8 दिन में 5 देशों की यात्रा, जानिए PM मोदी के इस खास दौरे का डिप्लोमैटिक एजेंडा
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की पांच देशों की महत्वपूर्ण यात्रा पर रवाना हुए. यह यात्रा 2 से 9 जुलाई तक चलेगी और भारत के वैश्विक संबंधों को मजबूत करने का लक्ष्य रखती है.
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प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना, ब्राजील और नामीबिया की पांच देशों की महत्वपूर्ण यात्रा पर रवाना हुए. यह यात्रा 2 से 9 जुलाई तक चलेगी और भारत के वैश्विक संबंधों को मजबूत करने का लक्ष्य रखती है. उनकी यह यात्रा, इनमें से कुछ देशों के लिए कई दशकों में अपनी तरह की पहली यात्रा है. यह यात्रा ग्लोबल साउथ के साथ संबंधों को गहरा करने, आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने, जलवायु परिवर्तन और तकनीकी नवाचार में साझा चुनौतियों का समाधान करने के लिए भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और ब्राजील में 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे.
घाना में कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी घाना के राष्ट्रपति जॉन ड्रामानी महामा के निमंत्रण पर वहां पहुंचेंगे. घाना भारत का महत्वपूर्ण साझेदार है और अफ्रीकी संघ में अहम भूमिका निभाता है. इस दौरे में निवेश, ऊर्जा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और विकास साझेदारी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा होगी. प्रधानमंत्री घाना की संसद को भी संबोधित करेंगे, जो दोनों देशों के लोकतांत्रिक रिश्तों को दर्शाएगा.
पीएम मोदी का त्रिनिदाद और टोबैगो दौरा ऐतिहासिक
इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी त्रिनिदाद और टोबैगो जाएंगे, जहां भारत के साथ गहरे सांस्कृतिक और ऐतिहासिक रिश्ते हैं. वह राष्ट्रपति क्रिस्टीन कार्ला कंगालू और प्रधानमंत्री कमला प्रसाद-बिसेसर से मुलाकात करेंगे. यह दौरा दोनों देशों के बीच 180 साल पुराने भारतीय प्रवासी संबंधों को और मजबूत करेगा.
57 साल बाद भारतीय पीएम का अर्जेंटीना यात्रा
57 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली अर्जेंटीना यात्रा होगी. प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति जेवियर माइली से मिलेंगे, जिनसे उनकी पिछले साल मुलाकात हो चुकी है. दोनों नेता कृषि, खनिज, ऊर्जा, व्यापार, पर्यटन और प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा करेंगे. अर्जेंटीना भारत का जी20 में करीबी सहयोगी है.
रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
रियो डी जेनेरियो में प्रधानमंत्री मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे, जहां वे कई वैश्विक नेताओं से मिलेंगे. भारत ब्रिक्स का संस्थापक सदस्य है और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच सहयोग को बढ़ावा देता है. इसके बाद ब्रासीलिया में राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा के साथ द्विपक्षीय मुलाकात होगी. यह छह दशकों में पहली ऐसी यात्रा होगी, जो दोनों देशों की साझेदारी को मजबूत करेगी.
नामीबिया में नया रोडमैप होगा तैयार
अंत में प्रधानमंत्री नामीबिया जाएंगे, जहां वे राष्ट्रपति नेटुम्बो नंदी-नदैतवा से मिलेंगे. इस दौरे में सहयोग का नया रोडमैप तैयार होगा. प्रधानमंत्री मोदी नामीबियाई संसद को संबोधित करेंगे, जो दोनों देशों की स्वतंत्रता और विकास के लिए साझा प्रतिबद्धता को रेखांकित करेगा.
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बता दें कि पीएम मोदी की पांच देशों की ये यात्रा आर्थिक विकास, क्लाइमेट एक्शन और टेक्नीकल इनोवेशन की आकांक्षाओं को पूरा करने में भारत के नेतृत्व को बढ़ावा देगा. अफ्रीका, कैरीबियन कंट्री और लैटिन अमेरिका के साथ जुड़कर भारत विकासशील देशों, ब्रिक्स और संयुक्त राष्ट्र जैसे वैश्विक मंचों के बीच एक सेतु के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत कर रहा है.
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