सीजफायर के बावजूद सांबा में फिर दिखा पाकिस्तानी ड्रोन, भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई से गूंज उठा आसमान
जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से कई ड्रोन भारतीय सीमा पर दिखाई दिए. हालांकि पाकिस्तान की ओर से ड्रोन की संख्या बहुत अधिक नहीं थी, लेकिन उनकी मंशा को लेकर कोई भ्रम नहीं था. सुरक्षा बलों ने बताया कि इन ड्रोन को सटीक तरीके से निशाना बनाकर नष्ट किया गया है और फिलहाल क्षेत्र में कोई नई ड्रोन गतिविधि नहीं देखी जा रही है.

सीजफायर के बाद पाकिस्तान एक बार फिर अपनी पुरानी आदत पर उतर आया है. सोमवार रात जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील सांबा सेक्टर में पाकिस्तान की ओर से कई ड्रोन भारतीय सीमा में दाखिल होते देखे गए. जैसे ही भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को इसकी भनक लगी, पूरे क्षेत्र में अलर्ट घोषित कर दिया गया और तत्काल ब्लैकआउट कर दिया गया. अंधेरे में भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने आसमान में मंडराते इन ड्रोन को निशाना बनाया और सफलतापूर्वक सभी को मार गिराया. स्थानीय लोगों ने इस दौरान आसमान में लाल रोशनी की धारियां और जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनीं, जो इस कार्रवाई की गंभीरता और सटीकता को दर्शाती हैं.
#WATCH | J&K: Red streaks seen and explosions heard as India's air defence intercepts Pakistani drones amid blackout in Samba.
— ANI (@ANI) May 12, 2025
(Visuals deferred by unspecified time) pic.twitter.com/EyiBfKg6hs
भारतीय एयर डिफेंस ने पाकिस्तान को फिर दिया जवाब
जम्मू-कश्मीर के संवेदनशील सांबा सेक्टर में ड्रोन गतिविधियों को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच सेना के सूत्रों ने स्थिति को स्पष्ट करते हुए बताया है कि यह ड्रोन मूवमेंट बहुत ही सीमित मात्रा में है और पूरी तरह नियंत्रण में है. सेना के अनुसार, कुछ गिने-चुने ड्रोन देखे गए हैं जिन्हें भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा तुरंत सक्रियता से एंगेज किया गया है.
सेना ने यह भी कहा कि घबराने जैसी कोई स्थिति नहीं है, क्योंकि हर संभावित खतरे पर पैनी नजर रखी जा रही है और आवश्यक जवाबी कदम उठाए जा रहे हैं. ऑपरेशन सिंदूर के बाद बढ़ी सतर्कता के बीच यह बयान अहम माना जा रहा है, जो यह संकेत देता है कि भारतीय सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह चौकस और तैयार हैं.
पंजाब भी बना ड्रोन गतिविधियों का निशाना
सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं, पाकिस्तान की इस हरकत का विस्तार पंजाब तक देखा गया. सेना सूत्रों के अनुसार, सोमवार रात कपूरथला, अमृतसर और जालंधर में भी ड्रोन देखे गए. वहीं होशियारपुर में एक जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी, जिससे स्थानीय नागरिकों में घबराहट फैल गई. इन सभी क्षेत्रों में एहतियातन बिजली काट दी गई, ताकि भारतीय वायु रक्षा प्रणाली को ऑपरेशन के दौरान आसानी हो. सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता से इन सभी स्थानों पर ड्रोन को मार गिराया गया और किसी भी संभावित खतरे को टाल दिया गया.
सेना की तैयारी पूरी, हर चुनौती का है मुंहतोड़ जवाब
भारतीय सेना, वायुसेना और बीएसएफ ने स्पष्ट किया है कि देश की सीमाएं अब और सुरक्षित हैं और किसी भी प्रकार की घुसपैठ या हमले का सटीक जवाब दिया जाएगा. सेना ने यह भी संकेत दिए हैं कि भविष्य में ऐसी किसी भी हरकत को कड़े सैन्य और कूटनीतिक तरीके से जवाब दिया जाएगा. सेना की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने यह संदेश स्पष्ट कर दिया है कि भारत अब सिर्फ रक्षात्मक नहीं, बल्कि निर्णायक रणनीति के साथ आगे बढ़ रहा है. ड्रोन हमले के समय की त्वरित ब्लैकआउट रणनीति और वायु रक्षा की सटीकता ने इस पूरे ऑपरेशन को एक सफल मिसाल बना दिया है.
पाकिस्तान की यह एक और नाकाम कोशिश थी, जिसे भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने पूरी तत्परता से विफल कर दिया. सीजफायर की आड़ में ड्रोन के जरिये अशांति फैलाने की साजिश न केवल भारत की सुरक्षा के खिलाफ है, बल्कि क्षेत्रीय शांति के लिए भी गंभीर खतरा है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह साफ हो चुका है कि भारत अब किसी भी हरकत को नजरअंदाज नहीं करेगा. चाहे वो आतंकी हमला हो, या ड्रोन से जासूसी की कोशिश, भारत का जवाब अब सटीक और निर्णायक होगा. ड्रोन की गूंज के बीच उठती भारतीय मिसाइल की आवाज ने ये साबित कर दिया कि देश अब हर खतरे से निपटने को तैयार है, और अपने नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा.