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पहले दी थी धमकी, अब बोले- उन्हें फलता-फूलता देखना चाहता हूं, मस्क पर नरम पड़े ट्रंप के तेवर, आखिर क्या है वजह

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कारोबारी एलन मस्क की कंपनियों को लेकर उठी सब्सिडी खत्म होने की अफवाहों को खारिज किया है. ट्रंप ने साफ किया कि वे न तो मस्क की कंपनियों को तबाह करना चाहते हैं और न ही सब्सिडी छीनने का इरादा है.

25 Jul, 2025
( Updated: 25 Jul, 2025
03:25 PM )
पहले दी थी धमकी, अब बोले- उन्हें फलता-फूलता देखना चाहता हूं, मस्क पर नरम पड़े ट्रंप के तेवर, आखिर क्या है वजह
Image: File Photo(Donald Trump Social Account)

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के बीच लंबे समय से चली आ रही तनातनी अब नरमी की ओर बढ़ती नजर आ रही है. हाल ही में ट्रंप ने एलन मस्क की कंपनियों को लेकर उठ रही तमाम अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि वह न तो मस्क की कंपनियों को तबाह करने जा रहे हैं और न ही उनके लिए मिलने वाली सरकारी सब्सिडी को खत्म करने का कोई इरादा रखते हैं. ट्रंप का यह बयान ऐसे समय में आया है जब बीते कुछ हफ्तों में उनके और मस्क के बीच जुबानी जंग काफी तेज़ हो गई थी.

मस्क को बर्बाद करने की बात बेबुनियाद

राष्ट्रपति  ट्रंप ने अपने बयान में ट्रंप ने कहा, “हर कोई कह रहा है कि मैं एलन की कंपनियों को तबाह कर दूंगा, और उनकी बड़ी सरकारी सब्सिडी छीन लूंगा. यह बिल्कुल गलत है. मैं चाहता हूं कि एलन और हमारे देश में काम कर रहे सभी व्यवसाय फले-फूलें और पहले से कहीं ज़्यादा तरक्की करें." यह बयान इस बात की तरफ इशारा करता है कि ट्रंप अब कारोबारी हितों को नुकसान पहुंचाने के बजाय उन्हें सहारा देने की नीति अपना रहे हैं.

मस्क ने किया था राजनीतिक दल का ऐलान 

दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से तनातनी के बीच कारोबारी एलन मस्क ने सोशल मीडिया पर एक पोल के जरिए देश में एक तीसरे राजनीतिक दल ‘The America Party’ की घोषणा कर दी थी. मस्क के इस कदम को अमेरिकी जनता का भरपूर समर्थन भी मिला. माना जा रहा है कि जनता के इसी रुख और मस्क के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव को देखते हुए अब राष्ट्रपति ट्रंप के तेवरों में नरमी आई है.

पहले दे चुके थे कड़ी चेतावनी

सबसे दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप का यह रुख नया है. इस महीने की शुरुआत में उन्होंने संकेत दिए थे कि एलन मस्क की कंपनियों को मिलने वाली अरबों डॉलर की सब्सिडी पर कैंची चलाई जा सकती है. यह वही सब्सिडी है जिससे टेस्ला जैसी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनियों को भारी लाभ मिलता है. ट्रंप ने तब कहा था कि मस्क इसलिए गुस्से में हैं क्योंकि उनकी ईवी सब्सिडी जा रही है. उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि अगर मस्क ने आलोचना जारी रखी तो उन्हें और भी नुकसान हो सकता है.

क्यों बिगड़े थे ट्रंप और मस्क के रिश्ते?

मस्क और ट्रंप के बीच दरार उस समय बढ़ी जब मस्क ने ट्रंप के चर्चित 'Big Beautiful Bill' पर खुलकर नाराज़गी जाहिर की. इसके बाद से दोनों के बीच मीडिया में तीखी टिप्पणियां देखने को मिलीं. ट्रंप समर्थक वर्ग ने सोशल मीडिया पर मस्क को लेकर कठोर रुख अपनाया और यह अफवाहें फैलने लगीं कि ट्रंप मस्क की कंपनियों के खिलाफ कड़ा कदम उठा सकते हैं.

टेस्ला को बाजार में बड़ा झटका

इस पूरे घटनाक्रम का सीधा असर टेस्ला के शेयरों पर भी पड़ा. 24 जुलाई की सुबह टेस्ला के शेयरों में लगभग 9% की गिरावट दर्ज की गई. जानकारों का कहना है कि यह गिरावट दो वजहों से आई कंपनी की कमजोर तिमाही कमाई और ट्रंप के टैक्स नियमों को लेकर उठ रही आशंकाएं. निवेशकों को डर है कि यदि ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं और उन्होंने वाकई सब्सिडी खत्म करने का कदम उठाया, तो इससे ईवी सेक्टर को गंभीर झटका लग सकता है.

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बताते चलें कि ट्रंप के बदले सुर इस बात की तरफ इशारा करते हैं कि अमेरिका में व्यापार और राजनीति के समीकरण कितनी जल्दी बदल सकते हैं. एलन मस्क जैसी बड़ी कारोबारी हस्ती और ट्रंप जैसे राजनेता के बीच संबंधों की यह उठा-पटक अमेरिका की नीतियों और वैश्विक बाजार दोनों को प्रभावित कर सकती है. फिलहाल राहत की बात यह है कि ट्रंप ने मस्क के खिलाफ किसी कठोर फैसले से इंकार किया है, लेकिन भविष्य की राजनीति में हालात कब बदल जाएं, यह कहना मुश्किल है.

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