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सऊदी से लौट रहे पीएम मोदी, पहलगाम आतंकी हमले पर अब होगी सीधी कार्रवाई

22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया। पर्यटकों पर हुए इस अचानक हमले में कई लोग घायल हुए, और आतंकी संगठन TRF का 'फाल्कन स्क्वॉड' इसका जिम्मेदार माना जा रहा है। इस हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब में अपना विदेश दौरा बीच में ही रोक दिया और तुरंत भारत लौटने का फैसला लिया।

23 Apr, 2025
( Updated: 23 Apr, 2025
01:31 AM )
सऊदी से लौट रहे पीएम मोदी, पहलगाम आतंकी हमले पर अब होगी सीधी कार्रवाई
पहलगाम, जिसे 'धरती का स्वर्ग' कहा जाता है, आज खून के छींटों से रंग गया। हरे-भरे पहाड़, बहती नदियां और साफ आसमान के नीचे उस वक्त कोहराम मच गया जब आतंकवाद ने एक बार फिर मासूम पर्यटकों को अपना निशाना बना लिया।

हमला कहां और कैसे हुआ?

22 अप्रैल की दोपहर लगभग 3 बजे का समय था। पहलगाम की बैसरन घाटी जिसे पर्यटक ‘मिनी स्विट्ज़रलैंड’ कहते हैं, अपने पूरे सौंदर्य में मुस्कुरा रही थी। तभी पहाड़ियों के ऊपर से कुछ सशस्त्र आतंकवादी नीचे उतरे और अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की आवाज़ से घाटी गूंज उठी है, लोग इधर-उधर भागने लगी। वीडियो फुटेज में देखा गया कि कई घायल लोग खून से लथपथ ज़मीन पर पड़े हैं, और कुछ महिलाएं रोते हुए अपने परिजनों को ढूंढ रही हैं। इस हमले में कई पर्यटक गंभीर रूप से घायल हुए हैं, कुछ की मौत की आशंका भी जताई जा रही है। यह हमला अमरनाथ यात्रा से पहले किया गया है, जिससे साफ है कि आतंकियों का मकसद सिर्फ जान लेना नहीं था, बल्कि पूरे भारत में डर और अस्थिरता का माहौल फैलाना था।

किसने रची थी यह साजिश?

सूत्रों के मुताबिक यह हमला एक पूर्व नियोजित ‘हिट एंड रन’ स्ट्रैटेजी के तहत किया गया था, जिसे TRF (The Resistance Front) के फाल्कन स्क्वॉड ने अंजाम दिया। यह स्क्वॉड पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का ही एक प्रॉक्सी ग्रुप है। फाल्कन स्क्वॉड के बारे में कहा जाता है कि ये छोटे-छोटे हिट ग्रुप्स में काम करते हैं, जिनका उद्देश्य है – अचानक हमला करना और फिर ऊँचाई वाले जंगलों में गायब हो जाना। ये स्क्वॉड आधुनिक हथियारों से लैस होते हैं, और हाल ही में इन्हें पाकिस्तान से अत्याधुनिक हथियारों की एक बड़ी खेप मिलने की खबर है।

खुफिया एजेंसियों ने पहले ही इस स्क्वॉड को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसमें यह बताया गया था कि ये लोग सोशल मीडिया के जरिए नई भर्ती भी कर रहे हैं और घाटी में मौजूद ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) की मदद से हमलों की प्लानिंग करते हैं।

पीएम मोदी ने तोड़ा विदेश दौरा

जैसे ही पीएम मोदी को इस हमले की खबर मिली, उन्होंने तुरंत सऊदी अरब में चल रहे अपने आधिकारिक दौरे को बीच में ही छोड़ने का फैसला लिया। वे रात्रिभोज में शामिल नहीं हुए और उसी रात भारत लौटने के लिए रवाना हो गए। पीएम मोदी ने इस हमले को "जघन्य" करार देते हुए स्पष्ट कहा कि दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा "मैं जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। जिन लोगों ने अपने प्रियजनों को खो दिया है, उनके प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाएं। इस जघन्य कृत्य के पीछे जो लोग हैं, उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जाएगा।प्रधानमंत्री की इस संवेदनशील प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि अब केंद्र सरकार आतंकवाद के खिलाफ एक नया, आक्रामक रुख अपनाने वाली है।

कैबिनेट सुरक्षा बैठक बुलाई गई

सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी के भारत लौटते ही बुधवार को कैबिनेट की सुरक्षा मामलों की एक आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें इस हमले से जुड़े सभी पहलुओं पर चर्चा की जाएगी। NIA (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) को इस केस की जांच सौंपने की तैयारी हो चुकी है। एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी पहले ही सोनमर्ग पहुंच चुके हैं और अब पहलगाम का दौरा करेंगे। गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस घटना को लेकर सख्त रुख अपनाते हुए कहा है "जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले से दुखी हूं। दोषियों को कड़ी सजा दिलवाई जाएगी।"

यह हमला उस वक्त हुआ है जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे. डी. वेंस अपने परिवार सहित भारत के दौरे पर हैं। ऐसे में इस घटना का अंतरराष्ट्रीय महत्व और भी बढ़ जाता है। यह पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का एक नया चेहरा है जो सीधे-सीधे भारत की आंतरिक शांति और अंतरराष्ट्रीय छवि पर हमला करता है।लेकिन भारत का संदेश साफ है “हम आतंक के आगे नहीं झुकेंगे।”

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