बच्चों को कोरोना से कैसे बचाएं? जानें एक्सपर्ट्स के बताए खास तरीके
अभी हाल ही में राजस्थान में एक 2 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव पाई गई, जबकि इससे पहले बेंगलुरु के होसकोटे इलाके में एक 9 महीने का बच्चा संक्रमित हुआ था। इसी कड़ी में AIIMS के डॉक्टर ने बताया की किन बातों का ध्यान रख कर बच्चों को इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है.

पिछले कुछ समय से कोरोना वायरस एक बार फिर सक्रिय होता दिख रहा है, और चिंता की बात यह है कि इस बार यह छोटे बच्चों को भी अपनी चपेट में ले रहा है. नए वेरिएंट्स और बदलती परिस्थितियों में बच्चों में भी संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में, माता-पिता के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि वे अपने नन्हे-मुन्नों का खास ख्याल कैसे रखें और किन बातों पर ध्यान दें. इस विषय पर डॉक्टरों की सलाह बेहद महत्वपूर्ण है.
अभी हाल ही में राजस्थान में एक 2 साल की बच्ची कोरोना पॉजिटिव पाई गई जबकि इससे पहले बेंगलुरु के होसकोटे इलाके में एक 9 महीने का बच्चा संक्रमित हुआ था। इसी कड़ी में AIIMS के डॉक्टर ने बताया की किन बातों का ध्यान रख कर बच्चों को इस गंभीर बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है.
नन्हे-मुन्नों का खास ख्याल कैसे रखें?
बच्चों को कोरोना से बचाने और उनके संक्रमित होने पर देखभाल के लिए माता-पिता को कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना चाहिए:
सामाजिक दूरी और भीड़ से बचाव
बच्चों को भीड़ वाले स्थानों, जैसे बाज़ार, मॉल या सार्वजनिक आयोजनों से दूर रखें. यदि संभव हो, तो छोटे बच्चों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकालें. अगर आपके घर में नवजात शिशु है, तो कोशिश करें कि घर पर ज़्यादा लोगों का आना जाना न हो.
मास्क का उपयोग
बड़े बच्चों को मास्क पहनने की सलाह दें, खासकर जब वह घर से बाहर निकलें. अच्छी तरह से फिट होने वाला मास्क ही पहनाएं.
स्वच्छता और साफ-सफाई
बच्चों को साबुन और पानी से कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोने की आदत डालें, खासकर खेलने के बाद, छींकने या खांसने के बाद और खाने से पहले.
अगर साबुन-पानी उपलब्ध न हो तो अल्कोहल-आधारित हैंड सैनिटाइज़र का उपयोग करें. इसके अलावा घर में उन सतहों को नियमित रूप से कीटाणुरहित करें जिन्हें बार-बार छुआ जाता है.
पौष्टिक आहार और पर्याप्त नींद
बच्चों को पौष्टिक और संतुलित आहार दें, जिसमें फल, सब्जियां, दालें और अनाज शामिल हों, ताकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो. सुनिश्चित करें कि बच्चे को पर्याप्त नींद मिले, क्योंकि यह उनके इम्यून सिस्टम के लिए महत्वपूर्ण है.
लक्षण दिखने पर क्या करें?
अगर आपको बच्चे में कोरोना के लक्षण दिखें तो बिलकुल भी घबराएं नहीं. बिना देर किए बाल रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें और उनकी सलाह का पालन करें. सेल्फ-मेडिकेशन से बचें. अगर बच्चा संक्रमित हो, तो उसे घर के अन्य सदस्यों से अलग रखने का प्रयास करें, खासकर बुजुर्गों और अन्य बच्चों से. बच्चे को अगर बुखार, खांसी, जुकाम, थकान या सांस लेने में परेशानी हो रही है, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है. सतर्कता, स्वच्छता और डॉक्टर की सलाह का पालन करके हम अपने नन्हे-मुन्नों को इस बीमारी से बचा सकते हैं.