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अमित शाह ने बिहार चुनाव में उतारी 'स्पेशल 45' की फौज... महागठबंधन की उड़ी नींद, समझिए पूरा प्लान?

बीजेपी ने देश के अलग अलग राज्यों के पूर्व, वर्तमान सांसद विधायक, मंत्री, संगठन सहित कई अन्य पदों पर जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं की 'स्पेशल 45' के नाम से एक टीम बनाई है. इसमें सभी नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिया गया है .

27 Sep, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
09:12 PM )
अमित शाह ने बिहार चुनाव में उतारी 'स्पेशल 45' की फौज... महागठबंधन की उड़ी नींद, समझिए पूरा प्लान?

बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी काफी तेजी से चल रही हैं. सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों चुनावी मैदान में प्रचार-प्रसार में उतर चुके हैं. इस बीच बीजेपी ने सत्ता में वापसी को लेकर एक मजबूत नेटवर्क उतार दी है. इनमें 45 नेताओं की एक स्पेशल फौज है, जो पार्टी की प्रचंड जीत को लेकर पूरे राज्य में रैलियों और जनसभाओं के साथ कई अन्य कार्यक्रमों में बड़ी भूमिका निभाते नजर आएंगे. बता दें कि यह सभी नेता 6-6 विधानसभा संभालेंगे. 

पटना में हुई अहम बैठक 

गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में बीजेपी ने पटना में एक अहम बैठक की है. इस बैठक में बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान, सह-प्रभारी सी.आर. पाटिल और केशव प्रसाद मौर्य, बिहार प्रभारी विनोद तावड़े समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे. पार्टी की बैठक में प्रवासी नेताओं को उनका काम बताया गया और इसमें बिहार फतह की जिम्मेदारी सौंपकर सभी नेताओं को अलग-अलग क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिया गया है .

क्या है बीजेपी की 'स्पेशल 45'?

दरअसल, बीजेपी ने देश के अलग-अलग राज्यों के पूर्व, वर्तमान सांसद विधायक, मंत्री, संगठन सहित कई अन्य पदों पर जिम्मेदारी संभाल रहे नेताओं की 'स्पेशल 45' के नाम से एक टीम बनाई है. इनमे बिहार विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत को लेकर जिन बड़े नेताओं को जिम्मेदारी दी है. उनमें ओडिशा से सांसद अनंत नायक, छत्तीसगढ़ से सांसद संतोष पांडेय, विजय बघेल, बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पांडेय, दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी, कमलजीत सहरावत और केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा शामिल हैं. वहीं गुजरात से सांसद देवूसिंह चौहान, मितेश पटेल और विधायक अमित ठाकरे को जिम्मेदारी दी गई है.

झारखंड, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा के नेता भी उतरे मैदान में 

हरियाणा से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल, जम्मू-कश्मीर से सांसद युगल किशोर शर्मा, झारखंड से सांसद मनीष जयसवाल, कालीचरण सिंह, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रविंद्र राय और पूर्व सांसद सुनील सिंह भी चुनावी मैदान में उतरेंगे. 

मध्य प्रदेश और यूपी से इन नेताओं को मिली कमान 

यूपी से सांसद सतीश गौतम, राजकुमार चाहर, संगम लाल गुप्ता, पूर्व सांसद विनोद सोनकर, पूर्व मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी, नेता उपेंद्र तिवारी और विधायक शलभ मणि त्रिपाठी शामिल हैं. राजस्थान से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ भी प्रवासी सूची का हिस्सा हैं. इसके अलावा मध्य प्रदेश से गजेंद्र सिंह पटेल, बी.डी. शर्मा, अनिल फिरोज़िया, मंत्री प्रह्लाद पटेल और विश्वास सारंग, पूर्व सांसद के.पी. सिंह यादव और अरविंद सिंह भदौरिया को जिम्मेदारी दी गई है. पार्टी ने पूर्व सांसद विधायक और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों जैसे राम सत पुते (युवा मोर्चा उपाध्यक्ष) और अन्य को भी जिम्मेदारी दी है.

विधानसभा स्तर पर इन नेताओं की तैनाती  

बीजेपी अपनी रणनीति के मुताबिक, आने वाले हफ्ते में विधानसभा स्तर पर भी नेताओं की नियुक्ति करेगी. वहीं पार्टी का प्रवासी नेताओं को चुनावी मैदान में उतारने का मकसद सिर्फ चुनाव प्रचार नहीं, बल्कि स्थानीय कार्यकर्ताओं को सक्रिय करना और एनडीए गठबंधन के लिए हर सीट पर जीत सुनिश्चित करना है. 

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बीजेपी ने जिन नेताओं की 'स्पेशल 45' की फौज तैयार की है. वह जमीनी स्तर पर संविधानात्मक अनुभव के आधार पर चुनावी परिणाम को बदलने में अहम साबित होगी. 

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