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कैलिफोर्निया वाइल्डफायर में क्यों नहीं किया जा सकता समुद्र के पानी का उपयोग? जानें

कैलिफोर्निया के लॉस एंजेलिस काउंटी में वाइल्डफायर ने 27,000 एकड़ से ज्यादा क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। हजारों लोग बेघर हो गए हैं और जल संकट ने स्थिति को और गंभीर बना दिया है। सवाल यह उठता है कि जब प्रशांत महासागर इतना पास है, तो समुद्र के पानी का उपयोग आग बुझाने के लिए क्यों नहीं किया जा सकता?
कैलिफोर्निया वाइल्डफायर में क्यों नहीं किया जा सकता समुद्र के पानी का उपयोग? जानें
कैलिफोर्निया, जिसे अपने प्राकृतिक सौंदर्य और विशाल समुद्रतटीय क्षेत्र के लिए जाना जाता है, इन दिनों एक बड़ी समस्या से जूझ रहा है: वाइल्डफायर। लॉस एंजेलिस काउंटी में 27,000 एकड़ से अधिक भूमि जल रही है, सैकड़ों घर खाक हो चुके हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब प्रशांत महासागर जैसा विशाल जल स्रोत इतना करीब है, तो क्या समुद्र के पानी का उपयोग आग बुझाने के लिए नहीं किया जा सकता?

यह सवाल जितना सरल लगता है, इसका जवाब उतना ही जटिल है। समुद्र के पानी का उपयोग वाइल्डफायर बुझाने के लिए करना उतना आसान नहीं है जितना पहली नजर में लगता है।
समुद्र के पानी के उपयोग में तकनीकी समस्याएं
आग बुझाने में ताजे पानी का उपयोग सामान्य रूप से किया जाता है क्योंकि यह प्रभावी और सुरक्षित होता है। लेकिन समुद्र का पानी, जिसमें नमक की अत्यधिक मात्रा होती है, इसे कई समस्याओं का कारण बना सकता है।
क्षरणकारी प्रकृति: समुद्र का नमकीन पानी धातु उपकरणों को नुकसान पहुंचा सकता है। फायर पंप, पानी फेंकने वाले विमान और अन्य आवश्यक उपकरण इससे खराब हो सकते हैं।
शीतलन प्रभाव में कमी: नमक पानी के शीतलन प्रभाव को कम कर देता है। इसका मतलब है कि समुद्र का पानी आग बुझाने में ताजे पानी जितना प्रभावी नहीं होता।
विद्युत चालकता: समुद्र का पानी ताजे पानी की तुलना में अधिक विद्युत प्रवाह करता है, जिससे आग बुझाने के दौरान फायरफाइटर्स के लिए खतरा बढ़ सकता है।

समुद्र के पानी के बड़े पैमाने पर उपयोग से पर्यावरण को भी गंभीर नुकसान हो सकता है। जैसे नमक के अत्यधिक संपर्क से मिट्टी की लवणता बढ़ जाती है। इससे पौधों के लिए मिट्टी से पानी और पोषक तत्व अवशोषित करना मुश्किल हो जाता है। इसके अलावा बढ़ी हुई लवणता बीजों के अंकुरण और पौधों की वृद्धि को बाधित कर सकती है। और तो और आग बुझाने के बाद यह नमकीन पानी नजदीकी जल स्रोतों में मिल सकता है, जिससे जल प्रदूषण का खतरा बढ़ जाता है।

समुद्र के पानी का नियंत्रित उपयोग

हालांकि, आपातकालीन परिस्थितियों में समुद्र के पानी का उपयोग किया जा सकता है। फायरफाइटर्स इसे केवल उन क्षेत्रों में उपयोग करते हैं जहां पर्यावरणीय प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है। लेकिन इसके लिए बेहद सावधानी और उचित योजना की आवश्यकता होती है। उदाहरण के लिए, समुद्र के पानी का उपयोग समुद्र तट के पास की आग बुझाने के लिए किया जा सकता है, जहां पर्यावरणीय प्रभाव को कम किया जा सके। लेकिन जंगलों या कृषि क्षेत्रों में इसका उपयोग पर्यावरण को दीर्घकालिक नुकसान पहुंचा सकता है।

कैलिफोर्निया की स्थिति और जल संकट

कैलिफोर्निया में वाइल्डफायर के दौरान जल संकट एक बड़ी समस्या बन गया है। राज्य के पास सीमित मात्रा में ताजा पानी है, जो कई वाइल्डफायर को बुझाने के लिए पर्याप्त नहीं है। लॉस एंजेलिस में जल स्रोत जैसे फायर हाइड्रेंट इस संकट के दौरान पूरी तरह खत्म हो चुके हैं। राज्य के गवर्नर गेविन न्यूसम ने एक इंटरव्यू में बताया कि यह समस्या इतनी गंभीर हो गई है कि उन्हें बाहरी सहायता की जरूरत महसूस हो रही है।

वाइल्डफायर जैसी आपदाओं से निपटने के लिए नवीन तकनीकों और संसाधनों की आवश्यकता है।
डेसालिनेशन तकनीक: समुद्र के पानी को ताजे पानी में बदलने के लिए डेसालिनेशन तकनीक का उपयोग किया जा सकता है। हालांकि, यह प्रक्रिया महंगी और समय लेने वाली है।
ड्रोन और उन्नत उपकरण: ड्रोन और उन्नत तकनीक का उपयोग करके आग बुझाने में अधिक प्रभावशीलता लाई जा सकती है।
पर्यावरणीय योजना: आग बुझाने के दौरान पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए सटीक योजनाएं बनानी होंगी।

समुद्र का पानी एक बड़ा जल स्रोत है, लेकिन इसका उपयोग वाइल्डफायर बुझाने के लिए करना कई तकनीकी और पर्यावरणीय बाधाओं के कारण व्यावहारिक नहीं है। कैलिफोर्निया की स्थिति हमें यह सिखाती है कि प्राकृतिक संसाधनों का कुशल उपयोग और नई तकनीकों का विकास समय की मांग है। समुद्र के पानी का उपयोग आग बुझाने में तब ही किया जा सकता है जब उसके प्रभाव को कम करने के लिए उचित कदम उठाए जाएं। नहीं तो यह समाधान से ज्यादा समस्या बन सकता है।
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