पहलगाम हमला: भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के बयान को कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने बताया दुर्भाग्यपूर्ण
भाजपा सांसद ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पहलगाम में अपना सिंदूर खोने वालीं महिलाओं-बेटियों में वीरांगनाओं सा जज्बा नहीं था. अगर उनमें जज्बा होता तो वे लड़तीं. अगर वे लड़तीं तो पहलगाम में इतने लोग नहीं मरते. साथ ही तीनों आतंकवादी भी मारे जाते.

कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भाजपा सांसद रामचंद्र जांगड़ा के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. जिसमें भाजपा सांसद ने पहलगाम पीड़ितों को लेकर कहा था कि महिलाओं-बेटियों में वीरांगनाओं सा जज्बा नहीं था. कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने भाजपा सांसद के इस बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है.
प्रतापगढ़ी ने भाजपा नेता के इस बयान को बताया दुर्भाग्यपूर्ण
कांग्रेस सांसद ने रविवार को मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, " यह बयान बहुत ही शर्मनाक है. भाजपा के नेताओं में होड़ लगी है कि कौन कितना अपमानित करेगा. पहलगाम में जो लोग आतंकी हमले में मारे गए, भाजपा के नेता लगातार उन्हें अपमानित कर रहे हैं. पहले मध्य प्रदेश के मंत्री ने कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक बातें कहीं. हाईकोर्ट ने उनके बयान पर फटकार लगाई. सुप्रीम कोर्ट ने फटकार लगाई तो एफआईआर हुई. लेकिन मैं भाजपा से पूछना चाहता हूं कि अब तक उन्हें मंत्रिमंडल से निष्कासित क्यों नहीं किया गया है? पहलगाम में हमारी बहनों-माताओं ने अपना सिंदूर खोया है और भाजपा के नेता लगातार अपमानजनक बातें कर रहे हैं. मुझे तो लगता है प्रधानमंत्री मोदी से पूछना चाहिए कि उनके नेता यह कौन सी भाषा बोल रहे हैं?
भाजपा नेता लगातार दे रहे है आपत्तिजनक बयान
भाजपा सांसद ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि पहलगाम में अपना सिंदूर खोने वालीं महिलाओं-बेटियों में वीरांगनाओं सा जज्बा नहीं था. अगर उनमें जज्बा होता तो वे लड़तीं. अगर वे लड़तीं तो पहलगाम में इतने लोग नहीं मरते. साथ ही तीनों आतंकवादी भी मारे जाते.
पूरे देश के मदरसों को मॉडर्न एजुकेशन देने की जरूरत
यूपी के मदरसों में मॉर्डन एजुकेशन को लेकर प्रतापगढ़ी ने कहा, " सिर्फ यूपी ही नहीं पूरे देश के मदरसों को मॉडर्न एजुकेशन देने की जरूरत है. ईमानदारी से अगर एजुकेशन दी जाए तो अच्छी बात है."
नीति आयोग की बैठक में पीएम मोदी के विकसित भारत को लेकर दिए बयान पर कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि हम पिछले 11 वर्षों से विजन और कॉन्सेप्ट के बारे में सुनते आ रहे हैं. ये विचार वास्तव में कब आकार लेंगे, पता नहीं.