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महिला सशक्तिकरण की ओर CISF का बड़ा कदम, पहली महिला कमांडो यूनिट की शुरुआत, खास ट्रेनिंग के बाद होगी तैनाती

CISF की पहली महिला कमांडो यूनिट आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है. यह विशेष दस्ते को देश के हवाई अड्डों और अन्य उच्च सुरक्षा वाले प्रतिष्ठानों पर तैनात किया जाएगा. मध्य प्रदेश के बरवाहा स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) में इन महिला कमांडो को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.

25 Aug, 2025
( Updated: 05 Dec, 2025
03:51 AM )
महिला सशक्तिकरण की ओर CISF का बड़ा कदम, पहली महिला कमांडो यूनिट की शुरुआत, खास ट्रेनिंग के बाद होगी तैनाती
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केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने रविवार को एक अहम घोषणा की है. CISF की पहली महिला कमांडो यूनिट आधिकारिक रूप से शुरू हो गई है. यह विशेष दस्ते को देश के हवाई अड्डों और अन्य उच्च सुरक्षा वाले प्रतिष्ठानों पर तैनात किया जाएगा.
मध्य प्रदेश के बरवाहा स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण केंद्र (RTC) में इन महिला कमांडो को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रवक्ता के अनुसार, आठ हफ्तों का यह एडवांस कमांडो कोर्स खासतौर पर महिला सुरक्षा कर्मियों के लिए तैयार किया गया है. इस प्रशिक्षण का उद्देश्य उन्हें हाई-सिक्योरिटी प्रतिष्ठानों और औद्योगिक संयंत्रों में तैनात त्वरित प्रतिक्रिया दल (QRT) और विशेष कार्य बल (STF) की जिम्मेदारियों के लिए तैयार करना है.

महिला CISF की होगी खास ट्रेनिंग

इस कार्यक्रम में स्वास्थ्य और फिटनेस पर ध्यान देने के साथ-साथ हथियारों के उपयोग का प्रशिक्षण, तनावपूर्ण परिस्थितियों में लाइव-फायर ड्रिल, दौड़, बाधा पार अभ्यास और रैपलिंग जैसी सहनशक्ति बढ़ाने वाली गतिविधियाँ शामिल हैं. इसके अलावा, जंगल में जीवित रहने की कला, चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता और टीमवर्क विकसित करने के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है.
कार्यक्रम में 48 घंटे का आत्मविश्वास बढ़ाने वाला अभ्यास भी शामिल है. अधिकारियों के अनुसार, महिलाओं का पहला दल, जो वर्तमान में देश के विभिन्न हवाई अड्डों पर तैनात है, 11 अगस्त से इस प्रशिक्षण में हिस्सा ले रहा है, जो 4 अक्टूबर तक चलेगा. इसके बाद दूसरा दल 6 अक्टूबर से 29 नवंबर तक इस प्रशिक्षण में भाग लेगा.

महिला कमांडो यूनिट का क्या है उद्देश्य?

सीआईएसएफ ने बताया कि शुरुआत में कम से कम 100 महिला कर्मियों को इस स्पेशल ट्रेनिंग कार्यक्रम में शामिल किया जाएगा. ये महिलाएं आलग-अलग विमानन सुरक्षा समूहों (एएसजी) और अन्य संवेदनशील सीआईएसएफ यूनिट्स से होंगी. प्रवक्ता ने जानकारी दी कि बल का उद्देश्य इन महिला ट्रेनिंग कार्यक्रमों को अपने रेगुलर ट्रेनिंग ढांचे का परमानेंट हिस्सा बनाना है. ट्रेनिंग पूरी करने के बाद इन महिला कर्मियों को पहले हवाई अड्डों पर तैनात किया जाएगा और उसके बाद उन्हें अन्य संवेदनशील प्रतिष्ठानों पर भी जिम्मेदारियां सौंपी जाएंगी

भविष्य में 10% महिला प्रतिनिधित्व का लक्ष्य

CISF महिलाओं की भर्ती में तेजी ला रहा है ताकि गृह मंत्रालय द्वारा निर्धारित 10% महिला प्रतिनिधित्व के लक्ष्य को हासिल किया जा सके. वर्तमान में CISF में 12,491 महिला कर्मी हैं, जो बल की कुल संख्या का लगभग 8% है. साल 2026 तक इसमें 2,400 और महिला कर्मियों की भर्ती की जाएगी. भविष्य में भर्ती प्रक्रिया इस तरह से व्यवस्थित की जाएगी कि बल में महिलाओं की भागीदारी लगातार कम से कम 10% बनी रहे.

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इस साल की शुरुआत में गृह मंत्रालय ने CISF की पहली महिला बटालियन को मंजूरी दी है. यह बटालियन दिल्ली के पास स्थापित की जा रही है और इसके महिला सुरक्षाकर्मी राष्ट्रीय राजधानी के संसद भवन, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, दिल्ली मेट्रो और अन्य महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा में तैनात होंगी.

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