विदेश नीति के 'चाणक्य' एस जयशंकर ने पहली बार तालिबान के विदेश मंत्री से की बात, बढ़ गई पाकिस्तान की टेंशन
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के अपने समकक्ष आमिर खान मुत्तकी से फोन पर बात की. इस दौरान भारत ने अफगनिस्तान द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करने तथा काबुल और नई दिल्ली के बीच अविश्वास पैदा करने के प्रयासों को पूरी तरह से खारिज करने की सराहना की.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव जारी है. दोनों देशों के बीच कुछ दिनों तक चली सैन्य कार्रवाई के बाद बीते 10 मई शनिवार से सीजफायर भले ही लागू हो, लेकिन कूटनीतिक और राजनीतिक मोर्चों पर दोनों देशों के बीच तल्खी बरकरार है. इस बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अफगानिस्तान के अपने समकक्ष आमिर खान मुत्तकी से फोन पर बात की. इस दौरान भारत ने अफगनिस्तान द्वारा पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करने तथा काबुल और नई दिल्ली के बीच अविश्वास पैदा करने के प्रयासों को पूरी तरह से खारिज करने की सराहना की. इस पूरी बातचीत की जानकारी विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोशल मीडिया के जरिए साझा की है.
झूठी और निराधार रिपोर्ट को किया खारिज
एस. जयशंकर ने फोन कॉल के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "आज शाम कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री मावलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ अच्छी बातचीत हुई. पहलगाम आतंकवादी हमले की उनकी निंदा के लिए मैं उनकी तहे दिल से सराहना करता हूं. एस जयशंकर ने आगे कहा "झूठी और निराधार रिपोर्टों के माध्यम से भारत और अफगानिस्तान के बीच अविश्वास पैदा करने के हालिया प्रयासों को उनकी दृढ़ अस्वीकृति का स्वागत किया. विदेश मंत्री का इशारा सीधेतौर पर पाकिस्तान की मीडिया के उन वर्ग की तरफ था जिसमें इस बात का दावा किया गया था कि भारत ने पहलगाम में ‘‘फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन’’ को अंजाम देने के लिए तालिबान को ‘भाड़े पर’ रखा था.
Good conversation with Acting Afghan Foreign Minister Mawlawi Amir Khan Muttaqi this evening.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) May 15, 2025
Deeply appreciate his condemnation of the Pahalgam terrorist attack.
Welcomed his firm rejection of recent attempts to create distrust between India and Afghanistan through false and…
अफगानी लोग हमारे पारंपरिक मित्र: जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इसी पोस्ट में आगे लिखा "अफगान लोगों के साथ हमारी पारंपरिक मित्रता और उनकी विकास आवश्यकताओं के लिए निरंतर समर्थन को रेखांकित किया. सहयोग को आगे बढ़ाने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की." भारत ने इस अफगनिस्तान के साथ हुई इस पूरी बातचीत को सार्थक बताया गया.
अफगानिस्तान ने PAK के आरोप को बताया निराधार
पिछले सप्ताह अफगानिस्तान ने भारत द्वारा अफगान क्षेत्र पर मिसाइल हमले करने के पाकिस्तानी आरोपों को “निराधार” करार दिया था. अफगान मीडिया आउटलेट हुर्रियत रेडियो के साथ 10 मई को एक साक्षात्कार में अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता इनायतुल्लाह खवारजमी ने पाकिस्तान के इस आरोप को पूरी तरह से खारिज कर दिया था कि भारत ने अफगान धरती पर मिसाइल हमला किया है, और ऐसे दावों को झूठा और निराधार बताया था. काबुल की यह प्रतिक्रिया भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री द्वारा पाकिस्तान के "पूरी तरह से ओछे आरोपों" को खारिज करने के कुछ घंटे बाद आई, जिसमें उन्होंने आरोपों को "हास्यास्पद दावे" बताया.
बताते चलें कि कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह के साथ 'ऑपरेशन सिंदूर' पर एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग में बोलते हुए विदेश सचिव मिस्री ने अफगान लोगों से यह याद रखने का आग्रह किया था कि किस देश ने बार-बार उनके देश में नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है. अफगानिस्तान को अस्थिर करने और नष्ट करने में पाकिस्तान की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए मिस्री ने कहा, "यह एक बार फिर पूरी तरह से हास्यास्पद दावा है कि भारतीय मिसाइलों ने अफगानिस्तान पर हमला किया है. यह पूरी तरह से बेबुनियाद आरोप है. मैं केवल यह बताना चाहता हूं कि अफगान लोगों को यह याद दिलाने की जरूरत नहीं है कि वह कौन सा देश है, जिसने पिछले डेढ़ साल में कई मौकों पर अफगानिस्तान में नागरिक आबादी और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है."