बिहार पहुंचे कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर, कहा- सनातन और हिंदू राष्ट्र को लेकर होगी चर्चा !
बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने है। ऐसे में एक तरफ़ सियासी दलों की तैयारियां तो चल ही रही है लेकिन इस बीच कथावाचकों के भी लगातार बिहार में अपनी कथाओं के लिए पहुंच रहे है। पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और अब कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी।
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बिहार में इस साल विधानसभा के चुनाव होने है। ऐसे में एक तरफ़ सियासी दलों की तैयारियां तो चल ही रही है लेकिन इस बीच कथावाचकों के भी लगातार बिहार में अपनी कथाओं के लिए पहुंच रहे है। पहले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और अब कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी। इस दौरान इन लोगों ने मीडिया से लेकर मंच तक जो भी बातें बोली वो सीधेतौर पर बीजेपी के समर्थन वाली प्रतीत होती है। कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर मंगलवार को बिहार की ऐतिहासिक और पौराणिक धरती बक्सर पहुंचे। वह शहर के आईटीआई मैदान में 9 से 15 अप्रैल तक सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा करेंगे। इस आयोजन को लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है।
धर्म का प्रचार करना जरूरी
बक्सर पहुंचने पर देवकीनंदन ठाकुर का भव्य स्वागत किया गया। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह वामन भगवान की धरती है, विश्वामित्र की धरती है। बक्सर की धरती पर धर्म की विजय हुई है और अधर्म का पतन हुआ है। उन्होंने कहा, "इस पावन धरती पर भगवान श्री राम भी आए और यहीं से उन्होंने धर्म की स्थापना की शुरुआत की थी। हम भी आशा करते हैं कि भगवान की धरती पर आकर उस धर्म का प्रचार-प्रसार कर सकें। हम भी अपने युवा बच्चों को वह ज्ञान दे सकें। आने वाले संकटों से हमारे बच्चे बच सकें, ऐसा प्रयास हम करेंगे।" उन्होंने कहा कि यह राम की धरती है और "जैसे भगवान श्री राम का मंदिर बना है, वैसे ही भगवान कृष्ण का भी मंदिर बनेगा"।
कथावचक का क्या पड़ेगा प्रभाव
दरअसल, बीते कुछ दिनों से कथावाचकों ने लगातार हिंदू राष्ट्र, हिंदू एकता और सनातन के मुद्दे पर खुलकर बीजेपी का समर्थन किया है। यही वजह है कि जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री बिहार पहुंचे थे तो भी ख़ूब राजनीति हुई थी, आरजेडी नेताओं ने इनके विरोध में बयान दिया था। और अब देवकीनंदन ठाकुर की कथा हो रही है। तो ज़ाहिर सी बात है मंच से लेकर मीडिया के माध्यम से कई ऐसी बातें होंगी जो हिंदू एकता और सनातन को लेकर होगी। ऐसे में आरजेडी सेक्यूलर पार्टी है, विपक्ष की सारी पार्टियां इसी पैटर्न पर चलती है। इस लिहाज से अगर ऐसी कथाओं का सीधेतौर पर तो नहीं लेकिन बीजेपी के लिए सकारात्मक प्रभाव तो पड़ता ही है।
गौरतलब है कि बक्सर के आईटीआई मैदान में होने वाली श्रीमद्भागवत कथा को लेकर पूरी तैयारी की गई है। कथा की शुरुआत से पहले 9 अप्रैल की सुबह आठ बजे शहर में भव्य कलश शोभायात्रा निकाली जाएगी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कथा स्थल तक पहुंचेगी। इस कलश यात्रा को भव्य बनाने को लेकर ऊंट और घोड़ों को शामिल किया जाएगा।जिला प्रशासन ने भी आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया है, ताकि हजारों की संख्या में दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो। प्रशासन भीड़ प्रबंधन और यातायात प्रबंधन का खास ध्यान रख रहा है। इस कथा कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोगों के पहुंचने की उम्मीद है।
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