'बस दिखावे के लिए 2-4 विमान ऊपर से भेजे और वापस बुला लिए', ऑपरेशन सिंदूर पर कांग्रेस विधायक ने उठाए सवाल?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में भारत के 26 निर्दोष लोगों की धर्म पूछकर हत्या कर दी गई. इसके बाद भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकियों को जवाब देते हुए पाकिस्तान में उनके 9 ठिकानों को तबाह कर दिया, जिसमें 100 आतंकियों के मारे जाने की खबर हैं. लेकिन इस पर देश के एक कांग्रेस विधायक को विश्वास ही नहीं हो रहा है. कांग्रेस विधायक ने सबूत मांगते हुए कई सवाल उठाए गए हैं.

ऑपरेशन सिंदूर के वक़्त देश में सभी राजनीतिक दल एक सुर में पाकिस्तान को सबक सिखाने की बात कर रहे थे, कंधे से कंधा मिलाकर सरकार के साथ खड़े दिखाई दे रहे थे, जिसे देख एक भारतीय एक तौर पर हर किसी को बड़ा अच्छा लग रहा था. लेकिन सवाल ये था कि आखिर कब तक? ये लोग कब तक अपने अंदर के राजनीति को दबा कर रखेंगे?
हुआ भी कुछ ऐसा ही, 16 मई शुक्रवार को कर्नाटक से एक खबर सामने आती है जिसमें कर्नाटक के कांग्रेस विधायक कोथुर मंजुनाथ सरकार पर कई गंभीर सवाल उठाते हुए ऑपरेशन सिंदूर के सबूत मांग रहे हैं.
ऑपरेशन सिंदूर महज दिखावा - कांग्रेस विधायक
कर्नाटक के कांग्रेस विधायक कोथुर मंजुनाथ ने भारतीय सेना की कार्रवाई पर संदेह जताते हुए कहा है कि 'यह सिर्फ दिखावा था, इससे न तो कोई न्याय मिला और न ही पहलगाम हमले के पीड़ितों को सच्ची सांत्वना, कुछ हुआ ही नहीं. बस दिखावे के लिए तीन-चार विमान ऊपर से भेजे और वापस बुला लिए.
आगे मंजुनाथ कहते हैं 'क्या इससे पहलगाम में मारे गए 26-28 लोगों को इंसाफ मिलेगा? क्या उन महिलाओं का दुख इस तरह कम होगा? क्या यही तरीका है उनका सम्मान करने का?'
100 आतंकी और 9 लॉन्चपैड सेना ने किए थे तबाह
भारत सरकार ने 7 मई को किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद दावा किया था कि पाकिस्तान में 9 बड़े आतंकी लॉन्चपैड तबाह किए गए और करीब 100 आतंकियों को मार गिराया गया.
लेकिन कांग्रेस विधायक मंजुनाथ ने आतंकियों के मारे जाने की पुष्टि पर भी संदेह जताया और सवाल करते हुए पूछा, 'क्या पक्के तौर पर पता है कि 100 आतंकवादी मारे गए? उनकी पहचान क्या है? क्या वे वही आतंकी थे जिन्होंने 22 अप्रैल को बैसरन घाटी में हमला किया था?' विधायक ने इसे खुफिया तंत्र की पूर्ण विफलता करार दिया.