'आतंकवाद बढ़ने के लिए अमेरिका जिम्मेदार', US पहुंचे बिलावल भुट्टो ने ट्रंप की नीतियों पर उठाए सवाल
ऑपरेशन सिंदूर के बाद अमेरिका में अपने देश का पक्ष रखने पहुंचे पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो ने अमेरिका के नीतियों पर ही सवाल उठा दिए हैं.

पाकिस्तान का पक्ष रखने के लिए अमेरिका गए बिलावल भुट्टो ने कहा है कि "पाकिस्तान में आतंकवाद की घटनाएं बढ़ने के लिए अमेरिका की नीतियां जिम्मेदार हैं. जिस तरह से अमेरिका अफगानिस्तान से हड़बड़ी में बाहर निकला है, उस दौरान कई संवेदनशील हथियार अफगानिस्तान में ही छूट गए."
आगे बिलावल ने दावा किया कि "ये हथियार अब आतंकी समूहों के हाथ लग गए हैं और आतंकी इन हथियारों का इस्तेमाल पाकिस्तान के खिलाफ कर रहे हैं. इससे पाकिस्तान को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है."
अब ऐसा माना जा रहा है कि बिलावल भुट्टो के इस बयान से अमेरिका और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव एक बार फिर से बढ़ सकता है. बिलावल ने साफ कहा है कि अमेरिका और उस क्षेत्र की भू राजनीतिक स्थितियां पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा के लिए चुनौती बन गई हैं.
दक्षिण एशिया में अमेरिकी नीतियों पर उठाए सवाल
बिलावल भुट्टो ने अमेरिका में कहा है कि, "हम आतंकवाद के बारे में बात करते हैं, हम अफगानिस्तान के बारे में बात करते हैं, हम अन्य चीजों के बारे में बात करते हैं. इन विषयों पर हमने अपने संबंधों के पिछले कुछ दशकों में चर्चा की है. ये ऐसे मुद्दे हैं जो संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ पाकिस्तान के संबंधों पर हावी हैं."
आगे बिलावल कहते हैं, "हमें काबुल से अमेरिकी सेनाओं से निकलने के बाद बचे हुए आतंकवाद से निपटने के लिए क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और अधिक सहयोग की आवश्यकता है. जहां तक हथियारों का सवाल है, आपको यह सुनकर आश्चर्य होगा कि कभी-कभी जब हम पाकिस्तानी क्षेत्र में इन आतंकवादी समूहों से लड़ रहे होते हैं, तो आतंकियों से बरामद हथियार, जो उन्होंने अफगानिस्तान में छोड़े गए ब्लैक मार्केट से खरीदे हैं, वे उन पुलिसकर्मियों से अधिक एडवांस होते हैं जिनके खिलाफ वे लड़ रहे हैं."
अब बिलावल के इस बयान पर अफगानिस्तान ने अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन अफगानिस्तान ने अतीत में इस्लामाबाद के भड़काऊ बयानों पर चेतावनी दी है और कहा है कि इससे पहले से ही कमजोर द्विपक्षीय संबंधों में अस्थिरता पैदा हो सकती है.