पहलगाम टेरर अटैक के 9 दिन… भारत सरकार के 9 कड़े फ़ैसले… घुटनों पर आया 'आतंकिस्तान'

पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए टैरर अटैक के बाद भारत-पाकिस्तान में लगातार तनाव बढ़ता जा रहा है. इसी बीच बुधवार को सरकार ने बड़ा फ़ैसला लिया और अगर स्पेस बंद कर दिया. टेरर अटैक को 9 दिनों का समय बीच चुका है, लेकिन अभी तक भारत सरकार की तरफ़ से जंग का ऐलान नहीं किया गया है. लेकिन इन 9 दिनों में भारत ने पाकिस्तान को अपनी कुटनीति से ज़मीन पर पटक दिया है. इन फ़ैसलों से पाकिस्तान में हहाकार मचा हुआ है. क्या है वो 9 बड़े फ़ैसले जिसने पाकिस्तान की रातों की नींद और दिन का चैन छीन लिया है.
1- अटारी-वाघा बॉर्डर बंद
22 अप्रैल को हुए हमले के अगले ही दिन यानी 23 अप्रैल को पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों से जुड़ी कैबिनेट कमेटी की बैठक हुई थी. भारत ने सबसे पहले पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट को बंद कर दिया. इस वजह से जिन पाकिस्तानियों का वीजा लगा भी था वो भी भारत में दाखिल नहीं हो पाए.
2- सिंधु जल संधि रद्द
भारत ने इस फैसले से पाकिस्तान का गला सुखा दिया. इस वाटर स्ट्राइक से पाकिस्तान में हहाकार मच गया. नेता से लेकर आर्मी यहां तक की आम अवाम में भी हड़कंप मच गया. दरअसल पाकिस्तान की 80 फीसदी कृषि भूमि, हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट और 24 करोड़ की आबादी सिंधु के पानी पर निर्भर करती है. ऐसे में पाकिस्तान के खिलाफ उठाया गया यह सबसे बड़ा कदम है.
3- SAARC वीजा छूट पर रोक
भारत की ओर से पाकिस्तान को दी जाने वाली SAARC वीजा छूट योजना को भी तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है. इसके तहत भी अब पाकिस्तान के लोगों को भारत आने की अनुमति नहीं है. इसके अलावा पाकिस्तानियों को भारत का वीजा नहीं देने का कठोर फैसला लिया गया था. सरकार ने हमले के बाद फैसला लिया कि कोई भी पाकिस्तानी नागरिक भारत में दाखिल नहीं हो सकेगा.
4- उच्चायोग में घटाई कर्मचारियों की संख्या
भारत ने पाकिस्तानी उच्चायोग के रक्षा, नौसेना और वायुसेना सलाहकारों को पर्सोना नॉन ग्राटा घोषित किया है. इन्हें भी 23 अप्रैल के बाद एक सप्ताह के भीतर देश छोड़ने के आदेश मिले थे. साथ ही भारत और पाकिस्तान के उच्चायोग में कर्मचारियों की संख्या 55 से घटाकर 30 करने का फैसला लिया गया है. यह बदलाव एक मई तक पूरा करने का टारगेट है.
5- राजनयिकों को देश छोड़ने के आदेश
भारत ने एक और बड़ा फ़ैसला लिया. CCS की बैठक में पाकिस्तान में मौजूद भारतीय दूतावास को बंद करने का फैसला हुआ. यह कूटनीतिक दबाव डालने के लिए उठाया गया एक बड़ा कदम माना जा रहा है. साथ ही भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानी राजनायिकों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का आदेश दिया गया.
6-पाकिस्तान पर 'डिजिटल स्ट्राइक'
टेरर अटैक के बाद भारत की ओर से पाकिस्तान पर डिजिटल स्ट्राइक भी की गई है. इसके तहत दो दिन पहले 16 पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों को देश में बैन किया गया है. इनमें शोएब अख्तर, आरज़ू काज़मी और सैयद मुज़म्मिल शाह भी शामिल है. पाकिस्तानी X हैंडल और साइट्स पर भी पाबंदी लगाई गई है. पाकिस्तान के कुछ पॉपुलर एक्टर के हैंडल को भी बैन किया गया है. भारत के खिलाफ किसी तरह के प्रोपेगेंडा को रोकने के मकसद से सरकार ने यह कदम उठाया है.
7- सेना को मिली खुली छूट
30 अप्रैल को भारत ने बड़ा फ़ैसला लिया. पीएम मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और तीनों सेनाओं के प्रमुख के साथ एक हाईलेवल मीटिंग भी की जिसमें आतंकवाद से सख्ती से निपटने का फ़ैसला हुआ. इसके लिए सेना को खुली छूट देने की बात कही गई. सरकार के सूत्रों के मुताबिक बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है. उन्होंने कहा कि सेना अपने हिसाब से जवाब देने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र है.
8- फायरिंग का जवाब दे रही सेना
भारत के तगड़े फैसलों से बौखलाया पाकिस्तान LoC और इंटरनेशन बॉर्डर पर लगातार सीजफायर तोड़ रहा है. हालांकि भारतीय जांबाज पाकिस्तान की गोलाबारी का मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. उधर, पाकिस्तान ने बॉर्डर के पास बने आतंकियों के लॉन्च पैड को हटाने का भी फैसला लिया. ‘आतंकिस्तान’ को डर है कि भारत पहले की तरह सर्जिकल या एयर स्ट्राइक कर सकता है.
9- एयरस्पेस बंद करने का फैसला
पीएम मोदी की अध्यक्षता में राजनीतिक मामलों से जुड़ी कैबिनेट कमेटी (CCPA) की बैठक हुई, जिसमें सरकार ने पाकिस्तान के विमानों के लिए अपने एयरस्पेस को बंद करने का फैसला किया है. इसे पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम माना जा रहा है. क्योंकि ये फ़ैसला मुल्क को भारी आर्थिक नुकसान पहुँचाएगा.
बता दें कि भारत अपने इन फैसले के जरिए पाकिस्तान को पूरी तरह बर्बाद करने की ठान चुका है. सरकार का कहना है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई नहीं करता, तब तक ऐसे कदम उठाए जाते रहेंगे. इसके अलावा भारत ने विश्व स्तर पर बी पाकिस्तान की पोल-पट्टी खोलकर रख दी है. दुनिया को पाकिस्तान की करतूतों के बारे में अवगत करा दिया है. दरअसल देश में विभिन्न देशों के राजदूतों के साथ विदेश मंत्रालय में एक बैठक की गई थी, जिसमें पहलगाम हमले के बारे में पूरी दुनिया को जानकारी दी गई है.