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"भारत अटैक करने वाला है, प्‍लीज रोक‍िए...", PM मोदी की मीटिंग से घबराए शहबाज शरीफ, UN महासचिव के सामने गिड़गिड़ाए

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक एक हाईलेवल मीटिंग बुलाई. ठीक इस मीटिंग के कुछ ही मिनट बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को फोन लगाया. शहबाज शरीफ ने यूएन से गुहार लगाई कि पाकिस्तान आतंक के खिलाफ है. उसने भी आतंक से बहुत नुकसान उठाया है. लेकिन ये बातें अब भारत सुनने के मूड में नहीं है.

30 Apr, 2025
( Updated: 30 Apr, 2025
12:14 PM )
"भारत अटैक करने वाला है, प्‍लीज रोक‍िए...", PM मोदी की मीटिंग से घबराए शहबाज शरीफ, UN महासचिव के सामने गिड़गिड़ाए
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है. कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया है. इस हमले में निर्दोष जवानों की शहादत ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है. अब जब देश की जनता गुस्से में है, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. मंगलवार को पीएम आवास पर हुई हाई लेवल बैठक ने यह साफ कर दिया कि भारत अब चुप नहीं बैठेगा.

बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद थे. बैठक बंद कमरे में हुई और इसकी गंभीरता का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बैठक के तुरंत बाद पाकिस्तान में हड़कंप मच गया.

प्रधानमंत्री मोदी ने सुरक्षा बलों को यह स्पष्ट निर्देश दे दिया कि इस बार जवाब सिर्फ बयानबाजी में नहीं, बल्कि एक्शन में नजर आना चाहिए. उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब आतंकवाद की जड़ें उखाड़ी जाएं. सूत्रों के मुताबिक, पीएम ने सेना को यह छूट दी है कि वे हमले की समय-सीमा और लक्ष्य खुद तय करें. यह सुनकर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के हाथ-पांव फूल गए.

मोदी की मीटिंग से क्यों डरा पाकिस्तान

शहबाज शरीफ ने सीधे संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस को कॉल लगाया और गिड़गिड़ाते हुए कहा कि भारत हमला करने वाला है. उन्होंने यूएन से अपील की कि किसी तरह भारत को रोका जाए. शहबाज का यह डर यूं ही नहीं है. मोदी सरकार पहले भी बालाकोट और सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशन कर चुकी है. इस बार भी लग रहा है कि भारत कुछ बड़ा करने जा रहा है.

शहबाज शरीफ ने बातचीत के दौरान यह दलील दी कि पाकिस्तान आतंकवाद का समर्थन नहीं करता और उसने भी आतंक के खिलाफ बड़ी कीमत चुकाई है. लेकिन भारत के पास इस बार सबूत हैं, और इरादा भी साफ है. पाकिस्तान की घबराहट यहीं खत्म नहीं हुई. यूएन महासचिव से बात के तुरंत बाद, उन्होंने इस मुद्दे पर चीन, तुर्की, सऊदी अरब और यूएई जैसे देशों से संपर्क साधा.

जयशंकर ने सुनाई UN को खरी-खरी

भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी संयुक्त राष्ट्र महासचिव से फोन पर बात की. उन्होंने बताया कि भारत में अब यह साफ तय है कि जो आतंकवाद फैलाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा. जयशंकर ने बताया कि यूएन महासचिव ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत की भावनाओं को समझा. उन्होंने भरोसा दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बात सुनी जाएगी.

पाकिस्तान की सेना भी इस तनाव को महसूस कर रही है. पाकिस्तानी आर्मी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भारत पर ही उल्टे आरोप लगाने शुरू कर दिए. उन्होंने कहा कि भारत ने बिना सबूत पाकिस्तान का नाम लिया है. लेकिन खुद पाकिस्तान में भी यह स्वीकार किया जा रहा है कि भारत का गुस्सा इस बार सीमाओं को पार कर सकता है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने संसद में बयान देते हुए कहा कि अगर भारत ने सिंधु जल समझौते को छेड़ा तो यह पाकिस्तान के 24 करोड़ लोगों की जिंदगी और मौत का सवाल होगा. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान युद्ध के लिए तैयार है. लेकिन यह बयान सुनकर खुद पाकिस्तान की आवाम सहम गई है. उन्हें मालूम है कि भारत अगर हमला करता है तो उसका असर पूरी दुनिया में महसूस होगा. इस बीच पाकिस्तानी मीडिया भी भारत की कार्रवाई को लेकर डर दिखा रहा है. जियो न्यूज और डॉन जैसे बड़े चैनलों ने रिपोर्ट किया कि मोदी सरकार ने सेना को पूरी छूट दे दी है. रिपोर्ट में लिखा गया कि भारत अब किसी भी वक्त बड़ी कार्रवाई कर सकता है. पाक मीडिया का यह रुख साफ करता है कि पाकिस्तान को मालूम है, इस बार खेल बड़ा है.

क्या भारत करेगा सर्जिकल स्ट्राइक ?

विश्लेषकों की मानें तो प्रधानमंत्री मोदी की बैठक और उसमें लिए गए फैसले, सिर्फ कड़ी चेतावनी नहीं हैं. ये एक रणनीतिक योजना का हिस्सा हैं. मोदी की नीतियां अब सिर्फ डिप्लोमैटिक बयानों तक सीमित नहीं हैं. वे एक मजबूत, निर्णायक लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं. इस पूरे घटनाक्रम ने भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से युद्ध जैसे हालात पैदा कर दिए हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें अब भारत पर टिकी हैं. क्या भारत एक और सर्जिकल स्ट्राइक करेगा? क्या एयर स्ट्राइक दोहराई जाएगी? या इससे भी बड़ा कोई ऑपरेशन प्लान हो रहा है? इस बारे में अभी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है, लेकिन जिस अंदाज में मीटिंग हुई और फैसले लिए गए हैं, उससे एक बात तो साफ है – भारत अब आर-पार के मूड में है. आतंक का जवाब अब उसी की भाषा में दिया जाएगा

इतिहास गवाह है, जब भारत पर हमला होता है, तो वह चुप नहीं बैठता. और इस बार माहौल कुछ अलग है. देश का गुस्सा उबाल पर है. और सरकार का रुख स्पष्ट. पाकिस्तान की घबराहट इस बात का संकेत है कि कुछ बड़ा होने वाला है.

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