'हमारा पानी रोकोगे तो हम आपकी सांसें रोक देंगे...', PAK ARMY के प्रवक्ता ने भारत को दी गीदड़भभकी, बोली आतंकी हाफिज सईद की जुबान
पाकिस्तानी सेना ने एक बार फिर जाहिर कर दिया है कि वो आतंकियों की बोली बोलती है. DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के आतंकी हाफिज सईद की ही तरह सिंधु जल समझौते को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है.

पाकिस्तानी सेना की बदजुबानी और काली जुबान हमेशा से मशहूर रही है. पूरी दुनिया में, खासकर जिन देशों में लोकतंत्र है वहां शायद ही ऐसा होता है जब सेना किसी भी पॉलिटिकल और सरकार के अधिकार क्षेत्र में आने वाले फैसलों पर टिप्पणी करती हो. उनका काम सेना, सैन्य कार्रवाई, तौर-तरीकों और उनसे संबंधित कार्य के बारे में जब पूछा जाए तो जवाब देना है. उनसे अपेक्षा की जाती है वो बैरक में रहें और शांति काल में ज्यादा से ज्यादा पसीना बहाएं ताकि युद्ध काल में उनकी आर्मी का खून कम बहे यानी कि जंग में उनकी जीत हो. हालांकि ये बातें पाकिस्तान और उसकी कथित आर्मी पर लागू नहीं होती हैं. अन्य देशों के पास आर्मी होती है, लेकिन पाक आर्मी के बारे कहा जाता है कि उनके पास अपना एक देश है जिसे वो अपनी सहूलियत के आधार पर चलाती है.
पाक आर्मी के प्रवक्ता ने उगला जहर
पाकिस्तान सेना ने एक बार फिर जाहिर कर दिया है कि वो आतंकियों की बोली बोलती है. DG ISPR लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने लश्कर ए तैयबा (एलईटी) के आतंकी हाफिज सईद की ही तरह सिंधु जल समझौते को लेकर भारत के खिलाफ जहर उगला है. चौधरी ने एक सार्वजनिक सभा में सिंधु जल संधि स्थगित करने के फैसले पर चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि "यदि आप हमारा पानी रोकेंगे, तो हम आपकी सांसें रोक देंगे." ये अंदाज और बोल ठीक वैसे ही हैं जैसे हाफिज सईद ने हाल ही में उगले थे.
आप पाकिस्तान आर्मी के जवान, अधिकारी और आतंकियों में फर्क नहीं कर सकते. ये अंतरराष्ट्रीय आतंकी का बेटा अहमद शरीफ चौधरी, पाक आर्मी का प्रवक्ता है और प्रोपेगेंडा फैक्ट्री ISPR का डीजी है, कह रहा है कि 'तुम हमारा पानी रोकोके, हम तुम्हारी सांसें रोक देंगे'. यही डिट्टो गिदड़भभकी आतंकी… pic.twitter.com/8yhkVhUPXT
— Guddu Khetan (@guddu_khetan) May 23, 2025
'पाक आर्मी को शांति पसंद नहीं'
शरीफ चौधरी सिंधु जल संधि को तब तक स्थगित रखने के भारत के फैसले पर बोल रहे थे. दरअसल, भारत पहले ही कह चुका है कि जब तक इस्लामाबाद आतंकवाद को समाप्त नहीं कर देता और अपनी धरती से उत्पन्न होने वाले आतंकवादी समूहों को सहायता, वित्त पोषण और समर्थन बंद नहीं कर देता, तब तक सिंधु जल संधि स्थगित ही रहेगी. बीते दिन ही प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी बीकानेर रैली के दौरान साफ कर दिया था कि टॉक और टेरर साथ नहीं चल सकते हैं, वहीं विदेश मंत्रालय लगातार साफ कर रहा है कि सिंधु जल समझौता अगले आदेश तक रद्द ही रहेगा.
