मिशन 'PAK बेनकाब' पर दूर हुई ममता बनर्जी की नाराज़गी, विदेश दौरे पर जाने वाले डेलिगेशन का हिस्सा होगें अभिषेक बनर्जी
मिशन पाक बेनकाब के तहत विदेश दौरे पर जाने वाली टीम का हिस्सा होगी टीएमसी, ममता बनर्जी की नाराजगी हुई दूर, अभिषेक बनर्जी करेंगे पार्टी का प्रतिनिधित्व.ban

मिशन पाक बेनकाब के तहत मोदी सरकार ने विभिन्न पार्टियों के सांसदों को मिलाकर 7 टीमों का गठन किया है जो विदेश दौरे पर जाकर आतंकिस्तान की पोल खोलेंगी. पहले कहा जा रहा था कि ममता बनर्जी ने इससे किनारा कर लिया है, लेकिन अब ख़बर सामने आ रही है कि टीएमसी भी अब इस डेलिगेशन का हिस्सा होगी.
TMC सांसद और पार्टी महासचिव अभिषेक बनर्जी इस मिशन में शामिल होंगे और पार्टी का प्रतिनिधित्व करेंगे. पहले टीएमसी सांसद यूसुफ पठान का नाम सामने आया था, जिस पर ममता की आपत्ति सामने आई थी कि बिना पार्टी से बिना पूछे पठान को विदेश दौरे पर जाने वाली टीम में शामिल किया गया.AITC posts on 'X': "We’re delighted to share that our Chairperson, Mamata Banerjee, has nominated National GS Abhishek Banerjee to represent Trinamool Congress in the all-party delegation for India’s global outreach against terrorism..." pic.twitter.com/H08wKMRtcW
— ANI (@ANI) May 20, 2025
किरेन रिजिजू ने की ममता बनर्जी से बात
रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने ममता से बात की और मामले को सुलझाने की कोशिश. कहा जा रहा है कि ममता से बातचीत में रिजिजू ने स्वीकार किया कि पठान को टीम में शामिल करने से पहले उनकी राय लेनी चाहिए थी. लेकिन अब सब साफ हो गया है, अभिषेक विदेश दौरे पर पाक को बेनकाब करेंगे. ये टीमें 22 मई को रवाना होंगी.
अभिषेक बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को प्रतिनिधियों का चयन करने से पहले विपक्षी पार्टियों से बातचीत करनी चाहिए. उन्होंने यह भी साफ किया कि टीएमसी आतंकवाद के खिलाफ केंद्र द्वारा उठाए गए कदमों का समर्थन करती है, लेकिन उनका मानना है कि प्रतिनिधि चयन की प्रक्रिया पारदर्शी होनी चाहिए.
ऑपरेशन सिंदूर भारतीय सेना की एक बड़ी कार्रवाई थी, जो 7 मई को पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर की गई. यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 लोगों की जान गई थी. इस सैन्य कार्रवाई में 100 से ज़्यादा आतंकियों को मार गिराया गया.
अब केंद्र सरकार ने निर्णय लिया है कि सात संसदीय प्रतिनिधिमंडलों को 32 देशों और यूरोपीय संघ मुख्यालय में भेजा जाएगा, ताकि भारत की आतंकवाद विरोधी नीति को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया जा सके. इन्हीं प्रतिनिधिमंडलों में से एक में टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी भी शामिल होंगे.