लेफ्ट साइड में ही क्यों दिखता है ब्रांड का Logo? जानें इसके पीछे की खास और दिलचस्प वजह
ब्रांडिंग का मुख्य उद्देश्य पहचान बनाना और याद रखना है. जब लोगो लगातार एक ही स्थान पर दिखाई देता है, तो यह उपभोक्ता के दिमाग में एक निश्चित पैटर्न स्थापित करता है. हर बार जब कोई व्यक्ति उस ब्रांड का लोगो देखता है, तो यह उसकी मेमोरी को ताज़ा करता है और ब्रांड रिकॉल को मजबूत करता है.

ज़्यादातर लोग ब्रांडेड कपड़े पहनना पसंद करते हैं, फिर चाहे वो टी-शर्ट हो, शर्ट हो या जैकेट. अक्सर इन कपड़ों पर ब्रांड का लोगो या प्रतीक बना होता है, और अगर आपने कभी गौर किया हो, तो ये लोगो लगभग हमेशा लेफ्ट साइड में ही होता है. क्या आपने कभी सोचा है कि ऐसा क्यों है? इसके पीछे महज संयोग नहीं, बल्कि कई खास वजहें और psychological कारण छिपे हैं, जो ब्रांडिंग से जुड़े हैं.
क्या है लेफ्ट साइड में लोगो होने की मुख्य वजह?
लेफ्ट साइड में लोगो होने के पीछे कई कारण दिए जाते हैं:
दिल के करीब
यह एक मनोवैज्ञानिक और भावनात्मक कारण है. लोगो को दिल के करीब रखना, ब्रांड और कस्टमर्स के बीच एक इमोशनल कनेक्शन बनाता है. यह दर्शाता है कि ब्रांड गुणवत्ता, मूल्यों और अपने ग्राहकों के प्रति प्रतिबद्ध है, ठीक वैसे ही जैसे दिल महत्वपूर्ण भावनाओं का प्रतीक है.
सुविधा और Visibility
जब दो लोग हाथ मिलाते हैं, तो उनका बायां हिस्सा एक-दूसरे की ओर होता है. इस दौरान लोगो आसानी से दिखाई देता है. इसके अलावा फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी भी जब होती है, तो लेफ्ट साइड का लोगो आमतौर पर स्पष्ट रूप से कैप्चर हो जाता है, खासकर जब व्यक्ति थोड़ा सा किनारे की ओर मुड़कर खड़ा हो.
ब्रांड रिकॉल और मार्केटिंग
ब्रांडिंग का मुख्य उद्देश्य पहचान बनाना और याद रखना है. जब लोगो लगातार एक ही स्थान पर दिखाई देता है, तो यह उपभोक्ता के दिमाग में एक निश्चित पैटर्न स्थापित करता है. हर बार जब कोई व्यक्ति उस ब्रांड का लोगो देखता है, तो यह उसकी मेमोरी को ताज़ा करता है और ब्रांड रिकॉल को मजबूत करता है.
तो अगली बार जब आप किसी ब्रांडेड कपड़े पर लोगो देखें, तो याद रखें कि यह सिर्फ एक पहचान चिह्न नहीं है. इसके पीछे गहरी सोच और साइकोलॉजी काम कर रही हैं. लेफ्ट साइड का लोगो सिर्फ़ ब्रांड की पहचान नहीं दिखाता, बल्कि यह customer के मन में ब्रांड के प्रति विश्वास और भावनात्मक जुड़ाव भी पैदा करता है.