हाफिस सईद=PAK Army की भाषा
चौधरी ने कथित तौर पर पाकिस्तान के एक विश्वविद्यालय में भाषण के दौरान यह टिप्पणी की. उनका बयान लश्कर-ए-तैयबा के संस्थापक हाफिज सईद द्वारा इस्तेमाल की गई बयानबाजी से हूबहू मेल खाता है. सईद 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों का मास्टरमाइंड है. वह भारत और अमेरिका के खिलाफ अपने भड़काऊ भाषणों के लिए जाना जाता है. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में हाफिज सईद को यही शब्द कहते हुए सुना जा सकता है. ये बयान ऐसे समय में आए हैं जब भारत ने 23 अप्रैल को सिंधु जल संधि के कुछ हिस्सों को निलंबित कर दिया था. यह संधि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के एक दिन बाद की है जिसमें 26 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई थी.
'4 बड़ी जंग और कई आतंकी हमलों के बाद भी जारी था सिंधु नदी समझौता'
1960 में हस्ताक्षरित और विश्व बैंक द्वारा मध्यस्थता की गई यह संधि सिंधु नदी और उसकी सहायक नदियों के जल के बंटवारे को दोनों देशों के बीच नियंत्रित करती है. इस बीच, नई दिल्ली ने बार-बार कहा है कि "खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते; बातचीत और आतंक एक साथ नहीं चल सकते," जो सीमा पार आतंकवाद के लिए पाकिस्तान के कथित समर्थन पर सख्त रुख का संकेत देता है. निलंबन इस्लामाबाद के खिलाफ उठाए गए जवाबी उपायों का एक हिस्सा था, जिसमें 7 मई को "ऑपरेशन सिंदूर" भी शामिल था, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था.
सिंधु समझौते पर क्या बोले MEA के प्रवक्ता
भारत के विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को घोषणा की कि पाकिस्तान के साथ भविष्य की कोई भी बातचीत केवल जम्मू और कश्मीर में अवैध रूप से कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर केंद्रित होगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने दृढ़ता से कहा कि "आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं हो सकते," उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत केवल वांछित आतंकवादियों के प्रत्यर्पण पर चर्चा को तैयार है, जिन्हें पहले से ही सूचीबद्ध किया गया है और इस्लामाबाद के साथ साझा किया गया है. कश्मीर मुद्दे पर भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए, जायसवाल ने रेखांकित किया, "कोई भी द्विपक्षीय चर्चा केवल पाकिस्तान द्वारा अवैध रूप से कब्जाए गए भारतीय क्षेत्र को खाली करने पर होगी."
निलंबित सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) पर जायसवाल ने पुष्टि की कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन बंद करने के लिए विश्वसनीय और अपरिवर्तनीय कदम नहीं उठाता, तब तक यह समझौता स्थगित रहेगा. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बयान को दोहराया: "पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते," जो ऐतिहासिक जल-समझौते पर भारत की स्थिति के सख्त होने का संकेत देता है.
'भारत को मिलती रही हैं पाकिस्तान से थोथी धमकियां'
शरीफ से पहले पाकिस्तान के प्रघानमंत्री शहबाज शरीफ ने भारत को गीदड़भभकी देते हुए कहा था कि अगर सिंधु जल समझौते को रोका जाता है तो इसे वो युद्ध की कार्रवाई मानेंगे. वहीं PPP चेयरमैन बिलावल भुट्टो जरदारी ने धमकी देते हुए कहा था कि अगर सिंधु में हमारा पानी नहीं बहेगा तो उनका यानी की भारत का खून बहेगा. और अब शरीफ की सांस रोकने वाली धमकी जंग भड़काने की ही कार्रवाई माना जाएगा. भारत ने साफ कह दिया है कि अगर पाकिस्तान ने कुछ भी गलत हरकत की तो उसकी गोली का जवाब गोले से दिया जाएगा.