स्पेस में 9 महीने की चुनौती के बाद घर लौटेंगे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, नासा-स्पेसएक्स मिशन शुरू
अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर पिछले 9 महीनों से फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और उनके साथी बुच विल्मोर की वतन वापसी की प्रक्रिया तेज हो गई है। जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर से गए इस मिशन को मात्र 8 दिन में पूरा होना था, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण उनकी वापसी असंभव हो गई।

अंतरिक्ष अनंत रहस्यों से भरा हुआ है, और इंसान के लिए वहाँ जाना हमेशा से एक रोमांचक यात्रा रही है। इस बार यह रोमांच उस समय और भी बढ़ गया जब नासा और स्पेसएक्स ने सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर को वापस लाने के लिए एक ऐतिहासिक मिशन शुरू किया। ये दोनों अंतरिक्ष यात्री पिछले जून से अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) पर फंसे हुए थे, और अब उनकी धरती पर सुरक्षित वापसी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
कैसे शुरू हुआ यह मिशन?
नासा और स्पेसएक्स का संयुक्त मिशन 14 मार्च की रात 7:03 बजे ईटी (भारतीय समयानुसार 15 मार्च की सुबह 4:33 बजे) फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से शुरू हुआ। इस मिशन के तहत फाल्कन 9 रॉकेट ने ड्रैगन कैप्सूल के साथ उड़ान भरी, जिसका उद्देश्य आईएसएस पर क्रू-10 मिशन को पहुँचाना और वहां मौजूद क्रू-9 मिशन के अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाना था। नासा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट साझा करते हुए इस मिशन की जानकारी दी और कहा, "अंतरिक्ष में अच्छा समय बिताएं, क्रू-10!"
क्यों फंसे थे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर?
सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर जून 2024 में आईएसएस के लिए रवाना हुए थे। वे बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के माध्यम से आठ दिवसीय मिशन पर गए थे, लेकिन तकनीकी खराबियों के कारण उनकी वापसी असंभव हो गई। स्टारलाइनर में इंजन और प्रणोदन प्रणाली से जुड़ी समस्याएं सामने आईं, जिससे यह तय किया गया कि यह अंतरिक्ष यान वापसी के लिए सुरक्षित नहीं है। इस कारण, वे आईएसएस पर ही फंसे रहे और तब से वहीं वैज्ञानिक अनुसंधान और स्टेशन के रखरखाव में व्यस्त हैं।
क्या है नासा-स्पेसएक्स का प्लान?
नासा और स्पेसएक्स ने क्रू-10 मिशन के माध्यम से आईएसएस के लिए चार नए अंतरिक्ष यात्री भेजे हैं। इस दल में नासा के ऐनी मैकक्लेन और निकोल एयर्स, जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) के ताकुया ओनिशी और रूस की रोस्कोस्मोस एजेंसी के किरिल पेसकोव शामिल हैं। जैसे ही क्रू-10 आईएसएस पर पहुंचेगा, क्रू-9 मिशन के अंतरिक्ष यात्री, जिनमें सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर शामिल हैं, पृथ्वी पर लौटने के लिए ड्रैगन कैप्सूल में सवार होंगे।
इस वापसी यात्रा के दौरान, अंतरिक्ष यान को आईएसएस से पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 28.5 घंटे का समय लगेगा। यह मिशन बेहद संवेदनशील है क्योंकि इसमें वैज्ञानिक उपकरणों और अंतरिक्ष में किए गए प्रयोगों के डेटा को भी सुरक्षित वापस लाना शामिल है।
वापसी में देरी क्यों हुई?
इस मिशन को पहले 13 मार्च को लॉन्च किया जाना था, लेकिन लॉन्च से एक घंटे पहले ही रॉकेट पर लगे ग्राउंड सपोर्ट क्लैंप आर्म में हाइड्रोलिक सिस्टम की समस्या सामने आ गई, जिसके चलते मिशन को स्थगित करना पड़ा। नासा और स्पेसएक्स ने इस तकनीकी समस्या को दूर कर 14 मार्च को सफलतापूर्वक मिशन लॉन्च किया।
सुनीता विलियम्स के लिए यह मिशन क्यों है खास?
भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के लिए यह मिशन खास है क्योंकि वह पहले भी दो बार अंतरिक्ष यात्रा कर चुकी हैं और उनके नाम कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। 2006 में अपने पहले मिशन के दौरान, उन्होंने अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय बिताने का महिला अंतरिक्ष यात्री का रिकॉर्ड बनाया था। इसके अलावा, वह अंतरिक्ष में मैराथन दौड़ने वाली पहली महिला भी हैं।
स्पेसएक्स के इस मिशन की सफलता अंतरिक्ष यात्राओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है। यह दर्शाता है कि प्राइवेट स्पेस कंपनियां अब न केवल पृथ्वी की कक्षा में सुरक्षित यात्रा कराने में सक्षम हैं, बल्कि संकट की स्थितियों में भी बचाव अभियान चला सकती हैं। अगर यह मिशन सफल रहता है, तो यह भविष्य में चंद्रमा और मंगल मिशनों के लिए एक मजबूत नींव तैयार करेगा। आने वाले वर्षों में, नासा और स्पेसएक्स मिलकर और भी बड़े अभियानों की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें चंद्रमा पर मानव को बसाने और मंगल ग्रह तक पहुँचने के लक्ष्य शामिल हैं।
हालांकि अब सबकी नजर इस पर टिकी हैं कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की धरती पर वापसी कैसी होगी। यदि सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो वे अगले कुछ दिनों में सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आएंगे। यह मिशन न केवल तकनीकी रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह साबित करेगा कि भविष्य में अंतरिक्ष यात्रा के दौरान संकट की स्थितियों से कैसे निपटा जा सकता है।
नासा और स्पेसएक्स का यह मिशन विज्ञान और तकनीक की दुनिया में एक नई उपलब्धि साबित हो सकता है। यह दिखाता है कि इंसान अब अंतरिक्ष में लंबे समय तक रहने और सुरक्षित वापस लौटने में सक्षम है। सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर की इस रोमांचक यात्रा का अंत कैसे होगा, यह देखने के लिए पूरी दुनिया बेसब्री से इंतजार कर रही है।
Source- IANS