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मॉनसून में बीमारियों से बचना है तो नीम को बनाएं साथी! जानें इसके चमत्कारी फायदे

नीम में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं, जो बरसात में होने वाले संक्रमणों से रक्षा करते हैं. नीम के पत्तों से स्नान करने से त्वचा पर संक्रमण नहीं फैलता. नीम का अर्क डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है. नियमित सेवन से खून साफ होता है, त्वचा पर निखार आता है और मुंहासे, दाग-धब्बों से छुटकारा मिलता है. नीम की पत्तियां और फूल पेट के कीड़े खत्म करने, पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज, अपच जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद हैं.

20 Jul, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
12:12 PM )
मॉनसून में बीमारियों से बचना है तो नीम को बनाएं साथी! जानें इसके चमत्कारी फायदे

बारिश का मौसम अपने साथ हरियाली और ठंडक तो लाता है, लेकिन साथ ही नमी और कई तरह के संक्रमणों का खतरा भी बढ़ा देता है. ऐसे में प्रकृति का एक अनमोल वरदान, नीम (Neem), हमारी सेहत का सच्चा साथी बन जाता है. आयुर्वेद में 'सर्व रोग निवारिणी' यानी सभी रोगों को दूर करने वाली मानी जाने वाली नीम, बरसात के दिनों में अपनी औषधीय शक्तियों के कारण और भी महत्वपूर्ण हो जाती है. यह न केवल संक्रमणों से बचाती है, बल्कि कई अन्य समस्याओं में भी राहत देती है.

नीम के अद्भुत फायदे 

नीम में एंटी-फंगल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद हैं, जो बरसात में होने वाले संक्रमणों से रक्षा करते हैं. नीम के पत्तों से स्नान करने से त्वचा पर संक्रमण नहीं फैलता. नीम का अर्क डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों में प्लेटलेट्स बढ़ाने में सहायक है. नियमित सेवन से खून साफ होता है, त्वचा पर निखार आता है और मुंहासे, दाग-धब्बों से छुटकारा मिलता है. नीम की पत्तियां और फूल पेट के कीड़े खत्म करने, पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने और कब्ज, अपच जैसी समस्याओं में भी फायदेमंद हैं. 

टेलर एंड फ्रांसिस के जून 2024 के शोध पत्र के अनुसार, नीम के फूलों में मधुमेह और कैंसर विरोधी गुण पाए गए हैं. इथेनॉलिक अर्क मधुमेह और कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में सबसे प्रभावी है. नीम के फूलों का शरबत पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है और डायबिटीज को नियंत्रित करने में मदद करता है. 

नीम के फूलों और पत्तियों का सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और इससे भूख भी लगती है. उत्तर भारत में नीम के फूलों की भुजिया सरसों के तेल और जीरे की छौंक के साथ बनाई जाती है, जबकि दक्षिण भारत में इसे कई व्यंजनों में शामिल किया जाता है.

आयुर्वेद में नीम को माना गया औषधि

गर्मी और बरसात में नीम का शरबत पीने से हीटवेव और त्वचा संबंधी समस्याओं से बचा जा सकता है. आयुर्वेद में नीम को हर रूप में औषधि माना गया है, जो छोटी-बड़ी कई समस्याओं को दूर करता है.

नीम वास्तव में बरसात के मौसम में प्रकृति का एक अनमोल उपहार है. इसके बहुमुखी औषधीय गुण हमें संक्रमणों और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं. अपने दैनिक जीवन में नीम को शामिल करके आप एक स्वस्थ और सुरक्षित बरसात का आनंद ले सकते हैं. हालांकि, किसी भी गंभीर स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा चिकित्सक की सलाह लेना ही उचित है.

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Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य ज्ञान और जागरूकता के उद्देश्य से है. प्रत्येक व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और आवश्यकताएं अलग-अलग हो सकती हैं. इसलिए, इन टिप्स को फॉलो करने से पहले अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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