बाउंड्री पर बुमराह को कोच जयवर्धने का 'ज्ञान' नहीं हुआ बर्दाश्त, हाथों से इशारा कर कहा- शांत रहो, वीडियो हुआ वायरल
सोशल मीडिया पर मुंबई इंडियंस और गुजरात टाइट्स के बीच 13वें ओवर में घटी एक घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. जहां बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे जसप्रीत बुमराह को टीम के कोच महेला जयवर्धने कुछ कहने की कोशिश करते हैं. इस दौरान बुमराह टीम के कोच की बात पर असहमति जताते हुए, उन्हें शांत रहने को कहते हैं. इस पूरे मामले को लेकर कमेंटेटर जतिन सप्रू ने शब्दों के जरिए बताया कि 'बुमराह कहना चाहते हैं कि मैं अपना काम बहुत अच्छी तरह जानता हूं. मैं हूं ना, थोड़ा शांत रहिए, मौका तो दीजिए.'

आईपीएल के एलिमिनेटर मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने गुजरात टाइटंस को 20 रनों से हराकर क्वालीफायर 2 में जगह बना ली है. इस मुकाबले में एक समय हार के रास्ते पर चल रही मुंबई इंडियंस की अचानक से वापसी होती है, जिसमें जसप्रीत बुमराह ने संकटमोचक की भूमिका निभाई. उन्होंने वाशिंगटन सुंदर को आउट कर एक पनपती साझेदारी को तोड़ा. अक्सर देखा गया है कि जब मुकाबला पेचीदा होता है, तो टीम के कोच और बाकी स्टाफ उठकर अपनी टीम को जीत का मंत्र देते रहते हैं. कई बार यह काम भी आता है, लेकिन कई बार बीच मुकाबले में इस ज्ञान से टीम के खिलाड़ियों का ध्यान भी भटकता है. ऐसा ही कुछ गुजरात और मुम्बई के बीच हुए मुकाबले में देखने को मिला. जब बीच मुकाबले के दौरान मुंबई इंडियंस के कोच महेला जयवर्धने बाउंड्री पर जसप्रीत बुमराह को कुछ टिप्स देने की कोशिश करते हैं, लेकिन उसी दौरान बुमराह उन्हें हाथों के इशारों से शांत होने और ठंड रखने को कहते हैं. ऐसे में जयवर्धने का ज्ञान बुमराह को पसंद नहीं आया. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
— Nihari Korma (@NihariVsKorma) May 31, 2025
जयवर्धने का ज्ञान बुमराह को नहीं आया पसंद
यह पूरी घटना मुंबई इंडियंस के फील्डिंग के दौरान 13वें ओवर में घटी. जब बाउंड्री पर फील्डिंग कर रहे जसप्रीत बुमराह को महेला जयवर्धने कुछ बताने की कोशिश करते हैं. इस दौरान वह टीम के कोच की बात पर असहमति जताते हुए, उन्हें शांत रहने को कहते हैं. इस पूरे मामले को लेकर कमेंटेटर जतिन सप्रू ने शब्दों के जरिए बताया कि 'बुमराह कहना चाहते हैं कि मैं अपना काम बहुत अच्छी तरह जानता हूं. मैं हूं ना, थोड़ा शांत रहिए, मौका तो दीजिए.'
अगले ही ओवर में चटकाया विकेट
कमाल की बात यह है कि घटना के अगले ओवर की कमान बुमराह के हाथों में होती है और उन्होंने अपनी सटीक यॉर्कर पर वाशिंगटन सुंदर को बोल्ड कर मुंबई को राहत की सांस दिलाई, इसके साथ यह भी साबित किया कि वह खुद से अपना काम करना जानते हैं. उन्हें समझाने की जरूरत नहीं है. बता दें कि साईं सुदर्शन और वाशिंगटन सुंदर दोनों ही मुंबई के लिए मुसीबत बनते जा रहे थे. इनमें सुंदर ने 24 गेंदों में 5 चौके और 3 छक्कों की मदद से 48 रन की पारी खेली और सुदर्शन के साथ तीसरे विकेट के लिए 84 रन की पार्टनरशिप की. इस मुकाबले में बुमराह ने काफी किफायती गेंदबाजी की, उन्होंने वाशिंगटन सुंदर का महत्वपूर्ण विकेट लेने के साथ 4 ओवरों में सिर्फ 27 रन खर्च किए.
मुंबई ने छठी बार ट्रॉफी की तरफ बढ़ाया कदम
30 मई को खेले गए मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने रोहित शर्मा की शानदार 81 रनों की पारी और जॉनी बेयरस्टो के 22 गेंदों में 47 रन की पारी की बदौलत पहले बल्लेबाजी करते हुए स्कोर बोर्ड पर 228 रनों का पहाड़ जैसा स्कोर खड़ा किया, वहीं 228 रनों के लक्ष्य का पीछा कर रही गुजरात की शुरुआत अच्छी नहीं रही. पहले 3 के स्कोर पर गिल और 67 के स्कोर पर कुशल मेंडिस का विकेट गिरता है. जिसके बाद चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए वाशिंगटन सुंदर ओपनर साईं सुदर्शन के साथ शानदार पार्टनरशिप कर रहे होते हैं, लेकिन 151 के स्कोर पर सुंदर का विकेट जैसे ही गिरा. वैसे ही गुजरात की पारी लड़खड़ा गई. आखिरी 38 गेंदों में सिर्फ 57 रन ही जोड़ पाई और 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर सिर्फ 208 रन ही बना सकी. गुजरात ने इस मुकाबले को 20 रनों से गंवा दिया. मुंबई इस जीत के साथ अब 1 जून को क्वालीफायर 2 में पंजाब किंग्स के साथ भिड़ेगी.