Advertisement

बहन ने लुटाया प्यार, मां की जागी ममता… तेज प्रताप ने परिवार का साथ मिलने के बाद क्या कहा?

राजनीतिक तौर पर भले ही तेज प्रताप अलग थलग पड़ गए हों लेकिन मां और बहन से मिला आशीर्वाद परिवार से दूरी मिटाने के संकेत दे रहा है.

06 Nov, 2025
( Updated: 06 Nov, 2025
06:40 PM )
बहन ने लुटाया प्यार, मां की जागी ममता… तेज प्रताप ने परिवार का साथ मिलने के बाद क्या कहा?

बिहार में पहले चरण के लिए मतदान जारी है. 18 जिलों की 121 सीटों पर वोटिंग हो रही है. आम जनता के साथ-साथ दिग्गज भी पोलिंग बूथ पर मतदान के लिए पहुंच रहे हैं. इसी कड़ी में लालू परिवार भी वोटिंग में शामिल हुआ. इस दौरान मतदान केंद्र पर राबड़ी देवी ने बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को जीत का आशीर्वाद दिया. 

पटना में पूर्व उपमुख्यमंत्री और महागठबंधन के मुख्यमंत्री उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने पिता लालू यादव और राबड़ी देवी के साथ मतदान किया. इस दौरान मीडिया से बातचीत में राबड़ी देवी ने तेजस्वी के साथ-साथ परिवार से निष्कासित तेज प्रताप को भी जीत का आशीर्वाद दिया. राबड़ी देवी ने कहा, 'मेरे दोनों बेटे जनता की सेवा कर रहे हैं, जनता का प्यार उन्हें जरूर मिलेगा. तेज प्रताप अपने पैर पर खड़े होकर चुनाव लड़ रहे हैं मैं दोनों की मां हूं, दोनों को शुभकामनाएं.’

मां के साथ बहन ने भी लुटाया प्यार

राजनीतिक तौर पर भले ही तेज प्रताप अलग थलग पड़ गए हों लेकिन मां और बहन से मिला आशीर्वाद उनके लिए परिवार से दूरी मिटाने के संकेत दे रहा है. मां राबड़ी देवी से पहले बहन मीसा भारती ने भी भाई पर प्यार लुटाया था. उन्होंने कहा था, यह सच है कि तेज प्रताप मेरे छोटे भाई हैं और बड़ी बहन होने के नाते उन्हें मेरा आशीर्वाद है. 

मां राबड़ी देवी के बयान पर तेज प्रताप ने क्या कहा? 

राबड़ी देवी ने पहले भी तेज प्रताप को शुभकामनाएं दी थी. भले ही लालू ने बड़े बेटे को घर से बाहर कर दिया लेकिन मां की ममता बेटे के लिए कम नहीं हुई. वहीं, जनशक्ति जनता दल के सर्वेसर्वा और लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव भी वोट डालने मतदान केंद्र पहुंचे. इस दौरान उनसे राबड़ी देवी के बयान पर बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘माता-पिता का आशीर्वाद विशेष स्थान रखता है’ 

तेज प्रताप यादव महुआ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर RJD ने भी अपना उम्मीदवार उतारा है. बिहार में पहली बार तेजस्वी और तेज प्रताप दोनों भाई आमने-सामने मैदान में हैं. परिवार और RJD से निष्कासन के बाद तेज प्रताप ने अपनी अलग पार्टी बनाई और मैदान में उतरे. तेज प्रताप यादव ने कहा, 'जनता मालिक है, जनता ही चीजें बनाती और बिगाड़ती है. विरासत लोहिया जी और कर्पूरी ठाकुर की है. विचारधारा सामाजिक न्याय, संपूर्ण परिवर्तन, संपूर्ण क्रांति की है.

यह भी पढ़ें

उन्होंने लालू यादव का जिक्र करते हुए कहा, जैसे हमारे पिताजी कहते थे कि अगर हमें प्रधानमंत्री बनने का मौका मिले तो हम क्यों छोड़ेंगे, वैसे ही अगर हमें मुख्यमंत्री बनने का मौका मिले तो हम क्यों छोड़ेंगे. बनेंगे या नहीं बनेंगे, यह 14 तारीख को तय होगा, लेकिन हम इतने लोभी नहीं हैं कि हमें कुर्सी पर बैठना है. चुनावों के बीच बहन मीसा भारती और मां राबड़ी देवी से आशीर्वाद मिलना तेज प्रताप और परिवार के बीच दूरी को कम करने की कोशिश है. 

टिप्पणियाँ 0

LIVE
Advertisement
Podcast video
'मुसलमान प्रधानमंत्री बनाने का प्लान, Yogi मारते-मारते भूत बना देंगे इनका’ ! Amit Jani
Advertisement
Advertisement
शॉर्ट्स
वेब स्टोरीज़
होम वीडियो खोजें