, जिसका जन्म भारत में हुआ है. सरकार के ताजा आदेश के बाद यह सवाल उठ रहा है कि क्या सीमा हैदर को भी भारत छोड़ना होगा?
यूपी सरकार का अहम रोल
विशेषज्ञों की मानें तो मामला जटिल है. पहली बात, सरकार ने उन पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द किए हैं जो वैध रूप से भारत में रह रहे थे, जबकि सीमा हैदर बिना वीजा के अवैध रूप से भारत आई थीं. इसलिए यह आदेश उस पर सीधे तौर पर लागू नहीं होता. दूसरी बात, सीमा अब एक भारतीय नागरिक की पत्नी है और उनके बच्चे का जन्म भारत में हुआ है, जिससे मानवीय और कानूनी पहलू इस मामले में अहम भूमिका निभा सकते हैं. सीमा की नागरिकता और भारत में उसके अवैध प्रवेश से जुड़ा मामला अदालत में लंबित है. ऐसे में अगर यूपी की योगी सरकार इस मामले में सीमा हैदर के खिलाफ रिपोर्ट दायर करती है तो उन्हें बिना किसी वीजा या पासपोर्ट के भारत आने पर सजा भी हो सकती है या फिर वापस भी भेजा जा सकता है.
सीमा के वक़ील ने क्या कहा?
सीमा हैदर के वकील एपी सिंह ने बताया कि सीमा को एक बच्ची हुई है, जो अभी अस्पताल में है. उन्होंने कहा कि मर्सी पिटिशन पहले ही दाखिल की जा चुकी है और भारत सरकार से संपर्क में हैं. उनका कहना है कि सीमा अब भारत की बहू है और उसकी नागरिकता की प्रक्रिया भी चल रही है. हालांकि, बढ़ते भारत-पाकिस्तान तनाव और राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर यह मामला और भी संवेदनशील हो गया है.
सुरक्षा एजेंसियां पहले से ही सीमा की गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं. अंतिम फैसला अदालत के निर्णय और सरकार की नीति पर निर्भर करेगा. फिलहाल, केंद्र सरकार की ओर से सीमा हैदर के मामले में कोई स्पष्ट बयान नहीं आया है. लेकिन यह साफ है कि आने वाले दिनों में यह मामला और गर्मा सकता है और इसकी दिशा कोर्ट के फैसले से तय होगी.