आखिर कैसे हुआ भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर, DGMO के बीच क्या हुई बातचीत?
भारत-पाकिस्तान के बीच एक समय युद्ध जैसे हालात दिख रहे थे, लेकिन तभी दो देशों के DGMO के बीच कुछ ऐसी बातचीत हुई जिसके बाद युद्धविराम का ऐलान हो गया.
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File Photo
ऑपरेशन सिंदूर जब से शुरू हुआ उसके बाद से ही भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर था, दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात हो गए थे लेकिन तभी कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से एक ट्वीट किया जाता है जिसमें दो देशों के बीच युद्धविराम का ऐलान कर दिया जाता है.
कौन होता है DGMO, क्या हुई बातचीत?
DGMO यानी डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन्स, सेना में एक अहम और जिम्मेदारी वाला पद होता है. इस समय भारत के डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जेनरल राजीव घई हैं. डीजीएमओ के जिम्मे ही सारे सैन्य अभियान होते हैं. किसी भी सैन्य अभियान की जिम्मेदारी, उसे गाइड करना, निर्देश देना और लेना जैसे सारे काम डीजीएमओ के पास होते हैं. युद्ध या संघर्ष के दौरान सैन्य अभियानों से जुड़े हर एक फैसले डीजीएमओ ही लेते हैं.
क्या होता है DGMO का काम ?
डीजीएमओ का काम युद्ध या आतंकवाद विरोधी अभियानों व शांति स्थापना के लिए चल रहे मिशनों के लिए रणनीति तैयार करना होता है. साथ ही ये सेना की तीनों शाखाओं और विभिन्न एजेंसियों के बीच पुल का काम भी करते हैं.
डीजीएमओ के पास युद्ध या सैन्य अभियानों से जुड़ी हर एक सूचनाएं पहुंचाई जाती है और उसी अनुरूप ये रणनीति तैयार कर उसके अनुसार अभियानों का संचालन करते हैं. इस वजह से खुफिया एजेंसियों के साथ भी उन्हें समन्वय रखना पड़ता है और एजेंसियों को भी सारी जरूरी सूचनाएं उनतक पहुंचाना अनिवार्य होता है. अभी पाकिस्तान के साथ सीज फायर के मुद्दे पर भी दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच ही सबसे पहले संपर्क स्थापित होने की बात सामने आ रही है.
विदेश मंत्रालय ने जानकारी देते हुए बताया "पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर करीब साढ़े 3 बजे भारतीय DGMO को फोन किया. उनके बीच सहमति बनी कि दोनों पक्ष भारतीय मानक समयानुसार शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे. आज दोनों पक्षों को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं. सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को फिर से बात करेंग."