दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। आतिशी ने कहा कि दिल्ली की सरकार रेखा गुप्ता नहीं, उनके पति मनीष गुप्ता चला रहे हैं। आतिशी के आरोपों पर दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने तगड़ा पलटवार करते हुए उन्हें असफल और कामचोर मुख्यमंत्री करार दिया।
दिल्ली विधानसभा चुनाव को बीते काफी समय हो गया लेकिन सूबे की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा।दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने दिल्ली की वर्तमान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। आतिशी ने कहा कि दिल्ली की सरकार रेखा गुप्ता नहीं, उनके पति मनीष गुप्ता चला रहे हैं। आतिशी के आरोपों पर दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने तगड़ा पलटवार करते हुए उन्हें असफल और कामचोर मुख्यमंत्री करार दिया।
कपिल मिश्रा का पलटवार
आतिशी के आरोपों का जवाब देते हुए दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा ने एक्स पर आतिशी के पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा, "आतिशी, आप एक ऐसी खराब सीएम थीं कि सीएम की कुर्सी पर भी नहीं बैठ पा रहीं थीं। शराब के घोटालें में जेल में बंद एक भ्रष्टाचारी के नाम की खाली कुर्सी आपको सीएम दफ्तर में रखनी पड़ती थी।उन्होंने आगे लिखा, "सीएम रेखा गुप्ता जी के कार्य और मेहनत को देखकर आपका बिलबिलाना जायज है, क्योंकि आप ख़ुद एक असफल और कामचोर सीएम साबित हुईं। बिलबिलाते रहो आपियो।"
AAP नेता आतिशी का आरोप
दरअसल, आतिशी ने शनिवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा करते हुए कुछ तस्वीरें शेयर कीं। पोस्ट के कैप्शन में उन्होंने लिखा, "यह फोटो ध्यान से देखिए। जो व्यक्ति एमसीडी, डीजेबी, पीडब्ल्यूडी और डीयूएसआईबी के अफसरों की मीटिंग ले रहे हैं, यह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता जी के पति मनीष गुप्ता जी हैं। हम पहले सुनते थे कि अगर गांव में एक महिला सरपंच चुन कर आती थी, तो सारा सरकारी काम उसका पति संभालता था। ऐसा कहा जाता था कि गांव की महिलाओं को सरकारी काम संभालना नहीं आता, इसलिए काम 'सरपंच-पति' संभालेंगे। लेकिन इस प्रथा का विरोध हुआ, महिला सरपंचों को ट्रेनिंग देने की शुरुआत हुई कि वह अपनी जिम्मेदारी संभाल सकें।" उन्होंने आगे लिखा, "लेकिन देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि एक महिला मुख्यमंत्री बनी और सारा सरकारी काम उनके पति संभाल रहे हैं। क्या रेखा गुप्ता जी को सरकारी काम संभालना नहीं आता? क्या इसी वजह से दिल्ली में रोज लंबे-लंबे पॉवर कट हो रहे हैं? क्या रेखा जी से बिजली कंपनियां नहीं संभल रहीं? क्या इसी वजह से प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ रही है? क्या रेखा जी से शिक्षा विभाग नहीं संभल रहा? एक मुख्यमंत्री-पति का सरकार चलाना बेहद खतरनाक है!"
गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी की 27 साल बाद सत्ता में वापसी हुई है, पार्टी ने एक दशक से सत्ता में काबिज आम आदमी पार्टी को बुरी तरह हराया। पार्टी ने विधानसभा की 70 में से 48 सीट पर बड़ी जीत हासिल कि जबकि आम आदमी पार्टी महज़ 22 सीट पर सिमट गई। वही कांग्रेस का खाता भी नहीं खुल सका।
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