जब बात आतंकवाद पर पाकिस्तान की पोल खोलने की आई तो पीछे हटे यूसुफ पठान, संसदीय दल की टीम के साथ विदेश जाने से किया मना
बंगाल से टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान ने पाकिस्तान की पोल खोलने विदेश जा रहे भारतीय सांसदों की लिस्ट से अपना नाम वापस ले लिया है. इसके बाद उनको लेकर देश में कई तरह की बातें की जा रही है.

ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को दुनिया तक पहुंचाने के लिए भारत सरकार ने 59 सदस्यों वाले एक डेलिगेशन की घोषणा की है. जिसमें 40 सांसद है. ये डेलिगेशन UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेंगे और वहां पाकिस्तान की करतूत और भारतीय सेना की शौर्य को दुनिया को बताएंगे. इसी में एक नाम बंगाल से टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान का भी था लेकिन अब उन्होंने इस दौरे पर जाने वाले सांसदों की लिस्ट से अपना नाम वापस ले लिया है.
सांसदों के साथ विदेश दौरे पर नहीं जाएंगे यूसुफ पठान
पाकिस्तान पर मिसाइल अटैक के बाद अब भारत कूटनीतिक अटैक करने जा रहा है, इसी के दौरान भारतीय सांसदों का 7 प्रतिनिधिमंडल दुनियाभर के अलग-अलग देशों में जाकर पाकिस्तान की काली करतूत बताने जा रहे हैं.
भारत सरकार ने इस दौरे पर जाने वाले सांसदों में पश्चिम बंगाल से टीएमसी सांसद और पूर्व क्रिकेटर यूसुफ पठान से भी संपर्क किया, लेकिन यूसुफ पठान ने भारत सरकार को यह जानकारी दी है कि वह इस दौरे के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक युसूफ पठान पाकिस्तान की पोल खोलने विदेश दौरे पर जा रहे सांसदों के दल में शामिल नहीं होंगे. सूत्रों का कहना है कि भारत सरकार ने सांसद युसूफ पठान से सीधे संपर्क किया था.
खबर है कि सांसदों के प्रतिनिधिमंडल में यूसुफ पठान का नाम शामिल करने से पहले टीएमसी के साथ कोई सलाह-मशविरा नहीं किया गया था. भारत सरकार ने सीधे युसूफ पठान से संपर्क किया था और अब पठान ने भारत सरकार को यह जानकारी दे दी है कि वह डेलिगेशन के साथ विदेश जाने के लिए उपलब्ध नहीं होंगे.
7 टीमें, 59 सदस्य, 51 नेता और 8 राजदूत
केंद्र सरकार की तरफ से 59 सदस्यों वाले डेलिगेशन में 7 टीमें हैं, इनमें 51 नेता और 8 राजदूत हैं. इसमें एनडीए के 31 और 20 दूसरे दलों के हैं, जिनमें से तीन कांग्रेस के नेता भी है. यह प्रतिनिधिमंडल UNSC के सदस्य देशों का दौरा करेंगे. इसी के साथ ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान जिस तरीके से आतंकवाद को प्रायोजित करता है, यह सारी चीज रखते हुए नजर आएंगे. यह डेलिगेशन कब रवाना होगा. इसको लेकर कोई तारीख नहीं आई है, लेकिन उम्मीद कि 23 या 24 मई को भारत से इस प्रतिनिधिमंडल को रवाना किया जा सकता है.