किसानों के लिए खुशखबरी! PM किसान के अलावा ये योजनाएं दे रही हैं बड़ा लाभ
यह सहायता राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है. इससे एक ओर जहां पानी की बचत होती है, वहीं दूसरी ओर फसल की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होती है. किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या संबंधित ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. देश में खेती करने वाले किसानों के लिए सरकार ने कई लाभकारी योजनाएं चलाई हैं.

Kisan Yojana: भारत एक कृषि प्रधान देश है, जहां की अधिकांश जनसंख्या सीधे या परोक्ष रूप से खेती पर निर्भर है. देश की करीब 90% आबादी खेती और इससे जुड़ी गतिविधियों से अपनी आजीविका चलाती है. ऐसे में किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करना और उन्हें हरसंभव सहायता देना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी बन जाती है. इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने किसानों के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना उन्हीं में से एक है, जिसके तहत हर साल किसानों को ₹6000 की आर्थिक सहायता सीधे उनके बैंक खातों में दी जाती है.
हालांकि, आज भी कई ऐसे किसान हैं जो किसी कारणवश इस योजना से वंचित हैं और उन्हें इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है. लेकिन अच्छी बात यह है कि सरकार द्वारा और भी कई योजनाएं चलाई जा रही हैं, जिनसे किसान लाभ प्राप्त कर सकते हैं. अगर आप पीएम किसान योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, तो इन पांच प्रमुख योजनाओं के जरिए आप सरकारी सहायता प्राप्त कर सकते हैं.
1. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY)
फसल की सुरक्षा, किसान की सुरक्षा का पहला कदम है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को उनकी फसल के नुकसान से आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है. प्राकृतिक आपदाएं, कीट हमले या मौसम की मार जैसी स्थितियों में किसान को भारी नुकसान होता है. ऐसे में यह योजना एक वरदान की तरह काम करती है.
इस स्कीम के अंतर्गत किसान को केवल 2% से 5% प्रीमियम राशि चुकानी होती है और बाकी प्रीमियम सरकार द्वारा वहन किया जाता है. उत्तर-पूर्वी राज्यों, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे क्षेत्रों के किसानों के लिए यह योजना और भी लाभकारी है, क्योंकि वहां उन्हें कोई प्रीमियम नहीं देना होता और पूरा बीमा सरकार द्वारा वहन किया जाता है. फसल के नुकसान की स्थिति में बीमा कंपनी क्लेम राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर करती है. रजिस्ट्रेशन के लिए किसान नजदीकी बैंक, CSC सेंटर या क्रॉप इंश्योरेंस मोबाइल ऐप का उपयोग कर सकते हैं.
2. पीएम किसान मानधन योजना
छोटे और सीमांत किसानों के लिए भविष्य की आर्थिक सुरक्षा बेहद जरूरी है. पीएम किसान मानधन योजना ऐसे किसानों को वृद्धावस्था में पेंशन के रूप में आर्थिक सहारा देती है. इस योजना के अंतर्गत 18 से 40 वर्ष के किसान हर महीने ₹55 से ₹200 तक का योगदान करते हैं और जब वे 60 वर्ष की आयु को प्राप्त करते हैं, तब उन्हें हर महीने ₹3000 की पेंशन मिलती है.
यह एक प्रकार की सरकारी पेंशन योजना है, जिसमें सरकार भी बराबर की हिस्सेदारी निभाती है. यह राशि सीधे किसान के बैंक खाते में आती है. इस योजना के लिए आवेदन नजदीकी CSC सेंटर से या मानधन योजना की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन भी किया जा सकता है.
3. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC)
कई बार किसानों को फसल की बुआई से पहले या खेती के दौरान अचानक पैसों की जरूरत होती है. ऐसे समय में निजी साहूकारों से कर्ज लेना किसानों को भारी पड़ सकता है. किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) इस समस्या का एक बेहतर समाधान है.
इस योजना के तहत किसान को बैंक से 3 से 5 लाख रुपये तक की क्रेडिट लिमिट मिल सकती है, जिसे वह खेती के किसी भी कार्य जैसे बीज, खाद, कीटनाशक, डीजल या सिंचाई के लिए उपयोग कर सकता है. इस कर्ज पर सिर्फ 4% सालाना ब्याज देना होता है, जो कि अन्य कर्जों की तुलना में बहुत कम है. किसान KCC के लिए बैंक या CSC सेंटर से आवेदन कर सकते हैं.
4. पीएम कुसुम योजना
खेती में ऊर्जा की बचत और अतिरिक्त कमाई की सोच रखने वाले किसानों के लिए प्रधानमंत्री कुसुम योजना एक बेहतरीन विकल्प है. इस योजना के तहत किसान अपने खेतों में सोलर पंप और सोलर पैनल सिस्टम लगवा सकते हैं, जिससे उन्हें बिजली की लागत नहीं चुकानी पड़ेगी और फ्री में सिंचाई की जा सकेगी.
सरकार इस योजना के तहत 60% तक की सब्सिडी देती है, जबकि 30% बैंक लोन के रूप में उपलब्ध होता है और किसान को केवल 10% खुद से खर्च करना होता है. सबसे बड़ी बात यह है कि किसान अतिरिक्त बिजली को ग्रिड में बेचकर कमाई भी कर सकते हैं. इसके लिए किसान कुसुम योजना पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं या अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं.
5. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना (PMKSY)
पानी की बचत के साथ-साथ बेहतर सिंचाई की सुविधा पाने के लिए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना एक महत्वपूर्ण स्कीम है. इस योजना के अंतर्गत सरकार किसानों को ड्रिप और स्प्रिंकलर सिस्टम जैसे आधुनिक सिंचाई उपकरण लगाने के लिए 45% से 55% तक की वित्तीय सहायता देती है.
यह सहायता राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर की जाती है. इससे एक ओर जहां पानी की बचत होती है, वहीं दूसरी ओर फसल की गुणवत्ता और उत्पादन क्षमता में भी वृद्धि होती है. किसान इस योजना का लाभ लेने के लिए अपने जिले के कृषि विभाग कार्यालय या संबंधित ऑनलाइन पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं. देश में खेती करने वाले किसानों के लिए सरकार ने कई लाभकारी योजनाएं चलाई हैं. यदि किसी कारणवश आप प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ नहीं ले पा रहे हैं, तो चिंता की कोई बात नहीं है. ऊपर बताई गई पांच योजनाएं आपके जीवन में आर्थिक स्थिरता और आत्मनिर्भरता लाने में मदद कर सकती हैं. ज़रूरत है केवल सही जानकारी, सही दस्तावेज और सही दिशा में कदम बढ़ाने की. इन योजनाओं का लाभ उठाकर आप न केवल अपनी खेती को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि एक सुरक्षित भविष्य की ओर भी कदम बढ़ा सकते हैं.