ईरान ने इजरायल के मोसाद हेडक्वार्टर पर किया बड़ा हमला, सैन्य खुफिया विभाग को भी नष्ट करने का किया दावा
ईरान के एक सरकारी मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि IRGC ने एक मिसाइल हमले में इजरायल की सबसे ताकतवर एजेंसी मोसाद के ऑपरेशनल अड्डे को उड़ा दिया है. इसके अलावा इजराइली मिलिट्री इंटेलिजेंस डायरेक्टोरेट को भी निशाना बनाया गया है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान द्वारा यह हमला युद्ध के दौरान इजराइल को कमजोर करने और उसकी खुफिया ताकत को ध्वस्त करने के मकसद से की गई है.

ईरान-इजरायल के बीच चल रही जंग अब और भी ज्यादा खतरनाक रूप ले चुका है. दोनों ही तरफ से एक-दूसरे के कई प्रमुख सेंटरों को निशाना बनाया जा रहा है. इस बीच ईरान ने दावा किया है कि उसने इजरायल के मोसाद हेडक्वार्टर को नष्ट कर दिया है. इसके अलावा सैन्य खुफिया विभाग को भी पूरी तरह से तबाह कर दिया है. इसकी जानकारी ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने दिया है. बता दें कि अब तक इजरायली हमले में 224 ईरानी नागरिक मारे जा चुके हैं. वहीं 1,481 घायल हैं. दूसरी तरफ ईरान द्वारा किए गए हमले में 24 इजरायली नागरिकों की मौत हुई है और 600 घायल बताए जा रहे हैं.
इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद के हेडक्वार्टर पर बड़ा हमला
ईरान के एक सरकारी मीडिया रिपोर्ट ने दावा किया है कि IRGC ने एक मिसाइल हमले में इजरायल की सबसे ताकतवर एजेंसी मोसाद के ऑपरेशनल अड्डे को उड़ा दिया है. इसके अलावा इजराइली मिलिट्री इंटेलिजेंस डायरेक्टोरेट को भी निशाना बनाया गया है. इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ईरान द्वारा यह हमला युद्ध के दौरान इजराइल को कमजोर करने और उसकी खुफिया ताकत को ध्वस्त करने के मकसद से की गई है.
A CLEAR FOOTAGE OF STRIKES ON ISRAELI INTELLIGENCE AGENCY ASSETS pic.twitter.com/pbZMGppGEK
— Iran Observer (@IranObserver0) June 17, 2025
इजरायल की तरफ से आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई
तेल अवीव शहर में मौजूद मोसाद हेडक्वार्टर पर हुए हमले को लेकर अभी इजरायल की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. जानकारी के लिए बता दें कि जिस जगह पर यह हमला हुआ है, वह मोसाद का प्रमुख हेडक्वार्टर था. इस हमले की एक तस्वीर और वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रही है, जहां देखा जा सकता है कि तेल अवीव में धमाकों के बाद धुएं के बादल उठते दिखाई दे रहे हैं. ईरान द्वारा इसे ‘जवाबी कार्रवाई’ बताया गया है.
इजरायल की चुप्पी कुछ और बयां कर रही
बता दें कि अभी तक मोसाद हेडक्वार्टर पर हुए हमले को लेकर इजरायल की तरफ से कोई बयान सामने नहीं आया है, लेकिन कई सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर सच में यहां हमला हुआ है. तो इजरायल की खुफिया क्षमताओं को बड़ा झटका लग सकता है. इजरायल के लिए यह अभी तक का बड़ा नुकसान हो सकता है. इस हमले पर कई यूरोपीय देशों के अलावा अमेरिका की भी नजर है. दुनिया के कई देश दोनों के बीच युद्धविराम को लेकर भी सक्रिय नजर आ रहे हैं.
खतरनाक मोड़ पर पहुंची ईरान-इजरायल जंग
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ईरान और इजरायल के बीच चल रही जंग अब एक अलग मोड़ पर पहुंच चुकी है. यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई तक सीमित नहीं रह गया है बल्कि राजधानी शहरों के कई मुख्य स्थानों पर केंद्रित युद्ध बन चुका है. अगर इस पर रोक नहीं लगाई गई, तो यह व्यापक क्षेत्रीय युद्ध में तब्दील हो सकता है. इसमें अमेरिका, रूस और कई अन्य देशों की भूमिका सामने आ सकती है.