'पहले कुख्यात आतंकियों को सौंपे, तभी बातचीत पर विचार किया जाएगा', सिंधु जल संधि समझौते पर भारत की पाकिस्तान को दो टूक
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में भारत के साथ आतंकवाद सहित कई अन्य मुद्दे पर बातचीत की खुली पेशकश की थी. जिसके बाद भारत ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि 'आतंकवाद के मुद्दे पर तभी बातचीत होगी, जब भारत द्वारा सौंपी गई सूची के आधार पर आतंकवादियों को हमारे हवाले किया जाए. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से उसके अवैध कब्जे वाला हिस्सा खाली करने के बारे में ही बात की जाएगी.

सिंधु जल संधि समझौते पर गिड़गिड़ा रहे पाकिस्तान को भारत ने अपनी शर्तों के आधार कड़ा रुख अपनाते हुए बातचीत के लिए कहा है. पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने हाल ही में मंशा जताई थी कि वह भारत के साथ आतंकवाद और अन्य विवादित मसलों पर बातचीत करना चाहते हैं, जिसके बाद भारत ने अपना स्पष्टीकरण दिया है. बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान द्वारा बातचीत के लिए अपने नियमित ब्रीफिंग के दौरान विदेश दौरे से पहले जवाब दिया है.
' पहले आतंकियों को सौंपे तभी बातचीत होगी'
बता दें कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हाल ही में भारत के साथ आतंकवाद सहित कई अन्य मुद्दे पर बातचीत की खुली पेशकश की थी. जिसके बाद भारत ने अपना रुख साफ करते हुए कहा कि 'आतंकवाद के मुद्दे पर तभी बातचीत होगी, जब भारत द्वारा सौंपी गई सूची के आधार पर आतंकवादियों को हमारे हवाले किया जाए. इसके अलावा जम्मू-कश्मीर से उसके अवैध कब्जे वाला हिस्सा खाली करने के बारे में ही बात की जाएगी. भारत ने साफ कर दिया है कि सिंधु समझौता तब तक रद्द रहेगा, जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को सपोर्ट करना बंद नहीं कर देता है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने क्या कहा
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने नियमित ब्रीफिंग में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री द्वारा बार-बार बातचीत के लिए की जा रही पेशकश पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा 'जहां तक पाकिस्तान के साथ हमारे संबंधों का सवाल है, तो हमारा रुख स्पष्ट है. हमारे बीच कोई भी संबंध या संपर्क द्विपक्षीय होना चाहिए. हम दोहराना चाहेंगे कि आतंकवाद और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते. पाकिस्तान को भारत को उन कुख्यात आतंकवादियों को सौंपना होगा. हमने इन सभी आतंकियों के रिकॉर्ड और सूची कुछ साल पहले ही सौंप दी है.'
सिंधु जल समझौता रद्द रहेगा - विदेश मंत्रालय
रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए स्पष्ट कह दिया है कि 'सिंधु जल संधि का समझौता तब तक स्थगित रहेगा, जब तक पाकिस्तान सीमा पार आतंकवाद को अपना समर्थन विश्वसनीय ढंग से और पूरी तरह से बंद नहीं कर देता. पीएम मोदी भी इसको लेकर कह चुके हैं कि आतंक और बातचीत एक साथ नहीं चल सकते, आतंक और व्यापार भी एक साथ नहीं चल सकते, पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते."
आतंकियों को पाकिस्तान का समर्थन
कई दशकों से यह बात पूरी दुनिया को पता है कि पाकिस्तानी सरकार और सेना हमेशा से आतंकियों को पालती-पोसती आई है, वहीं पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारत ने जब ऑपरेशन सिंदूर चलाया, उसके बाद 100 से ज्यादा आतंकियों की मौत हुई थी. जिसके बाद पूरी दुनिया के सामने एक तस्वीर सामने आई कि लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों के जलसे में हर जगह पाक सेना के अफसर और सरकार के नेता नजर आए. इसको लेकर भी जब रणधीर जायसवाल से सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि 'आतंकवादियों का महिमामंडन करना, उन्हें माला पहना कर स्वागत सत्कार करना और उन्हें बड़े मंच प्रदान करना उनके लिए कतई आश्चर्य की बात नहीं है. इससे यह साबित हो गया कि पाकिस्तान में सेना और सरकार का आतंकवादियों को समर्थन प्राप्त है.