तेजस्वी के 'कद बढ़ने' को BJP ने बताया लॉलीपॉप, कहा- सीएम फेस को लेकर महागठबंधन में अभी भी सिर फुटव्वल
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी गठबंधन की बैठक में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी महागठबंधन के अंदर कोई फैसला नहीं हुआ है. इसे लेकर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने महागठबंधन पर निशाना साधा है.

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी हुई है. सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन से लेकर विपक्ष की इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के बीच बैठकों का दौरा चल रहा है. गुरुवार की देर शाम इंडिया गठबंधन की पहली औपचारिक बैठक बिहार की राजधानी पटना में संपन्न हुई. बैठक में चुनाव के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी बनाने का फैसला लिया गया. जिसकी कमान राजद नेता तेजस्वी यादव के हाथों में सौंपी गई. हालांकि मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर अभी महागठबंधन के अंदर कोई फैसला नहीं हुआ है. इसे लेकर बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने महागठबंधन पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा इस बैठक में CM केस को लेकर बात होनी थी लेकिन समन्वय समिति बनाकर उसका नेतृत्व तेजस्वी के हाथ में सौंपा गया जो बहुत कुछ बता रहा है.
सीएम का चेहरा क्यों नहीं हुआ तय?
महागठबंधन की बैठक के बाद बिहार के राजनीति में बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो चुका है. महागठबंधन में शामिल दल की तरफ से यह कहा जा रहा है कि बिहार में इस बार सरकार को बदलना है, हम जनता के बीच जाकर अपना एजेंडा रखेंगे. दूसरी तरफ एनडीए गठबंधन की तरफ से भी लगातार इंडिया गठबंधन और खास तौर पर तेजस्वी यादव पर जुबानी हमला किया जा रहा है. बिहार भाजपा के अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा "विपक्ष की महागठबंधन में सिर फुटव्वल की स्थिति है, राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया है कि मुख्यमंत्री के चेहरे पर कोई बात नहीं होगी. इसलिए कांग्रेस ने बड़े ही होशियारी से चुनाव के लिए बनी कोआर्डिनेशन कमेटी का भार राजद नेता के हाथों में दे दिया है. कांग्रेस नेतृत्व ने स्पष्ट कर दिया है कि किसी भी परिस्थिति झोला टांगने वाला पार्टी बिहार में बनकर नहीं रहना चाहती. ये राहुल गांधी ने स्पष्ट कह दिया है. CM फेस पर कोई डिक्लेरेशन नहीं होना इस बात को बताता है इंडिया एलाइंस गठबंधन में सिर फुटव्वल होने वाला है."
महागठबंधन का एक घटक दल तलाश रहा दरवाजा
बीजेपी नेता दिलीप जायसवाल ने कहा "राजनीतिक संभावनाओं का खेल है. महागठबंधन का एक महत्वपूर्ण घटक दल अपना दरवाजा तलाश रहा हैं क्योंकि उनको लगता है कि उन्हें वहां पूरा सम्मान नहीं मिला तो वह अगला दरवाजा तलाश रहे हैं. इसलिए इस संभावना को हम जानकारी नहीं सकते. NDA लोकसभा चुनाव 2019, विधानसभा चुनाव 2020 और लोकसभा चुनाव 2024 में पूर्ण बहुमत के साथ है."
बताते चले कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए विपक्षी इंडिया महागठबंधन की पहली औपचारिक बैठक गुरुवार को हुई इसमें कोऑर्डिनेशन कमिटी का तो ऐलान किया गया लेकिन मुख्यमंत्री के चेहरे पर कोई फैसला नहीं हुआ. हालांकि कोऑर्डिनेशन कमेटी के कमान तेजस्वी यादव के हाथों में जाने के बाद इस बात की संभावनाएं तेज हो गई है कि विपक्ष की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा तेजस्वी यादव होंगे हालांकि इस बैठक के बाद सत्तारूढ़ एनडीए गठबंधन में शामिल दल चाहे वह बीजेपी हो या फिर जेडीयू मुख्यमंत्री के चेहरे के मुद्दे पर जमकर जुबानी हमला इंडिया गठबंधन पर कर रहा है. बताते चलें कि बिहार में विधानसभा के चुनाव इस साल के अंत में अक्टूबर या नवंबर के महीने में होने की पूरी संभावना है. यही वजह है कि राज्य में सियासी दलों की सक्रियता लगातार बढ़ती जा रही है. इस चुनाव में एनडीए की सीधी लड़ाई इंडिया गठबंधन से मानी जा रही है हालांकि प्रशांत किशोर की जनसुराज पार्टी और पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी फिलहाल किसी गठबंधन में शामिल नहीं है. ऐसे में इन दोनों दलों ने अगर विधानसभा चुनाव में कुछ सीटों पर जीत हासिल की तो यह किंग मेकर की भूमिका में हो सकती है.